Railway Line हरियाणा के इन शहरों को मिलेगी नई रेलवे लाइन की सौगात,जल्द सच होगा सपना
HR Breaking News, डिजिटल डेस्क नई दिल्ली, फतेहाबाद जिलावासियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आ रही है. जिलें के लोगों का बरसों पुराना रेल की सीटी सुनने का सपना पूरा होने की संभावना बढ़ गई है. कई अड़चनों के बाद इस प्रोजेक्ट के सिरे चढ़ने की उम्मीद नजर आने लगी है. बता दे कि रेलवे ने अग्रोहा-फतेहाबाद रेल लाइन को पिक बुक में डाल दिया है.
इतना ही नहीं, हिसार से वाया अग्रोहा होते हुए रेललाइन फतेहाबाद के किस रूट से सिरसा पहुंचेगी, इसके लिए भी रूट सर्वे का ऐलान कर दिया गया है. रेलवे प्रशासन द्वारा इस प्रोजेक्ट पर लगभग 1200 करोड़ रुपए की लागत आने का अनुमान जताया गया है और रूट सर्वे के लिए रेलवे के स्टैंडर्ड बजट को टोकन मनी के रूप में सैंशन कर लिया है.
rapid metro line हरियाणा में हाईवे के साथ आएगी रैपिड मेट्रो, इन शहरों को होगा लाभ
अब रूट सर्वे के लिए रेलवे प्रशासन को सर्वे ठेकेदार की तलाश है. रेलवे प्रशासन का कहना है कि काम शुरू होने पर आठ महीने के भीतर सर्वे ठेकेदार को अग्रोहा से फतेहाबाद और सिरसा के लिए रूट फाइनल करना होगा. मिली जानकारी अनुसार रेलवे मंत्रालय ने इस रेल लाइन के रूट सर्वे का काम उत्तर रेलवे कंस्ट्रक्शन विभाग को सौंपा है और भविष्य में जब भी फतेहाबाद रेलवे स्टेशन अस्तित्व में आएगा तो वो उत्तर रेलवे के अधीन ही माना जाएगा.
पहले फेज में तैयार होगी डीपीआर रेलवे से मिली जानकारी अनुसार, हिसार-अग्रोहा-फतेहाबाद रेल लाइन के पिक बुक में आने के बाद पहले फेज में इसकी डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार की जाएगी. इसमें रूट सर्वे के तहत ये भी जांच की जाएगी कि इस रेलवे लाइन पर कौनसी जगह पर स्टेशन बनाए जा सकते हैं और कौनसी ऐसी जगह है जहां पर पुल बनाने की जरूरत पड़ेगी. बताया जा रहा है कि जहां पर नहरें सड़क को काटती है, वहां- वहां पर पुलों का निर्माण किया जाएगा. इसके लिए जो सर्वेयर होगा, वो पूरे प्रोजेक्ट की कुल लागत की एक एस्टीमेटेड रिपोर्ट तैयार करके रेलवे को सौंपेगा
Metro मेट्रो में सफर करने से पहले जान लें ये बात, वरना लगेगा 5 हजार का जुर्माना
1200 करोड़ के आसपास होगी प्रोजेक्ट की लागत सामान्य परिस्थितियों में रेलवे द्वारा एक किलोमीटर की लाइन बिछाने पर करीब दस करोड़ रुपए खर्च आता है. यदि इसमें जमीन अधिग्रहण के लिए दी जाने वाली मुआवजा राशि को जोड़ दिया जाए तो यह लागत राशि और बढ़ जाएगी. इस सर्वे के बाद डीपीआर उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक कार्यालय जाएगी.
उनके मार्फत ये डीपीआर रेलवे मंत्रालय को भेजी जाएगी और रेलवे मंत्रालय द्वारा इसका अध्ययन करने के बाद इसे नीति आयोग के पास भेजा जाएगा. नीति आयोग यदि इस प्रोजेक्ट को अपनी स्वीकृति प्रदान करता है तो हिसार-अग्रोहा-फतेहाबाद रेल लाइन के लिए आवश्यक बजट जारी कर दिया जाएगा और फतेहाबाद वासियों का दशकों पुराना सपना धरातल पर साकार हो सकेगा.
प्रोजेक्ट मंजूर करवाना मेरा काम वहीं सिरसा लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी सांसद सुनीता दुग्गल ने कहा कि रूट सर्वे की बात मेरे सामने आई है. अगर रेलवे द्वारा इस प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाया जाता है तो रेलवे मंत्रालय और नीति आयोग से इस प्रोजेक्ट को मंजूर करवाना मेरा काम है. उन्होंने कहा कि फतेहाबाद क्षेत्र की ये सालों पुरानी मांग है और मेरी तरफ से हरसंभव कोशिश रहेगी कि मैं इस प्रोजेक्ट को अपने कार्यकाल के दौरान पूरा करवा फतेहाबाद जिले को यह सौगात दें सकूं.