UP में बसाया जाएगा नया शहर, इन 80 गांवों के अवैधन निर्माण पर चलेगा बुलडोजर
UP New City :वैसे तो इस समय में देश के कई हिस्सों में नए शहरों को बसाया जा रहा है और अब जल्द ही यूपी में नए शहर को बसाने को लेकर कवायद चल रही है। यूपी में इस नए शहर को बसाने के लिए यूपी (UP New City ) के 80 गांवों के अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाया जाएगा। आइए खबर में जानते हैं कि इस नए शहर को बसाने के लिए किन अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चलाया जाएगा।
HR Breaking News (UP New City) यूपी में विकास की गति को तेज करने के लिए कई नई परियोजनाओं पर काम किया जा रहा है और अब जल्द ही यूपी में एक नया शहर बसाया जाने वाला है। यूपी में ये नए शहर (UP New City) को बसाए जाने से लोगों को रोजगार के नए अवसर तो मिलेंगे ही और साथ ही लोगों को कई आधुनिक सुविधाओं का फायदा भी मिल सकेगा। आइए खबर में जानते हैं कि ये नया शहर कहां बसाया जाने वाला है।
कितनी जमीन पर बसाया जाएगा ये शहर
बता दें कि नए नोएडा का विकास दादरी नोएडा गाजियाबाद (Vikas Dadri Noida Ghaziabad) विशेष निवेश क्षेत्र यानी (DNGIR) के 209.11 वर्ग किमी जमीन पर किया जाने वाला है और प्राधिकरण नए नोएडा की बसावट के लिए जमीन अधिग्रहण का प्रोसेस जल्द ही शुरू कर सकती है।
प्रधिकरण इसके लिए बुलंदशहर और गौतमबुद्धनगर के 80 गांव का ड्रोन सर्वे का काम करने वाला है। चयनित कंपनी को इस बात के निर्देश दिए गए हैं कि वो 10 दिन में पीपीटी तैयार करे। इस पीपीटी की प्रस्तुती प्राधिकरण सीईओ के सामने होगी। दरअसल, ड्रोन सर्व में जरूरी बिंदू को पीपीटी के जरिये बताया जाएगा।
अवैध निर्माणों को किया जाएगा ध्वस्त
नोएडा प्राधिकरण की ओर से अब नए नोएडा (new noida) का विकास करने का प्लान किया गया है। सर्वे मे में मिले डेट के मुताबिक अक्टूबर 2024 की सेटलाइट मैप हो चुका है और इससे अवैध निर्माणों का पता चल सकेगा। उसके बाद जिन लोगों ने अवैध निर्माण (illegal construction)किया है उनको नोटिस जारी कर उनके मकानो या बिल्डिंग को ध्वस्त कर दिया जाएगा।
अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी का कहना है कि पछले साल अक्टूबर में शासन ने डीएनजीआइआर (DNGIR)के लिए अधिसूचना को जारी कर दिया था। उनका कहना है कि अधिसूचना के बाद 80 गांव में किसी भी प्रकार का निर्माण करने के लिए नोएडा प्राधिकरण से परमिशन लेना बेहद जरूरी है।
अधिकारी का कहना है कि उस जमीन पर जिसने भी बिना इजाजत के निर्माण किया होगा, उसका निर्माण अवैध माना जाएगा और उन्हें ध्वस्त कर दिया जाएगा। बता दें कि इस दिन की सेटेलाइट तस्वीरें प्राधिकरण (Satellite Imagery Authority) के पास है। ड्रोन सर्वे से जो डाटा मिलेगा, उसको प्रधिकरण के पास मौजूद तस्वीरों से मिलान किया जाएगा और इसके बाद पता खसरों पर अवैध निर्माण का पता चलेगा।
कब शुरू होगा सर्वे का काम
अधिकारी का कहना है कि जैसे ही अधिसूचना मिलती है तो उसके बाद इस काम को करने से पहले ड्रोन सर्वे कंपनी दस दिनों में पीपीटी (ppt)तैयार करेगी और इस पीपीटी को सीईओ के सामने प्रस्तुति देगी, जिसमें वो इस बात को बताएगी कि उसने सर्वे में किन किन बिंदुओं को शामिल किया है।
इस मामले को लेकर नोएडा प्राधिकरण (Noida Authority) में बैठक आयोजित हो चुकी है ओर बैठक में अलग-अलग बिंदुओं और कंपनी जो सुझाव देंगी, उसी के हिसाब से निर्देश दिए जाएंगे। अब कुछ दिनों में 10-15 दिनों में सर्वे का काम पूरा हो जाएगा।
इतनी जमीन का किया जाएगा अधिग्रहण
नया नोएडा को बसाने के पहले चरण में किसानों की सहमति से जमीन अधिग्रहित (land acquired) की जाने का प्लान है और जमीन के बदले में किसानेां को मुआवजे की दर का निर्धारण किया जाएगा। इस नए शहर को बसाने के लिए सबसे पहले 15 गांवों की जमीन अधिग्रित की जाएगी और इसके पहले चरण में 31,65 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण (acquisition of land) किया जाएगा।
बता दें कि इस नए नोएडा को 80 गावों की जमीन पर बसाया जाएगा। हर गांव में तकरीबन 200 किसान परिवारों है और उसके हिसाब से कुल 16 हजार किसान परिवार है। जिनके साथ बैठक की जाएगी।
