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motivational story in hindi पिता बीमार हुए तो हरियाणा की बेटी ने संभाला ऑटो का स्टेयरिंग, उठा रही परिवार का बोझ

family motivational story in hindi फ़रीदाबाद:आज महिलाएं भी हर काम में आगे बढ़ रही हैं और सशक्त हो रही हैं। हालांकि आज भी ऐसे कई लोग हैं जो सोचते हैं कि परिवार की ज़िम्मेदारी सिर्फ बेटा ही उठा सकता है लेकिन आज जिस बेटी के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं उसने ये साबित कर दिया है कि लड़कियां भी अपने माता पिता का सहारा बन सकती हैं और अपने परिवार की ज़िम्मेदारी उठा सकती हैं।
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Best Motivational Story in hindi फ़रीदाबाद की रहने वाली इस बेटी का नाम पार्वती है। आज पार्वती ऑटो चलाकर अपने घर का गुजारा चला रही हैं। ऑटो चलाकर वाकई पार्वती नारी सशक्तिकरण की मिसाल को भी पेश कर रही हैं। उनके जज़्बे की आज हर कोई तारीफ कर रहा है। आइए जानते हैं पार्वती के बारे में।

 

शुरू किया ऑटो चलाना

हौंसलें बुलंद हों तो जिंदगी में कुछ भी हासिल किया जा सकता है। आज भी ऐसे कई लोग हैं जो अपने सराहनीय कार्यों से अनेकों के लिए प्रेरणा बन चुके हैं। ऐसी ही युवती के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं जो आज वाकई अनेकों के लिए मिसाल बन चुकी हैं। इस युवती का नाम पार्वती है जो हरियाणा के फ़रीदाबाद में रहती हैं।

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पार्वती के पिता बीमार हैं

पार्वती आज एक ऑटो चालक के तौर पर काम करती हैं। दरअसल पार्वती के पिता बीमार हैं इसलिए वे घर चलाने में असमर्थ हैं। अपने पिता का सहारा बनने के लिए ही पार्वती ने ऑटो चलाने का ये सराहनीय फैसला किया। वहीं पार्वती इसलिए भी ऑटो रिक्शा चलाना चाहती हैं क्यूंकि उन्हें पता है कि आजा भी कई लड़कियां और महिला पुरुष ऑटो चालक के सार्थ असहज महसूस करती है इसलिए वे महिलाओं को भी सुरक्षित महसूस कराना चाहती हैं।

अनेकों महिलाओं के लिए बनी मिसाल

बता दें कि अपने इस नेक फैसले से पार्वती अनेकों महिलाओं के लिए मिसाल बन चुकी हैं। पार्वती सुबह 7 बजे से लेकर रात 9 बजे तक ऑटो रिक्शा चलाती हैं जिसमें ज़्यादातर वे बुजुर्ग और महिलाओं को ही बैठाती हैं। पार्वती के मुताबिक जब वे ऑटो रिक्शा चलाती हैं तो रास्ते में मिलने वाली पुलिस भी पार्वती का हौंसला अफजाही करती है और उसे आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है। अपने इस फैसले से पार्वती भी बेहद खुश हैं। पार्वती पलवल तक अपना ऑटो चलाती हैं। पार्वती जिस तरह से मुश्किल समय में अपने परिवार का सहारा बनी है ये वाकई काबिल ए तारीफ है।