Russia-Ukraine War: रूस ने यूक्रेन के शहरों पर मिसाइल से किया हमला, युद्ध की हुई शुरुआत
दोनेत्स्क (Donetsk) प्रांत के यूक्रेनी शहर मारियुपोल (Mariupol) और रूस के बेलगोरोड ओब्लास्ट में भी विस्फोटों की जानकारी दी गई है. यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने कहा है कि पुतिन ने अभी-अभी यूक्रेन पर पूर्ण पैमाने पर हमला शुरू किया है. यूक्रेन के शांतिपूर्ण शहरों पर हमले हो रहे हैं. यह आक्रामकता का युद्ध है. ऐसे में यूक्रेन अपना बचाव करेगा और जीतेगा.
यूक्रेनी अधिकारियों का कहना है कि बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइल हमलों ने कीव में कई जगहों को निशाना बनाया है. वहीं, संयुक्त राष्ट्र में यूक्रेन के प्रतिनिधियों ने कहा है कि रूस को इसकी कीमत चुकानी होगी. वे यूक्रेन के नागरिकों पर हमला करने की कीमत चुकाएंगे. क्रीमिया में सैनिकों को उतारा जा रहा है, ताकि दुश्मन के ठिकानों को निशाना बनाया जा सके.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने बताया है कि रूस के हमले के मद्देनजर कीव एयरपोर्ट को खाली करवाया जा रहा है. यूक्रेन हवा और जमीन से हुए हमलों से बुरी तरह प्रभावित हो चुका है. रूसी लड़ाकू विमान ओडेसा शहर में उतरने लगे हैं.
BREAKING: Massive explosions hit the Ukrainian port city of Mariupol pic.twitter.com/6q9rtel9pF
— BNO News (@BNONews) February 24, 2022
Russia-Ukraine War: रॉकेट हमलों में कीव और खार्किव में यूक्रेनी सैन्य कमांड पोस्ट तबाह
अधिकारियों ने कहा है कि बेलगोरोड में स्कूलों को बंद कर दिया गया है. रूसी सैनिक यूक्रेन के मारियुपोल शहर, आजोव सागर के उत्तरी तट और ओडेसा के बंदरगाह शहर में उतरने लगे हैं. वहीं, यूक्रेन में बिगड़ते हालात को देखते हुए अमेरिकी सैनिकों ने पोलैंड में अमेरिकी नागरिकों को यूक्रेन छोड़ने में मदद करने के लिए काम करना शुरू कर दिया है.
यूक्रेन की सेना ने इस बात की पुष्टि कर दी है कि देश की नौसेना को बड़ा नुकसान हुआ है. भारी रॉकेट हमले की वजह से कीव और खार्किव में यूक्रेनी सैन्य कमांड पोस्ट तबाह हो गई है. अभी तक इन हमलों में किसी के हताहत होने की जानकारी नहीं आई है. रूसी लड़ाकू विमानों ने निप्रॉपेट्रोस में यूक्रेन के 25वें और 93वें ब्रिगेड बेस पर हवाई हमले किए हैं.
Russian Ukraine Conflict आखिर है क्या? अमेरिका का इसे हवा देने का कारण और भारत का क्या है Role
Russia-Ukraine War: यूक्रेन-बेलारूस सीमा पर झड़प
वहीं, देश में बिगड़ रहे सुरक्षा हालात को देखते हुए राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने यूक्रेन की सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाई है. माना जा रहा है कि इसमें बड़े फैसले लिए जा सकते हैं. इसी बीच बताया गया है कि GRAD रॉकेट्स के जरिए दोनेत्सक में जवानों को निशाना बनाया गया है.
वहीं, कीव में हुए हमलों के बाद सभी को आदेश दिया गया है कि वे अपनी जान बचाने के लिए जमीन के नीचे बने शेल्टर्स में छिप जाएं. यूक्रेन और बेलारूस की सीमा पर भी सैनिकों के बीच झड़प की खबर सामने आई है. रूस और बेलारूस में करीबी संबंध हैं, ऐसे में रूस ने वहां पर 30 हजार सैनिकों को तैनात किया हुआ है.