home page

New Buisness Idea: गांव में ही सरकारी मदद से करें ये बिजनेस, नोट गिनते-गिनते थक जाओगे

Soil Health Card Yojana:यदि आप गांव में रहते हो और कोई काम की तालाश में हो तो हम आपको ऐसा योजना के बारे में बताना चाहते हैं, जिससे आप लाखों रुपये कमा सकते हैं। खास बात तो यह है कि इसमें सरकार आपको अनुदान भी दे रही है। जानें इस योजना के बारे में 
 | 
New Buisness Idea: गांव में ही सरकारी मदद से करें ये बिजनेस, होगी लाखों की कमाई, नहीं टूटेगी लोगों की लाइन 

HR Breaking News, New Delhi:  देश में बेरोजगारी की समस्या बहुत भयानक रूप ले चुकी है। युवा पढ़ लिखकर भी मारे-मारे फिर रहे हैं।  कोरोना संक्रमण ने तो और समस्या को और  ज्यादा बढा दिया है। इससे हर क्षेत्र को खासा नुकसान उठाना पड़ा है। कई उद्योग धंधे इससे बंद हो गए है। कई छोटे उद्योग धंधे भी वेंटिलेटर पर चल रहे है। यदि आप गांव में रहते हो और कोई काम की तालाश में हो तो हम आपको ऐसा काम बताएंगे, जिससे आप लाखों रुपये कमा सकते हैं। खास बात तो यह है कि इसमें सरकार आपको अनुदान भी दे रही है। ये योना है सॉइल हेल्थ कार्ड योजना (Soil Health Card Yojana)। 

 

 

इसे भी देखें : क्या पति-पत्नी दोनों पा सकते हैं पीएम किसान योजना का लाभ?, जानें नियम

 सॉइल हेल्थ कार्ड योजना के अंतर्गत, सरकार पंचायत स्तर पर एक मिनी सॉइल टेस्टिंग लैब स्थापित करने में सहायता करती है।  इस लैब में आस-पास के खेतों की मिट्टी की टेस्टिंग की जाती है।  फिलहाल, ग्रामीण इलाकों में ऐसी लैब्स बहुत ही कम हैं।  आप इस कारोबार को शुरू करके गांव में ही बढ़िया आमदनी प्राप्त कर सकते हैं। 

 
किसानों के खेत की मिट्टी का नमूना लेकर उसकी टेस्टिंग करनी होगी।  इसके आधार पर सॉइल हेल्थ कार्ड का प्रिंटिंग और डिस्ट्रीब्यूशन करने पर आपको पर सैंपल 300 रुपये मिलते हैं।  इस तरह आप आराम से महीने में 15 से 25 हजार रुपये कमा सकते हैं।  

ये लोग उठा सकते हैं योजना का लाभ


सॉइल हेल्थ कार्ड योजना के तहत 18 से 40 साल के व्यक्ति अपने पंचायत में मिनी सॉइल टेस्टिंग लैब स्थापित कर सकते हैं।  आपको बता दें कि इस स्कीम का लाभ वही लोग उठा पाएंगे जो किसान परिवार से आते हैं।  इसके अलावा जो लोग एग्री क्लीनिक, कृषि उद्यमी ट्रेनिंग के साथ 10वीं पास किए होंगे उन्हें ही योजना का लाभ मिलेगा।  

 

ऐसे करें आवेदन 


1. मिनी सॉइल टेस्टिंग लैब स्थापित करने के लिए आपको अपने जिले के उपनिदेशक (कृषि) या संयुक्त निदेशक कृषि से उनके ऑफिस जाकर मिलना होगा।  
2. साथ ही आप agricoop.nic.in वेबसाइट और  soilhealth.dac.gov.in पर भी टेस्टिंग लैब स्थापित करने के लिए संपर्क किया जा सकता है।  
3. आप ज्यादा जानकारी के लिए किसान कॉल सेंटर के नंबर- 1800-180-1551 पर भी संपर्क कर सकते हैं।  
4. कृषि विभाग के अधिकारियों से संपर्क करने पर इस योजना के तहत मिनी टेस्टिंग लैब स्थापित करने के लिए आपको फॉर्म दिया जाएगा।  
5. इसे भरकर मंगो गए सभी डॉक्यूमेंट्स अटैच करके कृषि विभाग में जमा करना होगा।  

और देखें : ऐसे मिलेगा किसान भाईयों को 15 लाख रुपए का लाभ, फटाफट चेक करें


लैब स्थापित करने पर खर्च


पंचायत स्तर पर किसी भी मिनी सॉइल टेस्टिंग लैब को खोलने में करीब पांच लाख रुपये का खर्च आता है।  केंद्र सरकार सॉइल हेल्थ कार्ड योजना के तहत आपको इसके लिए 75 फीसदी राशि उपलब्ध कराती है।  यानी की आपको सरकार की ओर से 3.75  लाख रुपये दिए जाएंगे।  आपको 1. 25 लाख रुपये करने होंगे।  आवेदनकर्ता के पास खुद की या किराये की पक्की जगह होना चाहिए।  इसके अलावा ग्रामीण युवा मोबाइल सॉइल टेस्टिंग वैन के रूप में भी लैब खोल सकते हैं।