Indian Railway - ट्रेन टिकट लेते समय बचा सकते है पैसे, ये है तरीका
HR Breaking News, Digital Desk- समय बदलने के साथ यात्रा का मिजाज भी बदल गया है। कुछ साल पहले तक जहां स्लीपर क्लास के टिकटों के लिए मारा-मारी रहती थी, वहीं अब ज्यादातर लोग एसी कोच में सफर करना पसंद करते हैं। इसके अलावा वंदे भारत, तेजस, शताब्दी, राजधानी, दुरंतो और हम सफर एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों को लोग अधिक वरीयता देने लगे हैं।
इनकी ट्रेन टिकट आपको जरूर महंगी पड़ती है, लेकिन इनमें आराम बहुत रहता है और ये समय भी कम लेती हैं। लेकिन क्या आपने कभी ये सोचा है कि इन ट्रेनों में टिकट आखिर क्यों होती है।
ऐसे मिलेगा सस्ता टिकट-
कुछ ऐसे तरीके हैं, जिन्हें अपनाकर आप राजधानी और शताब्दी जैसी ट्रेनों में भी सस्ती टिकट खरीद सकते हैं। दरअसल, जब आप इन ट्रेनों में टिकट बुक करते हैं तो आपको खाने-पीने की सुविधा चुनने का विकल्प दिया जाता है। इसके लिए टिकट बुक करते समय आपको चुनाव करना पड़ता है, लेकिन अगर आप इसे चेक करते हैं तो आपके टिकट में खान-पान का पैसा भी जुड़ जाता है।
कितना सस्ता होगा आपका टिकट-
अगर आप ट्रेन टिकट बुक करते समय नो फूड पर क्लिक करते हैं तो आपकी टिकट कीमत 350 रुपये तक कम हो सकती है। इसमें कैटरिंग चार्ज भी शामिल होता है। जितनी लंबी दूरी की यात्रा आप करते हैं, आपका टिकट भी उतना ही महंगा हो जाता है। तो अगर आप यात्रा के दौरान खाने-पीने की चीजें अपने साथ अपने साथ ले जा सकते हैं तो टिकट बुक करते समय नो 'फूड विकल्प' का चुनाव करें, आपका किराया आधा रह जाएगा।
पहले से कर लें बुकिंग-
अगर आप कुछ दिन बाद ट्रेन से कहीं जाने की सोच रहे हैं तो यात्रा से 15 से 20 दिन पहले अपनी ट्रेन टिकट बुक कर लें। रेलवे टिकट बुकिंग की समय-सीमा 2 महीने से ओपन हो जाती है।
बहुत-सी ट्रेनों में रेलवे द्वारा डायनामिक फेयर प्राइसिंग लागू कर दिया गया है। इसका मतलब हुआ कि आप जितना पहले ट्रेन की टिकट बुक करेंगे, पैसे कम देने पड़ेंगे। ऐन वक्त पर लिए गए टिकट की कीमत की तुलना में समय से पहले लिए गए टिकट का दाम 60 फीसद तक कम हो सकता है।
वीक एंड में यात्रा करने से बचें-
ट्रेन में ज्यादातर लोग शुक्रवार, शनिवार और रविवार को यात्रा करते हैं। इसलिए अगर आप ट्रेन के भारी-भरकम किराए से बचना चाहते हैं, तो रविवार और शुक्रवार को यात्रा करने से बचें।
डिमांड बढ़ने पर रेलवे डायनामिक प्राइसिंग के कारण टिकट के दाम बढ़ा देता है। इसी तरह, हो सके तो पीक टाइमिंग पर यात्रा करने से बचें। नॉन पीक सीजन में टिकट की कीमत कम रहती है।