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मह‍िलाओं के हाथों में आई E-Auto की कमान, जल्‍द चलाएंगी DTC व कलस्‍टर बसें

HR BREAKING NEWS:  द‍िल्‍ली की आधी आबादी को सशक्‍त बनाने की द‍िशा में केजरीवाल सरकार ने एक और अहम कदम उठाया है.
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HR BREAKING NEWS,नई दिल्ली, द‍िल्‍ली सरकार (Delhi Government) की ओर से अब मह‍िलाओं को अब ई-ऑटो परम‍िट (E-Auto Permit) अलॉट क‍िए गए हैं. यानी अब द‍िल्‍ली की सड़कों पर मह‍िलाएं भी ई-ऑटो (E-Auto) दौड़ाती हुई नजर आएंगी.


इतना ही नहीं द‍िल्‍ली सरकार की ओर से मह‍िलाओं को स्‍वाबलांबी और सशक्‍त बनाने के ल‍िए उनकी लाइसेंस फीस को भी पूरी तरह से माफ कर द‍िया है.

वहीं उनकी शारीरिक उंचाई के न‍िर्धार‍ित मापदंड को भी कम किया है और तीन साल की बजाय अब एक माह की ट्रेनिंग लेकर महिलाएं डीटीसी (DTC) या क्लस्टर बसें भी चला सकती हैं. इस तरह के प्रावधान केजरीवाल सरकार (Kejriwal Government) की ओर से क‍िए गए हैं.


बताते चलें क‍ि कमर्शियल वाहन चलाने के लिए महिलाओं को जो लाइसेंस लेना पड़ता था, उसकी फीस करीब 15 हजार रुपए थी. सरकार ने यह फीस माफ कर दी है.

अब यह फीस दिल्ली सरकार (Delhi Government) देगी. इसके अलावा, अगर कोई महिला डीटीसी या क्लस्टर की बस चलाना चाहती हैं, तो उसमें भी सरकार रियायत देगी.


पहले डीटीसी या क्लस्टर बस चलाने के लिए तीन साल का अनुभव मांगते थे, जिसे सरकार ने अब खत्म कर दिया है. अब जिस भी महिला के पास लाइसेंस है, वो दिल्ली सरकार के ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट में मात्र एक महीने की ट्रेनिंग करके बसें चला सकती है.

अब महिलाओं को इसके लिए तीन साल तक इंतजार करने की जरूरत नहीं है. वहीं, शारीरिक उंचाई को लेकर जो शर्तें थीं, उसकों भी सरकार ने महिलाओं के लिए कम कर द‍िया है.


द‍िल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरव‍िंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने गुरुवार को आईपी डिपो से इलेक्ट्रिक ऑटो को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था. उन्‍होंने यह भी कहा क‍ि दिल्ली की सड़कों पर अब देश में सबसे ज्यादा इलेक्ट्रिक ऑटो दौड़ेंगे.

दिल्ली में इलेक्ट्रिक ऑटो (Electric Auto) चलने शुरू हो गए. सीएम केजरीवाल ने 20 ऑटो ड्राइवर्स को खुद आरसी भी सौंपी ज‍िसमें महिला ड्राइवर्स भी शाम‍िल रहीं.


इस दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने ई-ऑटो चालक सुनीता चौधरी को मंच पर बुलाकर सभी से उनका परिचय कराया. सीएम ने कहा कि सुनीता जी 2003 से ऑटो चला रही हैं. पांच साल में ईवी पॉलिसी के तहत 45 हजार से अधिक लोगों को नौकरी मिली है.


करीब 19 सालों से ऑटो चला रही सुनीता चौधरी ने बताया कि ऑटो चलाना बिल्कुल सुरक्षित है. कोई दिक्कत नहीं है. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बहुत अच्छी बात है. जिन महिलाओं को आज ई-ऑटो मिले हैं, उन सभी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं. मुझे लगता है कि आज हम सब लोगों के लिए बहुत ही गर्व की बात है.