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Property Knowledge : भाई बहन ने हड़प ली आपकी जमीन, जानिये कैसे ले सकते हैं वापस

Property Knowledge : जमीन पर चल रहे विवादों को लेकर कोर्ट में हर रोज नए-नए मामलें सामनें आते रहते है। संपत्ति पर अधिकार से जुड़े नियमों की जानकारी के अभाव की वजह से लोग अपने हक को पाने में वंचित रह जाते है। आपने देखा होगा की आजकल जमीन हड़पने के मामलें भी बढ़ते ही जा रहे है। ऐसे में क्या आप जानते है की अगर आपके भाई और बहन आपकी जमीन को हड़प ले तो आप उसे किस तरह वापिस ले सकते है? आइए खबर में आपको बताते है जमीन हड़पन के मामलें में आप कहां कर सकते है शिकायत और किस तरह अपनी जमीन को वापिस ले सकते है।

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Property Knowledge : भाई बहन ने हड़प ली आपकी जमीन, जानिये कैसे ले सकते हैं वापस

HR Breaking News : (Property Knowledge) प्रॉपर्टी की बढ़ती कीमतों के चलते इस पर हो रहे विवाद भी बढ़ते ही जा रहे है। देखने मे आया है की संपत्ति विवाद हर तीसरें घर की समस्या है। कभी भाई-भाई में तो कभी भाई-बहनों में प्रॉपर्टी के लिए झगड़े (property prices)होते हैं। कई अनमोल रिश्तों में भी प्रोपर्टी के बंटवारें के समय दरार आ जाती है। कई बार ऐसा होता है जब परिवार के लोग धोखा देकर अपनों की संपत्ति हड़प (expropriate property) लेते हैं। कई लोगो के मन में संपत्ति से जुड़े अधिकारों को लेकर सवाल चलते रहते है। ऐसे में क्या आप जानते हैं कि अवैध कब्जा, अतिक्रमण और धोखाधड़ी से हड़पी गई जमीन (grabbed land)को वापस लेने के लिए क्या करना होता है?  

गलत तरीके से परिवार के किसी सदस्य या अन्य किसी व्यक्ति द्वारा हड़पी गई संपत्ति को वापस पाया जा सकता है, लेकिन इसके लिए कानूनी प्रक्रिया का सहारा (recourse to legal process)लेना पड़ता है। वहीं, इस दौरान संपत्ति या जमीन पर मालिकाना हक (ownership rights on land) साबित करने के लिए कुछ जरूरी डॉक्यूमेंट्स हमेशा आपके पास होना चाहिए।


कहां और कैसे करें शिकायत? (meaning of land grab)

धोखाधड़ी या गुमराह करके जमीन हड़पने का मतलब है कि आपसे गलत तरीके से संपत्ति विक्रय पत्र पर साइन करा लिए गए। अगर हड़पी गई जमीन की रजिस्ट्री भी करा ली गई है तो आप तुरंत रजिस्ट्रार के समक्ष आपत्ति दर्ज कराएं और पंजीयन रद्द के लिए आवेदन दें। वहीं, अगर रजिस्ट्री नहीं हुई है तो रजिस्ट्रेशन नहीं किए जाने का अनुरोध करें। जमीन वापस पाने के लिए सिविल कोर्ट में कॉन्ट्रैक्ट लेटर को रद्द करने के लिए केस फाइल करें।


किन धाराओं में होगा केस दर्ज (IPC section)

जमीन या प्रॉपर्टी को गलत तरीके या धोखाधड़ी से हथियाने पर आईपीसी की धारा 420 के तहत मामला बनता है। अगर किसी व्यक्ति को डरा-धमकाकर उसकी संपत्ति से बेदखल (eviction from property) कर दिया गया है या धोखाधड़ी से हथिया ली गई है तो, पीड़ित शख्स इस धारा के तहत थाने में रिपोर्ट दर्ज करा सकता है। जमीन विवाद से जुड़े किसी भी तरह के मामलों (matters related to land dispute) की जानकारी व निपटारे के लिए व्यक्ति जिला न्यायालय, सब रजिस्ट्रार ऑफिस, भू-अभिलेख विभाग और नगर पंचायत या नगर पालिका जा सकता है।

किसी भी जमीन पर मालिकाना हक (ownership rights on land) सिद्ध करने के लिए आपके पास रजिस्ट्री दस्तावेज, खतौनी, खाता संख्या और ट्रांसफर ऑर्डर होने चाहिए। इसमें रजिस्ट्री सबसे अहम होती है जो प्रॉपर्टी के असली मालिक (real owner of the property) को प्रमाणित करती है। हालांकि, बेहतर है कि आप हमेशा जमीन खरीदने या उससे जुड़े विवाद के समाधान के लिए कानूनी सलाहकार की मदद लें।