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uttar pradesh में सबसे लंबे एक्सप्रेसवे के लिए तीसरा सर्वे पूरा, 2 दर्जन जिलों को होगा बड़ा लाभ, भूमि का हो रहा अधिग्रहण

UP Expressway :यूपी में नए-नए एक्सप्रेसवे की सौगात दी जा रही है। फिलहाल गंगा एक्‍सप्रेसवे यूपी का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे है। 594 किलोमीटर लंबा ये एक्सप्रेसवे 12 जिलों के 518 गांवों से होकर गुजरेगा।  अब यूपी में इससे भी लंबा एक्सप्रेसवे बनाया जा रहा है। इस एक्सप्रेसवे (UP Expressway Updates) के लिए तीसरे सर्वे का काम पूरा हो चुका है। इस एक्सप्रसेवे के निर्माण से 2 दर्जन जिलों को बंपर लाभ होने वाला है। इस एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए भूमि का अधिग्रगहण किया जाएगा।

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uttar pradesh में सबसे लंबे एक्सप्रेसवे के लिए तीसरा सर्वे पूरा, 2 दर्जन जिलों को होगा लाभ, भूमि का हो रहा अधिग्रहण

HR Breaking News : (UP News) यूपी में कई नए एक्सप्रेसवे पर काम किया जा रहा है और कई एक्सप्रेसवे तो ऐसे है, जिन पर अब वाहन धर्राटा भरते नजर आएंगे। अब हाल ही में उत्तर प्रदेश के सबसे लंबे एक्सप्रेसवे के लिए तीसरा सर्वे पूरा कर लिया गया है और अब इसके भूमि के अधिग्रहण (acquisition of land)का काम किया जा रहा है। इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से 2 दर्जन जिलों को बंपर लाभ होने वाला है। आइए विस्तार से जानते हैं इस एक्सप्रेसवे के बारे में।

 

 

तैयार कराई जाएगी डीपीआर

हम बात कर रहे हैं गोरखपुर-शामली-पानीपत एक्सप्रेस-वे (Gorakhpur-Shamli-Panipat Expressway)की, जिसमे निर्माण के लिए तीसरा सर्वे भी पूरा हो गया है। अब इस एकसप्रेसवे के लिए 22 जिलों का एलाइनमेंट सर्वेक्षण चल रहा है।

इसके लिए तीनों सर्वे की अलग-अलग डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (detail project report) तैयार कराई जानी है। इससे यह पता चल सकेगा कि कितने पुल, ओवरब्रिज और फ्लाईओवर की जरूरत होगी, जिनमे से एक को अंतिम रूप दिया जाएगा। अभी उम्मीद है कि यह कार्य तीन महीने में पूरा हो सकता है।

कौन संभाल रहा इस एक्सप्रेसवे का काम

हालांकि पहले तो गोरखपुर-पानीपत एक्सप्रेसवे (Gorakhpur-Panipat Expressway) के सर्वे की जिम्मेदारी एनएचएआई, रायबरेली को सौपीं गई थी, लेकिन अब यह योजना अयोध्या को दे दी गई है।

वहीं, यूपी का गोरखपुर-पानीपत एक्सप्रेस-वे पहले शामली तक बनाने का प्लान किया गया था, लेकिन बाद में इसे पानीपत तक विस्तार दे दिया गया है। नए सिरे से एलाइनमेंट सर्वेक्षण (alignment survey)का कार्य जैसे ही पूरा होता है तो इसके बाद रूट का निर्धारण तय हो पाएगा।

कम हो जाएगा गोरखपुर से शामली तक का सफर

प्रस्ताव पर गौर करे तो इस एक्सप्रेस-वे (UP New Expressway) का निर्माण दो चरण में पूरा करने की तैयारी की जा रही है। इस एक्सप्रेसवे के पहले चरण में पानीपत-शामली से पुवायां तक तकबरीन 450 किमी और दूसरे भाग में पुवायां से गोरखपुर के बीच लगभग 300 किमी दूरी में निर्माण किया जाएगा। जेसे ही ये एक्सप्रेसवे बनता है तो इससे उत्तर प्रदेश का पूर्वी और पश्चिमी हिस्सा सीधा कनेक्ट होगा। इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से सात से आठ घंटे में गोरखपुर से शामली पहुंच जाएंगे।

दो सर्वे का काम हुआ पूरा

इस एक्सप्रेसवे (UP Expressway Updates ) के निर्माण के लिए पहले हुए दो सर्वे का काम पूरा हो चुका है और पहले हुए दो सर्वे में गोरखपुर से बस्ती, गोंडा, सीतापुर रूट शामिल था लेकिन अब इसका निर्धारण नए सिरे से हो रहा है। अब उम्मीद बढ़ गई है कि इस एक्सप्रेस-वे के नेपाल की सीमा से सटे जिलों से होकर लखनऊ, सीतापुर, बरेली और मेरठ होते हुए शामली तक जा सकता है। एनएचएआई के अधिकारियों का कहना है कि एलाइनमेंट सर्वेक्षण का काम जल्द पूरा होने के बाद डीपीआर तैयार कर शासन को भेजी जाएगी।

बता दें कि गोरखपुर-पानीपत एक्सप्रेस-वे (Gorakhpur-Panipat Expressway) के निर्माण के लिए गोरखपुर में भी एलाइनमेंट का सर्वेक्षण किया जा रहा है और इसके लिए कुल 50 गांवों से होकर सड़के जा सकती है। इसके लिए एनएचएआई ने जिला प्रशासन से भू-राजस्व अभिलेख की मांग की है।

इन जिलों को जोड़ेगा एक्सप्रेसवे

यूपी का ये सबसे ज्यादा लंबा एक्सप्रेसवे कई जिलों को आपस में जोड़ेगा। इन जिलों में पानीपत, शामली, मुजफ्फरनगर, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, लखीमपुर खीरी, बहराइच, श्रावस्ती, बस्ती, गोरखपुर का नाम शामिल है। अब बस इस एक्सप्रेसवे का एलाइनमेंट का काम चल रहा है और इसके बाद डीपीआर तैयार की जाएगी।