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Milk Price Hike : आज से महंगा हो गया दूध, अब एक लीटर के लिए देने होंगे इतने रूपए

मार्च का महीना शुरू होते ही दूध कंपनियों में दूध के दाम बढ़ा दिए हैं जिससे आम आदमी को दूध चाय पीना भी मुश्किल होने वाला है। किस जगह कितने बढ़े हैं दाम, आइये जानते हैं 
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फिर महंगा हो गया दूध

HR Breaking News, New Delhi : आम जनता पर आज महंगाई की मार देखने को मिल रही है. गैस सिलेंडर से लेकर दूध की कीमतों (milk price) तक में इजाफा हो गया है. आज सुबह को सरकारी तेल कंपनियों ने गैस सिलेंडर के रेट्स में बढ़ोतरी की थी. वहीं, अब दूध की कीमतों में भी इजाफा हो गया है. आज से आपको दूध के लिए भी ज्यादा रुपये खर्च करने होंगे. 

5 रुपये महंगा हो गया दूध
आपको बता दें आज से एक लीटर दूध की कीमत में 5 रुपये का इजाफा हो गया है यानी आपको 5 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से ज्यादा खर्च करने होंगे. देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में भैंस के दूध की थोक कीमतों में इजाफा हो गया है. यह इजाफा मंगलवार को आधी रात से हुआ है यानी आपको 1 मार्च से दूध खरीदने के लिए ज्यादा रुपये खर्च करने होंगे. 

भैंस का दूध हो गया महंगा
मुंबई दुग्ध उत्पादक संघ (MMPA) ने पिछले हफ्ते जानकारी देते हुए बताया है कि भैंस के दूध के थोक मूल्य में भारी इजाफा हुआ है, जिसका असर आम जनता पर भी पड़ेगा. MMPA की कार्यकारी समिति के सदस्य सीके सिंह ने कहा कि थोक दूध की कीमतें 80 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर 85 रुपये प्रति लीटर हो जाएंगी और 31 अगस्त तक लागू रहेंगी.

90 रुपये प्रति लीटर हो गया भाव
बता दें पहले भैंस के दूध की कीमत 85 रुपये प्रति लीटर थी, लेकिन 5 रुपये का इझाफा होने के बाद एक लीटर दूध की कीमत 90 रुपये प्रति लीटर हो गई है. इसका सीधा असर रेस्तरां, फुटपाथ विक्रेताओं या छोटे भोजनालयों में परोसे जाने वाले एक कप चाय-कॉफी-उकला-मिल्कशेक आदि की दरों पर प्रभाव पड़ेगा.

सितंबर 2022 में भी हुआ था इजाफा
आपको बता दें इससे पहले सितंबर 2022 में दूध की कीमतों में इजाफा हुआ था. उस समय पर भैंस के दूध की थोक कीमतों को 75 रुपये से बढ़ाकर 80 रुपये प्रति लीटर किया था. 
बढ़ेगी दूध की मांग
त्योहारी सीजन में दूध और दूध से बने प्रोडक्ट्स की डिमांड में कम से कम 30 से 35 फीसदी तक बढ़ सकती है. इसके अलावा शादी सीजन की वजह से भी दूध की मांग में इजाफा देखने को मिल सकता है. बता दें अगले कुछ महीनों में होली, गुड़ी पड़वा, राम नवमी, महावीर जयंती, गुड फ्राइडे के बाद ईस्टर, रमजान ईद और अन्य जैसे त्योहार है, जहां उत्सव के बजट का विस्तार करना होगा.