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Karmchari DA कर्मचारियों का दो दिन बाद 6% बढ़ जाएगा डीए, सैलरी में होगा इतना इजाफा

जुलाई महीने की शुरूआत से ही कर्मचारियों को नए वेज कोर्ड (New Wage code) नियमों का सामना करना पड़ेगा। नए वेज कोड के लागू होने से कर्मचारियों के न केवल डीए (DA), पीएफ (PF) और एरियर (arrears) पर असर दिखेगा बल्कि कर्मचारियों की सैलरी (Salary) में नए वेज कोड का असर होगा। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अगले दो दिनों में कर्मचारियों के डीए में 6% बढ़ोतरी होने के आसार नजर आ रहे है। आइए नीचे खबर में जानते है कि नए वेज कोड का कर्मचारियो पर क्या पड़ेगा असर
 
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 HR Breaking News, डिजिटल डेस्क नई दिल्ली, 7th Pay Commission: एक करोड़ से ज्यादा केंद्रीय कर्मचारी और पेंशनर्स की एकबार फिर अच्छी खबर है। केंद्रीय कर्मचारिया का डीए में बढ़ोतरी का इंतजार जल्द ही खत्म होने वाला है। केंद्रीय कर्मचारियों को सरकार एकबार डीए में बढ़ोतरी की सौगात दे सकती है। खबरों के मुताबिक अगले महीने यानी जुलाई से केंद्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता (DA) और पेंशनर्स के महंगाई राहत (DR) में 6 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है। अगर डीए में 6 फीसदी का इजाफा होता है तो उनकी सैलरी में करीब 41,000 रुपये की बढ़ोतरी हो जाएगी।

 

 

34 से 40 फीसदी हो जाएगा डीए

फिलहाल केंद्रीय कर्मचारियों को 34 फीसदी की दर से डीए मिल रहा है अगर जुलाई में सरकार 6 डीए बढ़ाती है तो यह बढ़कर 40 फीसदी हो सकता है। इससे केंद्रीय कर्मचारियों के वेतन में 12,960 रुपये से लेकर 40,968 रुपये तक की बढ़ोतरी हो सकती है। हालांकि सरकार की तरफ से कोई पुष्टि नही की गई है यह अनुमान AICPI Index 2022 से लगाया गया है।


AICP Index के आंकड़ों पर नजर
बताया जा रहा है कि सरकार ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (All India Consumer Price Index) के आधार पर जुलाई में डीए में 6 फीसदी का इजाफा कर सकती है। AICP Index के आंकड़ों के मुताबिक, जनवरी महीने में यह आंकड़ा 125.1 पर था वहीं, फरवरी में यह 125 पर था। जबकि मार्च में यह बढ़कर 126 पर पहुंच गया। वहीं अप्रैल में AICPI इंडेक्स 127.7 अंक पर आ गया है। इसमें 1.35 फीसदी की बढ़त हुई है, अब मई का आंकड़ा आने वाला है। अगर मई में भी इस आंकड़े में इजाफा होता है तो डीए में 6 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है।

मई और आंकड़े आने बाकी

इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाले दिनों में महंगाई भत्ता 6 फीसदी की दर से बढ़ेगा। लेकिन, अभी मई और जून के आंकड़े आने हैं। ऐसे में अगर ये इंडेक्स 129 के पार निकल जाता है तो महंगाई भत्ता में 6 फीसदी तक बढ़ोतर हो सकती है।

सैलरी में होगी बंपर बढ़ोतरी
अगर न्यूनतम बेसिक सैलरी 18,000 रुपए पर देखें तो 40 फीसदी के हिसाब से सालाना महंगाई भत्ते में कुल इजाफा 12960 रुपए में होगा। मतलब मौजूदा महंगाई भत्ते के मुकाबले 1080 रुपए हर महीने बढ़ेंगे। कुल मिलाकर 18000 रुपए बेसिक सैलरी वाले केंद्रीय कर्मचारियों को सालाना 86400 रुपए महंगाई भत्ता का भुगतान होगा। वहीं, अगर अधिकतम बेसिक सैलरी 56900 रुपए पर देखें तो सालाना महंगाई भत्ते में कुल इजाफा 40968 रुपए में होगा। मतलब मौजूदा महंगाई भत्ते के मुकाबले 3414 रुपए हर महीने बढ़ेंगे। कुल मिलाकर 56900 रुपए बेसिक सैलरी वाले केंद्रीय कर्मचारियों को सालाना 273120 रुपए महंगाई भत्ता का भुगतान होगा।

न्यूनतम बेसिक सैलरी पर कैलकुलेशन

कर्मचारी की बेसिक सैलरी-                    18,000 रुपये 

नया महंगाई भत्ता (40%)-                      7,200 रुपये/माह

अब तक महंगाई भत्ता (34%)-                 6120 रुपये/माह

कितना महंगाई भत्ता बढ़ा-                       7200-6120 = 1080 रुपये/माह

सालाना सैलरी में इजाफा-                       1080  X12= 12,960 रुपये

अधिकतम बेसिक सैलरी पर कैलकुलेशन

कर्मचारी की बेसिक सैलरी-                    56,900 रुपये 

नया महंगाई भत्ता (40%)-                      22,760 रुपये/माह

अब तक महंगाई भत्ता (34%)-                19,346 रुपये/माह

कितना महंगाई भत्ता बढ़ा-                       22,760-19,346 = 3,414 रुपये/माह

सालाना सैलरी में इजाफा-                       3,414 X12= 40,968 रुपये


साल में दो बार डीए में होता है रिविजन

दरअसल सातवें वेतन आयोग के तहत केंद्रीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ते और महंगाई राहत में दो बार रिविजन होता है। पहला जनवरी और दूसरा जुलाई के महीने में दिया जाता है। सरकार ने 30 मार्च को डीए और डीआर में 3 फीसदी की बढ़ोतरी की थी। जिसके बाद यह बढ़कर 31 से 34 फीसदी हो गया था।

बेहतर रहन-सहन के लिए दिया जाता है डीए

महंगाई भत्ता सरकारी कर्मचारियों के रहन-सहन को बेहतर करने के लिए दिया जाता है। यह सरकारी कर्मचारियों, पब्लिक सेक्टर के कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को दिया जाता है। इसे देने की वजह यह है कि बढ़ती महंगाई में भी कर्मचारियों का रहन-सहन का स्तर बेहतर बना रहे।