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Property Documents : प्रोपर्टी खरीदने के बाद भी नहीं मिलेगा मालिकाना हक, ये डॉक्यूमेंट होना जरूरी

property buying tips : हर किसी का सपना होता है कि वो अपनी प्रोपर्टी की खरीदी करें लेकिन कई बार ऐसा होता है कि प्रॉपर्टी की खरीदी करने से पहले उनको प्रॉपर्टी (property papers) की खरीदी करने से पहले 7 डॉक्यूमेंट्स की जांच करनी काफी ज्यादा जरूरी है। इन दस्तावेजों के बिना किसी को भी मालिकाना हक नहीं मिलने वाला है। आइए जानते हैं इस बारे में पूरी जानकारी।

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Property Documents : प्रोपर्टी खरीदने के बाद भी नहीं मिलेगा मालिकाना हक, ये डॉक्यूमेंट होना जरूरी

HR Breaking News - (Property knowledge)। अगर आप भी प्रॉपर्टी की खरीदी करने की प्लानिंग कर रहे हैं तो ये खबर आपके काफी काम की हो सकती है। बता दें कि प्रॉपर्टी की खरीदी (property purchasing tips) करने से पहले आपको कुछ दस्तावेजों की जांच जरूर से कर लेनी चाहिए क्योंकि अगर आप इन डॉक्यूमेंट्स की जांच नहीं करते हैं तो आपकी परेशानी बढ़ सकती है। खबर में जानिये इन दस्तावेजों के बारे में।

1. सेल डीड को जरूर करें चेक-

प्रोपर्टी की खरीदी करने से पहले आपको सेल डीड यानी बैनामा (sale deed) को जरूर से चेक कर लेना चाहिए। असली बैनामा ही किसी को उस संपत्ति पर मालिकाना हक प्रदान करता है। इसमें प्रोपर्टी (property papers) से जुड़ी तमाम डिटेल दर्ज की जाती है। सब-रजिस्ट्रार के ऑफिस में प्रॉपर्टी रजिस्टर (property registry) कराने के दौरान इसे चेक जरूर कर लेनी चाहिए।

2. ऑक्यूपॅन्सि सर्टिफिकेट-

ऑक्यूपेंसी सर्टिफिकेट (Occupancy Certificate) के माध्यम से ये पता चलता है कि प्रोपर्टी पर किसका कब्जा है। जो आपको प्रोपर्टी बेच (property selling tips) रहा हो, उसका इसमें नाम होना काफी ज्यादा जरूरी है। अगर बिल्डर से प्रोपर्टी की खरीदी कर रहे हैं तो ऑक्यूपॅन्सि सर्टिफिकेट बिल्डर से लेना न भूलें। अगर बिल्डर ये नहीं देता है तो आप उस पर कानूनी कार्रवाई करने का अधिकार रखते हैं।

3. पजेशन लेटर की देखें-

बिना पजेशन लेटर (possession letter) के प्रॉपर्टी पर कब्जा (property possession rules) नहीं मिल सकता है। यह दस्तावेज प्रॉपर्टी पर कब्जे की तारीख सहित अन्य डिटेल से जुड़ा होता है। होम लोन (home loan) के लिए इस दस्तावेज की असली कॉपी बैंक में देनी होती है, इस वजह से इस डॉक्यूमेंट को जरूर चेक कर लेनी चाहिए।

4. प्रोपर्टी मोर्गेज पेपर्स-

आजकल बहुत से लोग प्रोपर्टी पर लोन (loan on property) लेकर अपनी आर्थिक जरूरतों की पूर्ती करते हैं। इस वजह से पहले ही ये चेक कर लेना चाहिए कि जो प्रोपर्टी आप खरीद रहे हैं, उस पर लोन तो बकाया नहीं है। इस वजह से प्रोपर्टी मोर्गेज पेपर (property mortgage papers) जरूर चेक कर लेनी चाहिए। प्रोपर्टी पर कोई विवाद भी नहीं होना चाहिए यानी विवादास्पद प्रोपर्टी न खरीदें।

5. प्रोपर्टी का म्यूटेशन -

म्यूटेशन को दाखिल खारिज (mutation of property) के नाम से भी जाना जाता है। पंचायती प्रोपर्टी में तो यह लेना काफी ज्यादा जरूरी है। इससे प्रोपर्टी या जमीन के पहले वाले मालिक का पता चल जाता है। जमीन का दाखिल खारिज व नामांतरण यानी म्यूटेशन करवाने से ही मालिकाना हक (property ownership rights) मिल पाता है।

6. एनओसी और प्रोपर्टी टैक्स की रसीदें -

बिल्डर को अपने प्रोजेक्ट की प्रोपर्टी (property rights) के लिए कई तरह की एनओसी की जरूरत होती है। आप इनकी कॉपी की डिमांड कर सकते हैं। इसके अलावा अपनी किसी फाइल में इस रिकॉर्ड को रख सकते हैं। इसके अलावा किसी सरकारी महकमे को प्रोपर्टी पर कोई आपत्ति तो नहीं है, इसके लिए भी एनओसी (property NOC) की जरूरत होने वाली है। इसके अलावा प्रोपर्टी टैक्स (property tax rules) की रसीदें भी चेक कर लेनी चाहिए। यहां पर बकाया नहीं होना चाहिए।

7. अलॉटमेंट लेटर-

बैंक से होम लोन (home loan on property) लेकर घर खरीदी कर रहे हैं तो इस स्थिति में प्रोपर्टी के अलॉटमेंट लेटर की सबसे पहले जांच कर लेनी चाहिए। इसे आप संबंधित बिल्डर या हाउसिंग अथॉरिटी से ले सकते हैं। इस डॉक्यूमेंट (property documents) में प्रॉपर्टी की तमाम डिटेल व रकम आदि की जानकारी आपको मिल जाती है।