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google street view इन 10 शहरों शुरू में होगी गूगल स्ट्रीट व्यू की सुविधा, सड़क पर चल रहे काम की मिलेगी जानकारी

google street view अक्सर हम सफर के दौरान रास्तों की खोज के लिए गूगल मैप (google map) का इस्तेमाल करते है लेकिन अब गूगल मैप में एक नया फीचर जुड़ गया है। जिसकी मदद से हम न केवल गूगल मैप पर रास्तो की तलाश कर सकते है बल्कि अपने शहर में सड़कों पर चल रहे काम की जानकारी भी ले सकते है। आइए जानते है क्या गूगल स्ट्रीट व्यू
 
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HR Breaking News, डिजिटल डेस्क नई दिल्ली, सफर के दौरान अगर आप भी गूगल मैप्स का यूज करते हैं, तो आपके लिए एक अच्छी खबर है। गूगल मैप्स में एक काम का फीचर जुड़ गया है। जी हां, गूगल ने बुधवार को नई दिल्ली में हुई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में घोषणा की कि उसकी स्ट्रीट व्यू सर्विस (Street View Service) को भारत में गूगल मैप्स पर फिर से फिर से लाया जा रहा है। गूगल का नया स्ट्रीट व्यू फीचर, यूजर्स को शहर की सड़कों और सार्वजनिक भवनों का 360-डिग्री व्यू दिखाता है, जिससे यूजर को उस स्थान का बेहतर अनुभव प्राप्त होता है। इवेंट में गूगल ने घोषणा की कि वह जेनेसिस और टेक महिंद्रा के सहयोग से भारत में स्ट्रीट व्यू ला रहा है। फीचर 10 भारतीय शहरों के लिए उपलब्ध होगा, जो शुरू में 150,000 किलोमीटर सड़कों को कवर करेगा। कंपनी का लक्ष्य इस साल के अंत तक 50 शहरों में इस सुविधा का विस्तार करना है।

 


इसके साथ ही, पहल के हिस्से के रूप में, टेक महिंद्रा भीड़-भाड़ वाली जगहों के लिए कैमरों से लैस एसयूवी को तैनात करेगी। बता दें कि भारत सरकार ने 2016 इस फीचर के रोलआउट को यह कहते हुए खारिज कर दिया था कि यह देश के सुरक्षा हितों से समझौता करेगा।

 

फिलहाल सिर्फ इन 10 शहरों में मिलेगी सुविधा
अल्फाबेट के गूगल ने टेक महिंद्रा और जेनेसिस के साथ साझेदारी में भारत के 10 शहरों में अपनी स्ट्रीट व्यू सेवा शुरू की। गूगल मैप्स पर स्ट्रीट व्यू फंक्शनैलिटी बेंगलुरु, चेन्नई, दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, पुणे, नासिक, वडोदरा, अहमदनगर और अमृतसर में 150,000 किलोमीटर की सड़कों को कवर कर रही है। टेक दिग्गज इस फीचर को साल के अंत तक 50 भारतीय शहरों में ला रहे हैं। डेटा कलेक्शन लोकल पार्टनर्स द्वारा किया जाएगा,

गूगल ने पुष्टि की, कि स्ट्रीट व्यू एपीआई लोकल डेवलपर्स के लिए उपलब्ध कराया जाएगा। भारत पहला देश है जहां स्ट्रीट व्यू को मुख्य रूप से पार्टनर्स द्वारा सक्षम किया गया है। इसे नई राष्ट्रीय भू-स्थानिक नीति के आधार पर क्रियान्वित किया जाता है जो घरेलू कंपनियों को डेटा और आधुनिक मैपिंग तकनीकों को इकट्ठा करने की अनुमति देती है।


ऐसे काम करेगा गूगल का नया स्ट्रीट व्यू फीचर
गूगल मैप्स पर, किसी भी लक्षित शहर में सड़क को ज़ूम करके और उस क्षेत्र को टैप करके स्ट्रीट व्यू तक पहुंचा जा सकता है जिसे आप देखना चाहते हैं। यह लोकल कैफे, कल्चलर हॉटस्पॉट या लोकल नेबरहुड को डिस्प्ले करेगा। कहा जा रहा है कि यह गूगल अर्थ इंजन की मदद से सतह के तापमान का डेटा भी मुहैया कराता है। गूगल अपने स्वयं के किसी भी स्ट्रीट व्यू वाहन का उपयोग नहीं करेगा, इसके बजाय, पिछली पीढ़ी के महिंद्रा स्कॉर्पियो को तैनात किया जाएगा।


गूगल के डेटा ऑपरेशंस प्रोडक्ट मैनेजर स्टैफ़ोर्ड मार्क्वार्ड ने कहा कि नया गूगल स्ट्रीट व्यू कैमरा (Google I/O में पेश किया गया) भारत में भी आ सकता है (यदि यह उस समय तक तैयार हो जाता है) भले ही वे अपने वाहनों का उपयोग नहीं कर रहे हों। "हम भारत के लिए भी इमर्सिव व्यू लाना पसंद करेंगे, लेकिन हमने कुछ भी तय नहीं किया है। चूंकि यह 3D डेटा और एरियल व्यू का उपयोग करता है, इसलिए हमें इसे भारत में लाने के लिए शायद इसी तरह के सहयोग करने होंगे।"


रोड सेफ्टी के लिए ये कदम उठा रहा गूगल
गूगल ने रोड सेफ्टी उपायों और यातायात की भीड़ को कम करने के लिए लोकल अधिकारियों के साथ अपने सहयोग की भी घोषणा की। सेफ ड्राइविंग को बढ़ावा देने के लिए, गूगल मैप्स ट्रैफ़िक अधिकारियों द्वारा शेयर की गई स्पीड लिमिट को डिस्प्ले करेगा, जिसकी शुरुआत बेंगलुरु और चंडीगढ़ से होगी। बेंगलुरू ट्रैफिक पुलिस के सहयोग से गूगल ट्रैफिक लाइट के समय को बेहतर बनाने की दिशा में काम कर रहा है, जिसका लक्ष्य चौराहों पर वेटिंग टाइम, सड़क की भीड़ और कार्बन उत्सर्जन को कम करना है। कंपनी इसका विस्तार कोलकाता और हैदराबाद में करेगी।