home page

haryana weather update तेज धूप के बाद हरियाणा में बारिश के आसार, देखिये 21 से 23 तक कैसा रहेगा मौसम

haryana weather update : हरियाणा (Haryana)  में दिन का तापमान (Temperature) कई शहरों में बढ़ गया है। जबकि इस प्रकार का मौसम (Haryana Weather) मार्च में होली के आसपास नजर आता है। सूर्य की तपिश बढ़ने से दिन के समय तापमान काफी बढ़ गया है।
 | 

HARYANA WEATHER :  कुछ दिन पहले हिसार में 27 डिग्री सेल्सियस तक तापमान पहुंच गया था मगर शनिवार को 24.8 डिग्री सेल्सियस दिन का तापमान दर्ज किया है। जो कि सामान्य के बराबर है। मगर जल्द ही उत्तरी हरियाणा (haryana weather update) में बारिश देखने को मिल सकती है। क्योंकि एक और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है।

हरियाणा में रजिस्ट्री फर्जीवाड़ा, 200 से अधिक अधिकारी व कर्मचारियों पर गिरेगी गाज

जो उत्तरी हरियाणा (haryana weather update) में बूंदाबांदी कर सकता है। हालांकि मौसम विज्ञानी पश्चिमी विक्षोभ का आंशिक प्रभाव ही बता रहे हैं। इसी के साथ रात्रि तापमान सामान्य से दो डिग्री घटकर 8.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

  • How will the weather be on 21-23 January : 24 फरवरी तक मौसम परिवर्तनशील 

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डा. मदन खिचड़ ने बताया कि राज्य में 24 फरवरी तक मौसम आमतौर पर परिवर्तनशील रहने की संभावना है।

पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव से 21 फरवरी देर रात्रि से 23 फरवरी (How will the weather be on 23 and 24 January) के बीच राज्य के पश्चिम व दक्षिण क्षेत्रों में आंशिक बादलवाई व मध्यम गति से हवा चलने की संभावना है। उत्तर हरियाणा में कुछ एक स्थानों पर गरज चमक व छिटपुट बूंदाबांदी की भी संभावना बन रही है। इस दौरान दिन के तापमान में हल्की गिरावट तथा रात्रि तापमान में हल्की बढ़ोतरी होने की भी संभावना है।

हरियाणा न्यूज : सुबह 6 बजे ही पुरूष पुलिस ने घरों में घुसकर महिलाओं पर चलाए डंडे

  • क्या होता पश्चिमी विक्षोभ (what was western disturbance)

haryana weather update पश्चिमी विक्षोभ (western disturbance) भूमध्यरेखा-क्षेत्र में उत्पन्न होने वाली वह बाह्य- उष्ण कटिबंधीय आंधी है जो सर्दी में भारतीय उपमहाद्वीप के पश्चिमोत्तर भागों में अकस्मात मैदानी क्षेत्रों में बारिश तो पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी ले आती है।

यह बारिश मानसून की बरसात से भिन्न होती है। यह ईरान ईराक अफगानिस्तान होते हुए भारत में प्रवेश करते हैं। हर माह में पश्चिमी विक्षोभ तीन से चार आते हैं।