Business idea: बेहद कम निवेश में करें ये बिजनेस, मुनाफा इतना मानों लग गई पैसों की मशीन
HR Breaking News, New Delhi: यदि आप भी इन दिनों आप अपना खुद का बिजनेस करने के बारे में सोच रहे हो तो हम आपके नया बिजनेस प्लान लेकर आए हैं, इस बिजनेस में आप बहुत कम निवेश कर हर महीने लाखों रुपये कमा सकते हैं। इसके के जरिये हर महीने आप लाखों रुपये कमा सकते हैं। इस बिजनेस के जरिये आप गांव या शहर कहीं भी बंपर कमाई कर सकते हैं।
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बिजनेस में ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए जरूरी है कि पैसों को सही जगह निवेश किया जाए। आजकल अधिकतर लोग अपना बिजनेस करने की इच्छा रखते हैं, लेकिन सही जानकारी नहीं होने के अभाव में वह अपना कदम पीछे रोक लेते हैं। ऐसे में आज हम आपको एक ऐसे बिजनेस के बारे में बताने जा रहे हैं जहां से आप अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हैं।
कम मेहनत और कम समय में इस बिजनेस के जरिए जबरदस्त कमाई की जा सकती है। इस बिजनेस को शुरू करने के लिए आपको 25 से 30 हजार रुपये का निवेश करना होगा। इसके बाद आप लाखों रुपये की कमाई कर सकते हैं। यहां हम जिस बिजनस की बात कर रहे हैं वह मोती की खेती (Pearl Farming) है। इस बिजनेस में सीप का पालन किया जाता है। जिससे अच्छा खासा पैसा कमाया जाता है।
मोती की खेती के लिए एक तालाब की जरूरत होगी। इसमें सीप का अहम रोल है। मोती की खेती के लिए राज्य स्तर पर ट्रेनिंग भी दी जाती है। अगर तालाब नहीं है तो इसका इंतजाम भी करवाया जा सकता है। आपकी इन्वेस्टमेंट पर सरकार से 50 फीसदी तक सब्सिडी मिल सकती है। दक्षिण भारत और बिहार के दरभंगा के सीप की क्वालिटी काफी अच्छी होती है।
सरकार की तरफ से मिलती है 50 फीसदी सब्सिडी
इस काम के लिए ग्राम प्रधान या सेक्रेटरी से बात कर आपको सरकार की तरफ से 50 फीसदी सब्सिडी भी मिल जाएगी। मोती की खेती पर लोगों का फोकस काफी बढ़ा है और लोग लाखों की कमाई कर रहे हैं। रिपोर्ट की मानें तो गुजरात के इलाकों में इसकी खेती से कई किसान लखपति बन चुके हैं।
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इन बातों का रखें ध्यान
खेती शुरू करने के लिए कुशल वैज्ञानिकों से प्रशिक्षण लेना होता है। कई संस्थानों में सरकार खुद फ्री में ट्रेनिंग करावाती है। सरकारी संस्थान या फिर मछुआरों से सीप खरीदकर खेती का काम शुरू करें। सीप को तालाब के पानी में दो दिन के लिए रखते हैं। धूप और हवा लगने के बाद सीप का कवच और मांसपेशियां ढीली हो जाती हैं। मांशपेशियां ढीली होने पर सीप की सर्जरी कर इसके अंदर सांचा डाल जाता है। सांचा जब सीप को चुभता है तो अंदर से एक पदार्थ निकलता है। थोड़े अंतराल के बाद सांचा मोती की शक्ल में तैयार हो जाता है।