New Expressway in UP : 22 जिलों से गुजरेगा यूपी का नया एक्सप्रेसवे, साथ में 131 गांवों की भी पलटेगी किस्मत
New Expressway in UP : एक ताजा रिपोर्ट के मुताबि आपको बता दें कि यूपी का ये नया एक्सप्रेसवे 22 जिलों से होकर गुजरेगा. नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) यहां डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) तैयार करने का काम तेज़ी से कर रहा है. शुरुआती अनुमान के अनुसार, यह एक्सप्रेसवे जिले के लगभग 131 गांवों को छूएगा-
HR Breaking News, Digital Desk- (New Expressway in UP) गोरखपुर-शामली–पानीपत एक्सप्रेसवे का नया रूट अब बिजनौर जिले से होकर तय किया जा रहा है. नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) यहां डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) तैयार करने का काम तेज़ी से कर रहा है. शुरुआती अनुमान के अनुसार, यह एक्सप्रेसवे जिले के लगभग 131 गांवों को छूएगा. इसी कारण प्रशासन ने इन गांवों के भू-राजस्व मानचित्र (land revenue map) मंगवाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
यह एक्सप्रेसवे बिजनौर जिले में बालावाली से प्रवेश करेगा और स्योहारा से आगे निकल जाएगा. यातायात को आसान बनाने के लिए रास्ते में पुल, ओवरब्रिज और फ्लाईओवर बनाए जाएंगे. अधिकारी वर्तमान में दो से अधिक वैकल्पिक मार्गों पर विचार कर रहे हैं. अंतिम रूट का चयन ट्रैफिक दबाव, जनसंख्या घनत्व और भविष्य के औद्योगिक विकास जैसे कारकों पर आधारित होगा.
पहले चांदपुर को जोड़ा गया था प्रस्ताव में-
कुछ साल पहले चांदपुर बायपास से होकर एक्सप्रेसवे निकालने का सुझाव भी सामने आया था. उस समय के जिलाधिकारी अंकित अग्रवाल ने शासन को प्रस्ताव भेजा था कि चांदपुर क्षेत्र को इंडस्ट्रियल हब के तौर पर विकसित किया जाए, ताकि एक्सप्रेसवे का लाभ सीधे स्थानीय उद्योग और रोजगार तक पहुंचे. हालांकि अब नए रूट में बालावाली से स्योहारा-जसपुर मार्ग तक का खाका तैयार किया जा रहा है.
बड़े शहरों से मजबूत होगी कनेक्टिविटी-
एक्सप्रेसवे बनने के बाद बिजनौर से गोरखपुर (Bijnor to Gorakhpur), शामली और पानीपत जैसे बड़े शहरों तक सफर आसान और तेज हो जाएगा. इससे न सिर्फ़ कृषि उत्पादों (agricultural products) को नए बाजार मिलेंगे बल्कि छोटे व्यापारियों को भी बड़े शहरों तक सीधी पहुंच का फायदा होगा. हालांकि, एक्सप्रेसवे 131 गांवों से होकर गुजरेगा, जिससे जमीन अधिग्रहण और पुनर्वास (Land acquisition and rehabilitation) जैसी चुनौतियां भी सामने आएंगी. प्रशासन ने इन हालात से निपटने की तैयारी शुरू कर दी है.
किसानों और ग्रामीणों की राय भी होगी अहम-
(NHAI) अधिकारियों के मुताबिक, एलाइमेंट सर्वेक्षण पूरी सावधानी से किया जा रहा है. आने वाले समय में डीपीआर (DPR) सरकार को सौंप दी जाएगी. इसके बाद भूमि अधिग्रहण (Land acquisition) का काम शुरू होगा. इस प्रक्रिया में ग्रामीणों और किसानों की राय भी ली जाएगी ताकि विकास कार्यों के साथ-साथ लोगों के हित सुरक्षित रहें.
बिजनौर के लिए क्या मायने रखता है यह प्रोजेक्ट-
गोरखपुर-शामली–पानीपत एक्सप्रेसवे (Gorakhpur–Shamli–Panipat Expressway) बिजनौर के लिए गेम चेंजर साबित होगा. यह एक्सप्रेसवे जिले को तेज़ रफ़्तार कनेक्टिविटी प्रदान करेगा. विशेषज्ञों के अनुसार, यह सिर्फ़ यातायात सुगम नहीं बनाएगा, बल्कि बिजनौर में उद्योग और रोज़गार के नए दरवाज़े खोलेगा. आने वाले समय में, यह एक्सप्रेसवे बिजनौर को औद्योगिक मानचित्र पर एक मज़बूत पहचान दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है, जिससे ज़िले की पूरी तस्वीर बदल जाएगी.
