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Indian money : 500 रुपये के नए नोट हुए जारी, इनसे हटाई जाएगी महात्मा गांधी की तस्वीर, जानिये रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने क्या कहा

Indian money news : 500 रुपये के नोट को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है। महात्मा गांधी हमारे देश के राष्ट्र पिता है और देश की करेंसी के ऊपर इनकी ही तस्वीर छापी जाती है, पर हाल ही में ये खबर तेज़ी से वायरल हो रही है की सरकार ने 22 जनवरी से 500 रुपये के नए नोट लॉन्च (500 Rupees New Note) किए हैं। सरकार द्वारा जारी किए गए नए नोटों पर महात्मा गाँधी की तस्वीर नहीं होगी। अब नोटों पर छपेगी किसकी फोटो, और क्या है इस खबर की सच्चाई, आइये नीचे जानते हैं इसकी पूरी डिटेल...

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महात्मा गाँधी की जगह इनकी होगी तस्वीर

HR Breaking News, New Delhi :  बैंकिंग सेक्टर का रेग्यूलेटर केंद्रीय रिजर्व बैंक (reserve bank of india) ने भगवान श्रीराम के तस्वीरों वाला 500 रुपये के नए सीरीज का नोट जारी किया है? क्या रिजर्व बैंक (reserve bank of india news) भगवान श्रीराम और अयोध्या में तैयार हो रहे राम मंदिर की तस्वीरों के साथ 500 रुपये का नोट जारी करने जा रहा है?  सोशल मीडिया पर भगवान श्रीराम और अयोध्या में बन रहे राम मंदिर की तस्वीरों के साथ 500 रुपये के नोट का फोटो लगातार तेजी से वायरल हो रहा है।   

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महात्मा गांधी की जगह लगाई गई श्रीराम की तस्वीर

सोशल मीडिया पर भगवान श्रीराम और अयोध्या में श्रीराम मंदिर के तस्वीरों के साथ वाला 500 रुपये के नोट को देखें तो 500 रुपये के नोट में जहां राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की तस्वीर है वहां वायरल हो रहे 500 रुपये के नोट में भगवान श्रीराम की तस्वीर लगाई गई है और नोट के पीछे जहां लाल किले की फोटो है उस जगह पर अयोध्या में बने राम मंदिर की तस्वीर है। फिलहाल सोशल मीडिया (social media) पर लगातार भगवान श्रीराम के फोटो के साथ 500 रुपये का नोट ट्रेंड कर रहा है।

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रिजर्व बैंक ने जारी कर रहा नए सीरीज के नोट? 

एक तरफ ये नोट वायरल हो रहा है पर दूसरी ओर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की तरफ से भगवान श्रीराम के तस्वीर वाले 500 रुपये के नए सीरीज के नोट जारी किए जाने की कोई सूचना सामने नहीं आई है। सूत्रों के अनुसार भगवान श्रीराम की तस्वीरों के साथ वायरल हो रहा 500 रुपये का नोट फर्जी है।  बैंकिंग सेक्टर (bank news) के जानकार और वॉयस ऑफ बैंकिंग के फाउंडर अश्वनी राणा ने कहा, केंद्रीय बैंक (RBI) की ओर से ऐसी कोई ना तो घोषणा की गई है और न जानकारी दी गई है।  उन्होंने कहा कि ये एक फेक न्यूज है।  आरबीआई (reserve bank of india) ऐसा कोई भी 500 रुपये के नए सीरीज का नोट जारी नहीं करने जा रहा है।    

RBI पहले भी कर चुका है खंडन

ये ऐसा पहला मौका (reserve bank of india) नहीं है जब राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जगह किसी और तस्वीर के साथ 500 रुपये के नए सीरीज वाले नोट जारी किए (reserve bank of india news) जाने की बात सामने आई है।  पिछले वर्ष भी ये रिपोर्ट की जा रही थी कि RBI मौजूदा करेंसी और बैंक नोट में महात्मा गांधी की तस्वीर को बदलकर रवींद्रनाथ टैगोर और मिसाइल मैन पूर्व राष्ट्रपति एपीजे कलाम की तस्वीर वाले नए सीरीज के नोट छापने पर विचार कर रहा है।

इसके बाद आरबीआई (reserve bank of india big news) को इस खबर का खंडन करने के लिए सामने आना पड़ा।  तब केंद्रीय बैंक ने कहा था कि ऐसा कोई प्रस्ताव आरबीआई के सामने नहीं आया है।  

 

500 रुपये के स्टार वाले नोट को लेकर RBI ने किया क्लीयर


500 रुपये के नोट को लेकर सोशल मीडिया पर एक और ऐसी अफवाह फैली कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI Guideline) को भी सामने आना पड़ा।  RBI ने 'स्टार' निशान (*) वाले नोट की वैधता को लेकर सोशल मीडिया पर जताई जा रही तमाम आशंकाओं को खारिज करते हुए   कहा है कि आपके पास अगर ऐसा कोई बैंक नोट आया है, जिसमें सीरीज के बीच स्टार लगा है, तो ये नोट भी किसी भी दूसरे नोट की तरह वैध है।

केंद्रीय बैंक (RBI) ने जारी बयान में कहा कि गलत छपाई वाले नोट की जगह जारी किए जाने वाले नोट पर अंकित संख्या वाले पैनल में स्टार निशान जोड़ा है।  इस स्टार निशान को देख कर कुछ लोगों ने इसे दूसरे 500 रुपये के नोट से तुलना करते हुए नकली या अवैध बताया है, जिसके बाद आरबीआई ने संज्ञान लेते हुए जानकारी दी है। RBI ने बताया कि सीरियल नंबर वाले नोटों की गड्डी में गलत ढंग से छपे नोट के बदले स्टार निशान वाले नोट जारी किए जाते हैं।  स्टार का ये निशान नोट के नंबर और उसके पहले दर्ज होने वाले अक्षरों के बीच में लगाया जाता है।


नोट पर स्टार के निशान का ये है मतलब


केंद्रीय बैंक (RBI) ने यह स्पष्ट किया कि स्टार निशान वाला बैंक नोट किसी भी दूसरे वैध नोट की ही तरह है। नोटों पर स्टार निशान बस यह दिखाता है कि उसे बदले गए या दोबारा प्रिंट किए गए नोट की जगह जारी किया गया है। बता दें कि स्टार नोट का प्रचलन नोट की प्रिंटिंग को आसान बनाने, लागत कम करने के लिए साल 2006 में शुरू किया था। इससे पहले RBI गलत प्रिंट होने वाले नोट को उसी नंबर के सही नोट से बदलता था।  

 

RBI ने इस कारण बंद किया 5 रुपये का सिक्का


पिछले कुछ समय में आपने इस बात पर जरूर गौर किया होगा कि 5 रुपये के पुराने मोटे सिक्के मार्केट में आने बंद हो गए है। आसान शब्दों में कहें तो पुराने 5 रुपये के सिक्के बनने बंद हो गए हैं।  केवल बाजार में जो सिक्के बचे हैं, वही चल रहे हैं। लेकिन, क्या आप जानते हैं रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने ऐसा क्यों किया है और क्यों इन सिक्कों के बंद करके RBI ने नए तरीके के सिक्के बनाए है। दरअसल, इसके पीछे एक बहुत बड़ी वजह थी।  दरअसल, 5 रुपये के पुराने सिक्के काफी मोटे होते थे, लिहाजा इन सिक्कों को बनाने में भी ज्यादा मेटल का इस्तेमला होता था । 
ये सिक्के जिस मेटल से बने हुए थे, दाढ़ी बनाने वाला ब्लेड भी उसी मेटल से बनाए जाते हैं। जब कुछ लोगों को इस बात की जानकारी हुई तो उन्होंने इसका गलत फायदा उठाना शुरू कर दिया।


सरफेस वैल्यू से ज्यादा थी 5 रुपये के सिक्के की कीमत


हर सिक्के के की कीमत दो तरह से होती है।  पहली होती है ​सरफेस वैल्यू और दूसरी होती है  सिक्के की मेटल वैल्यू। सरफेस वैल्यू वो है जो  सिक्के पर लिखी होती है।  जैसे 5 के सिक्के पर 5 लिखा होता है और मेटल वैल्यू होती है उसको बनाने के लिए इस्तेमाल हुई मेटल की कीमत कितनी है।

इस तरह 5 के पुराने वाले सिक्के को पिघलाने पर उसकी मेटल वैल्यू, सरफेस वैल्यू से कहीं ज्यादा थी।  जिसका फायदा उठा कर इस सिक्के से ब्लेड्स बनाए जाने लगे। मार्केट में जब सिक्के कम होने लगे और इसकी भनक सरकार को लगी तो भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 5 रुपये के सिक्कों को पहले के मुकाबले पतला कर दिया और साथ ही इसको बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाली मेटल को भी बदल दिया। इस वजह से RBI को इन सिक्कों को मजबूरी में बंद करना पड़ा। RBI ने 5 और 10 रुपये के अलग अलग डिजाइन के सिक्के लॉन्च किए हैं। इसी के चलते कई दुकानदार 5 और 10 रुपये के इन सिक्कों को लेने से मना कर देते हैं। इसको लेकर भी रिजर्व बैंक ने स्पष्ट किया है। 

 

मौजूदा सयम ये सिक्के हैं चलन में


RBI ने कहा कि 10 रुपये के सिक्के के अलावा, 1 रुपये, 2 रुपये, 5 रुपये के सिक्के चलन में हैं। ये सभी सिक्के एक से ज्यादा डिजाइन के साथ जारी किए गए हैं। ऐसे में सभी तरह के सिक्के मान्य हैं और कोई इसे नकली कहकर लेने से मना नहीं कर सकता है। 
रिजर्व बैंक के अनुसार, अब तक सिर्फ 25 पैसे या उससे कम कीमत के सिक्कों को बैन किया गया है और इनका प्रचलन बंद कर दिया है। वहीं, 50 पैसे के सिक्के जारी नहीं किए जाते, लेकिन ये सिस्टम में अभी भी मौजूद हैं और इन्हें भी कोई लेने से मना नहीं कर सकता है।


कोई सिक्का लेने से मना करने पर क्या करें?


अगर कोई व्यक्ति या दुकानदार 5 और 10 रुपये  के सिक्के को लेने से मना कर दें तो ऐसी स्थिति में उसके खिलाफ शिकायत दर्ज की जा सकती है और दुकानदार को सख्त कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है। NCIB के अनुसार, भारतीय मुद्रा अधिनियम और IPC की धारा 489(A) से 489(E) के तहत इसके खिलाफ FIR दर्ज कराई जा सकती है। साथ ही, तत्काल सहायता के लिए पुलिस को भी कॉल कर सकते हैं। 

सबसे ज्यादा 20 और 500 रुपये के नकली नोटों की बढ़ी संख्या


इस वर्ष साल 500 रुपये के अलावा 20 रुपये के नकली नोटों की संख्या में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। 2022-23 में 20 रुपये के नकली नोटों में 8.4 फीसदी की तेजी देखने को मिली है। वहीं 10 रुपये के नकली नोटों की संख्या में 11.6 फीसदी का इजाफा हुआ है और 100 रुपये के नकली नोटों की संख्या में 14.7 फीसदी की कमी आई है। 
नकली नोट के अलावा रिजर्व बैंक (RBI) ने अपनी एनुअल रिपोर्ट में नोटों पर होने वाली छपाई की भी पूरी जानकारी दी है। आरबीआई ने 2022-23 में कुल 4 हजार 682 करोड़ रुपये नोट छापने के खर्च किए थे। 2021-22 में छपाई का खर्च 4 हजार 984.80 करोड़ रुपये था।


10 और 500 के नोटों की सर्कुलेशन में सबसे बड़ी हिस्सेदारी


वहीं अगर सर्कुलेशन की बात करें, तो सबसे ज्यादा 10 रुपये और 500 रुपये के नोट सर्कुलेशन में मौजूद हैं।  2023 तक वॉल्यूम के हिसाब से देश के कुल करेंसी सर्कुलेशन का 37.9 फीसदी 500 के नोट है।  इसके बाद 10 रुपये के नोट की हिस्सेदारी 19.2 प्रतिशत है ऐसे में 500 रुपए के नकली नोटों को सिस्टम से साफ करना केंद्रीय बैंक (RBI) की बड़ी जिम्मेदारी है।