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Delhi Metro की एक और सौगात, अब एक और लाइन पर दौड़ेगी मेट्रो, यह है रूट

Delhi Metro News : दिल्ली मेट्रो में सफर तो आपने किया ही होगा, दिल्ली मेट्रो अपने यात्रियों को अच्छी सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए नए-नए कदम उठाती जा रही है। अब फिर दिल्ली मेट्रो के यात्रियों को मेट्रो रेल कॉरपोरेशन की तरफ से बड़ी सौगात मिली है। बताया जा रहा है कि अब एक और नई लाइन पर मेट्रो दौड़ेगी। आइए खबर में जानते है मेट्रो के इस नए रूट के बारे में विस्तार से।
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Delhi Metro की एक और सौगात, अब एक और लाइन पर दौड़ेगी मेट्रो, यह है रूट

HR Breaking News : (DMRC News) दिल्ली मेट्रो में सफर करने वाले यात्रियों के लिए एक और बड़ी खुशखबरी सामनें आई है। फिलहाल दिल्ली मेट्रो फेज 4 गोल्डन लाइन का निर्माण (construction of the golden line) कर रही है। DMRC की तरफ से अपनी गोल्डन लाइन पर एक और उपलब्धि हासिल की गइ है, जो तुगलकाबाद से एरोसिटी तक फैली हुई है। DMRC ने मां आनंदमयी मार्ग और तुगलकाबाद रेलवे कॉलोनी स्टेशन के बीच 0.792 किलोमीटर लंबी सुरंग का काम पूरा कर लिया। 


इसके साथ ही 96 मीटर लंबी टनल बोरिंग मशीन की मदद से सुरंग बनाने में भी सफलता हासिल की है। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन एरोसिटी-तुगलकाबाद कॉरिडोर के हिस्से के रूप में इस खंड पर ऊपर और नीचे की आवाजाही के लिए दो समानांतर गोलाकार सुरंगों का निर्माण कर रहा है। दूसरी समानांतर सुरंग पर 2025 में ही सफलता मिलने की उम्मीद बताई जा रही है।
 

 

DMRC फेज 4 टनल


मेट्रो की नई सुरंग का निर्माण तकरीबन 18 मीटर की औसत गहराई पर किया गया है। इसमें लगभग 566 रिंग लगाए गए हैं, जिनका इनर DMTR 5.8 मीटर है। सुरंग का निर्माण (tunnel construction) अर्थ प्रेशर बैलेंसिंग मेथड (EPBM) की तकनीक का उपयोग करके किया गया है, जिसमें प्रीकास्ट टनल रिंग (Precast Tunnel Ring) से बनी कंक्रीट लाइनिंग है। इन टनल रिंग को मुंडका में स्थापित एक पूरी तरह से मशीनीकृत कास्टिंग यार्ड में कास्ट किया गया था। कंक्रीट सेगमेंट को तेजी से मजबूती प्राप्त करने के लिए स्टीम क्योरिंग सिस्टम से ठीक किया गया था।
 

 

भूमिगत लाइनों का निर्माण 


फिलहाल स्वीकृत फेज 4 के काम के तहत 40.109 किलोमीटर भूमिगत लाइनों का निर्माण (construction of underground lines) किया जा रहा है। एरोसिटी-तुगलकाबाद कॉरिडोर में कुल 19.343 किलोमीटर भूमिगत खंड हैं।

 

 


सुरंग निर्माण का प्रोसेस


इन भूमिगत सुरंगों की खुदाई टीबीएम मशीन (TBM Machine) का उपयोग करके की जा रही है। टनल बोरिंग मशीन (TBM) एक ऐसी मशीन है जिसका इस्तेमाल मिट्टी और चट्टानी परतों के माध्यम से एक गोलाकार क्रॉस-सेक्शन वाली सुरंगों की खुदाई (tunnel construction process) के लिए किया जाता है। 


उन्हें रेत से लेकर चट्टान तक किसी भी चीज को छेदने के लिए तैयार किया (Uses Of TBM) जा सकता है। टनल बोरिंग मशीन ने पूरी दुनिया में सुरंग बनाने के काम में महारत हासिल की है, जिससे इमारतों और अन्य सतही संरचनाओं को बिना कोई नुकसान पहुंचाए सुरंग खोदना आसान हो गया है। 


दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC Latest Updates) सुरंग निर्माण काम के लिए चरण 1 से ही टीबीएम का इस्तेमाल कर रही है। चरण 3 में, जब लगभग 50 किलोमीटर भूमिगत खंड का निर्माण (construction of underground section) किया गया था, तब राजधानी में लगभग 30 टीबीएम तैनात की गई थीं।

क्या-क्या होगा लाभ?


इस चरण के बनने से Delhi Metro में टोटल 65.20 KM नई लाइनों का विस्तार हो रहा है। 65.20 KM में से 40 KM से अधिक हिस्सा अंडरग्राउंड होगा। सबसे अहम कड़ी गोल्डन लाइन (तुगलकाबाद–एरोसिटी कॉरिडोर) की मानी जा रही है। ये गोल्डन लाइन दिल्ली के दक्षिणी हिस्से को IGI एयरपोर्ट से जोड़ेगी। जिसकी वजह से लोगों को सफर के दौरान कम से कम समय लगेगा, इन सबके अलावा लोगो को कई इंटरचेंज से भी छुटकारा मिल सकेगा, खासकर रोजाना यात्रा (Delhi Metro Passengers) करने वाले यात्रियों को इससे काफी फायदा होने वाला है।