Buisness Idea: ऐसे बिजनेस में मिलेगा 10 गुना मुनाफा, फेल होने का चांस नहीं, जानें डिटेल्स
HR Breaking News, New Delhi: आजकल बेरोजगारी का देश में बहुत बड़ा मुद्दा है। युवाओं को पढ़-लिखकर भी रोजगार नहीं मिल रहा। वह कभी अपने आपको कभी अपनी किस्मत को कोस रहे हैं। कई बार मजबूरीवश न चाहकर ऐसा काम कर रहें जिसमें न तो कोई पैसा बनता है और न कोई पहचान। पर इस सारी समस्याओं का हम आपको समाधान बताने वाले है। इसमें आप घर बैठे लाखों रुपये कमा सकते हैं। इसमें आपको कोई ज्यादा निवेश करने की भी जरूरत नहीं होती। यह बिजनेस है मोती की खेती (Pearl Cultivation) का।
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इस बिजनेस में सीप (oysters) का पालन किया जाता है. दरअसल, मोती (Pearl) एक प्राकृतिक रत्न है, जो सीप (oysters) से पैदा होता है. बाहरी कणों के सीप के अंदर प्रवेश करने से मोती (oysters) का निर्माण होता है. लाभ की दृष्टि से यह बिजनेस आपके लिए काफी अच्छा विकल्प है. बता दें कि इसकी खेती तालाब में होती है. आप तालाब खुद खुदवा सकते हैं या किसी से किराये पर ले सकते हैं.
मोती की खेती (pearl cultivation) से आप मोटा मुनाफा कमा सकते हैं। मुनाफा भी थोड़ा बहुत नहीं, बल्कि 10 गुना तक। यानी सिर्फ 35 हजार रुपये लगाकर आपकी 3-3.5 लाख रुपये तक की कमाई (how to earn lakhs by farming) हो सकती है।
मिलेगी 50 फीसदी सब्सिडी
मोती की खेती (pearl cultivation) के लिए आपको एक तालाब खुदवाना होगा, उसमें डालने के लिए सीप लेने होंगे और इस खास तरह की खेती के लिए थोड़ी ट्रेनिंग की जरूरत होगी। तालाब खुदवाने में अगर आप अपने इलाके के ग्राम प्रधान या सेक्रेटरी से बात करें तो तालाब खुदवाने पर सरकार की तरफ से 50 फीसदी सब्सिडी भी मिल जाएगी। मोती की खेती खूब फायदे वाली होने की वजह से इस पर लोगों का फोकस काफी बढ़ा है और लोग लाखों की कमाई भी कर रहे हैं। हालांकि, आपको इसकी खेती के लिए खास ट्रेनिंग लेनी होगी, जिसमें कुछ पैसे खर्च होंगे।
कहां से लें ट्रेनिंग
दक्षिण भारत और बिहार के दरभंगा के सीप की क्वालिटी सबसे अच्छी होती है। मध्य प्रदेश के होशंगाबाद या फिर मुंबई से मोती की खेती की ट्रेनिंग ली जा सकती है। इसकी खेती में पहले बहुत सारी सीपियों को 10-15 दिन के लिए जाल में बांधकर तालाब में डाल देते हैं, ताकि वह अपने हिसाब से पर्यारवण पैदा कर लें। करीब 15 दिन बाद उन्हें निकाल कर सर्जरी के जरिए एक पार्टिकल या सांचा डाला जाता है, जिस पर कोटिंग के बाद सीप लेयर (oyster layer) बना देते हैं। पार्टिकल पर हुई ये कोटिंग ही आगे चलकर मोती बनती है।
सीप (oysters) को तैयार होने में 25-35 रुपये तक का खर्च आ जाता है। अमूमन हर सीप से दो मोती निकलते हैं। एक मोती कीमत 150-200 रुपये तक हो सकती है। तो अगर आपने एक छोटा तालाब खुदवाया और उसमें 1000 सीप भी डाले तो आपको 2000 मोती मिल जाएंगे।
मोती की खेती (pearl cultivation) करने के दौरान सारे सीप (oysters)जिंदा नहीं बच पाते तो मान लेते हैं कि करीब 600-700 सीप बचेंगे। यानी आपको 1200-1400 मोती मिलेंगे। आपके ये मोती (pearl) करीब 2-3 लाख रुपये में बिकेंगे। जबकि 1 हजार मोती पर आपका खर्च करीब 25-35 हजार रुपये आया है। हालांकि, इसमें तालाब खुदवाने का खर्च शामिल नहीं है, क्योंकि वह सिर्फ एक बार होता है और उसमें भी सरकार से 50 फीसदी की सब्सिडी मिल जाती है।
यहां से खरीदें सीप
आप सरकारी फिशरी संस्थानों या फिर मछुआरों से सीप (oysters) खरीदकर खेती शुरू कर सकते हैं. आपको सबसे पहले सीपों (oysters) को खुले पानी में 2 दिन के लिए रखना होता है. इसके बाद में धूप और हवा लगने के बाद सीप (oysters) का कवच और मांसपेशियां ढीली हो जाती हैं. मांशपेशियां ढीली होने के बाद सीप की सर्जरी कर सीप के अंदर सांचा डाला जाता है. जब यह सांचा सीप (oysters) को चुभता है, तो वह इस पर अपने अंदर से निकलने वाला एक पदार्थ छोड़ता है. यही सांचा मोती का रूप ले लेता है. आप 12-14 महीने में तालाब से मोती प्राप्त कर सकते हैं.
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आपको बता दें कि मोती (pearl) की कीमत उसकी गुणवत्ता के हिसाब से तय होती है. आप बाजार में एक मोती को 120 रुपये से लेकर 200 रुपये तक में बेच सकते हैं. एक एकड़ के तालाब में आप कम से कम 25000 सीपियां (oysters) डाल सकते हैं. इस पर करीब 8 लाख रुपये का खर्च आता है. अगर हर एक सीप से दो मोतियां निकलती हैं, तो भी आप खर्च निकालकर लाखों रुपये की कमाई कर सकते हैं. आपको बता दें कि डिजायनर मोती के लिए अंतरराष्ट्रीय बाजार में 10,000 रुपये तक मिल सकते हैं.