CIBIL Score एक बार हुआ खराब, कितने समय में होगा ठीक, 90% लोगों को नहीं पता होगा
Cibil Score Update : बैंक से कर्ज लेने व उसे चुकाने की हिस्ट्री को देखकर सिबिल स्कोर तय किया जाता है। अगर आपका सिबिल स्कोर अच्छा (Good Cibil score) है, तो आपको आसानी से लोन मिलता है। वहीं अगर आपका सिबिल स्कोर खराब है, तो आपको लोन देने से इन्कार किया जा सकता है। 90 प्रतिशत लोगों को लगता है कि अगर सिबिल स्कोर खराब हुआ है, तो इसे ठीक नहीं किया जा सकता, लेकिन आपको बता दें की ऐसा बिल्कुल भी नहीं है, आप आपना सिबिल स्कोर कुछ ही समय में ठीक कर सकते हैं। आइये जानते हैं इसे कितने समय में सुधारा जा सकता है।

HR Breaking News : (Cibil Score rules) सिबिल स्कोर का बैंकिंग लेन-देन में अहम रोल होता है। लोन लेने में सिबिल स्कोर आपकी काफी मदद करता है, लेकिन आपको बता दें कि अगर आपका सिबिल स्कोर खराब है, तो आपको लोन लेने में परेशानी हो सकती है। सिबिल स्कोर (how to improve cibil score) कई कारणों से खराब होता है, जिसका आपको ध्यान रखना होता है। ज्यादातर लोग नहीं जानते की एक बार अगर सिबिल स्कोर खराब होता है, तो उसे ठीक होने में कितना समय लगता है। अगर आप कुछ खास तरीकों को आजमाएं व विशेष बातों का ध्यान रखें तो इसे सुधारा भी जा सकता है।
क्या होता है सिबिल स्कोर -
जब कोई व्यक्ति लोन लेने जाता है, तो बैंक और अन्य वित्तीय संस्थाओं द्वारा सबसे पहले सिबिल स्कोर (cibil score kaise sudhare) देखा जाता है। सिबिल स्कोर एक पैमाना होता है, जिसमें 3 अंकों की संख्या लिखी होती है। अगर किसी व्यक्ति का क्रेडिट स्कोर 300 से 550 के बीच है तो इसे निचला स्तर माना जाता है। 550 से 650 के बीच का स्कोर औसत होता है। 650 से 750 के बीच का स्कोर अच्छा माना जाता है। 750 से 900 के बीच का स्कोर (Best Cibil score) बहुत अच्छा होता है। यह स्कोर किसी की वित्तीय स्थिति को दर्शाता है और लोन प्राप्त करने या अन्य वित्तीय सेवाओं के लिए महत्वपूर्ण होता है। बेहतर स्कोर से सुविधाएं और लाभ मिल सकते हैं।
न करें ये गलतियां, बिगड़ जाएगा सिबिल स्कोर -
कई कारणों से क्रेडिट स्कोर खराब (Reasons for bad cibil score) हो सकता है, जैसे समय पर बैंक या किसी लोन लेने वाली किसी वित्तीय संस्था की उधारी चुकता न करना, क्रेडिट बिल की भुगतान में देरी करना, या कर्ज न चुका पाना आदि। अगर आपने किसी बैंक से कर्ज लेते हैं और वह भुगतान में चूक करते हैं या ईएमआई समय पर नहीं भरते हैं तो इसका प्रभाव आपके सिबिल स्कोर पर भी पड़ सकता है। कभी-कभी बैंक से किसी तरह का कर्ज न लेने पर भी यह शून्य हो सकता है, क्योंकि ऐसे में ग्राहक की कोई क्रेडिट हिस्ट्री (credit history kaise bnti h) ही नहीं होती।
इतना ही करें क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल -
इसके अलावा, क्रेडिट कार्ड के बिलों का समय पर न भरना और 30 प्रतिशत से अधिक कर्ज का उपयोग करना भी सिबिल स्कोर को प्रभावित करता है। इससे आपका क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश्यो (credit utilisation ratio) कम होता है। इसी तरह, किसी भी तरह के लोन लेने से पहले इसके सही उपयोग का ध्यान रखना चाहिए, ताकि आपके व्यक्तिगत वित्तीय रिकॉर्ड पर असर न हो। यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि सभी भुगतान समय पर किए जाएं।
सिबिल स्कोर सुधारने की टिप्स -
जरूरत से ज्यादा उधारी न लें और लिए गए लोन की मासिक किस्तें समय पर चुकता (loan repayment rules) करें। क्रेडिट कार्ड की सीमा का 30 प्रतिशत से ज्यादा खर्च न करें और बिल समय से चुकाएं। जल्दी-जल्दी बिना सोचे-समझे उधारी न लें, पुराने कर्ज को चुकता करने की कोशिश करें और पुराने लोन आदि को समय पर खत्म करें। सिबिल स्कोर सुधारना है तो लोन गारंटर (loan guarantor rules) बनने से पहले अच्छे से सोचें और जॉइंट कर्ज के फैसले में सतर्क रहें। अपनी वित्तीय स्थिति का समय-समय पर मूल्यांकन करें, ताकि गलती होने पर उसे ठीक किया जा सके। इसके अलावा अपनी क्रेडिट रिपोर्ट की नियमित जांच करें और इसमें हुई किसी भी गलत जानकारी को सही कराएं।
सिबिल स्कोर सुधारने में लगता है इतना समय -
अगर आपकी क्रेडिट रेटिंग कम हो गई है, तो इसे सुधारने में वक्त लगता है। यह एक तात्कालिक प्रक्रिया नहीं है और इसमें समय की आवश्यकता होती है। आमतौर पर इसे ठीक होने में 6 महीने से 1 साल (time required for good cibil score) तक का समय लग सकता है। अगर आपका स्कोर बहुत ही निचले स्तर पर है, तो इसे सुधारने में और अधिक समय लग सकता है। इसलिए, आपको यह समझना चाहिए कि यह एक लंबी प्रक्रिया है और जल्दबाजी में कोई परिणाम नहीं मिलेगा।
नकारात्मक सिबिल स्कोर को बदलने का तरीका -
अगर आपकी क्रेडिट हिस्ट्री (Credit history news) नहीं है या आपके पास कोई रिकॉर्ड नहीं है, तो लोन देते समय बैंक को आपके बारे में निर्णय लेना कठिन हो सकता है। ऐसे में, आपके पास कुछ तरीके हैं जिनसे आप अपनी स्थिति सुधार सकते हैं। पहला, आप एक क्रेडिट कार्ड ले सकते हैं और उसका सही तरीके से उपयोग करके बिलों का भुगतान समय पर करें, जिससे आपकी क्रेडिट रिपोर्ट में बदलाव आएगा। दूसरा, आप बैंक एफडी (Bank FD interest rate) में 10-10 हजार रुपये की छोटी रकम की जमा राशि करवा सकते हैं और उस पर लोन की सुविधा प्राप्त कर सकते हैं। इस प्रक्रिया से आपकी बैंकिंग हिस्ट्री बन जाएगी और आपका सिबिल स्कोर (FD role in cibil score) सुधरने लगेगा। ये तरीके आपको अपनी स्थिति में सुधार करने में मदद कर सकते हैं।