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सीनियर सिटीजन न करेें FD में निवेश, यहां सरकारी गारंटी से मिल रहा बेहद ज्यादा रिटर्न

Bonds VS FD Return: यदि आप सीनियर सिटीजन हैं तो एफडी की बजाय बॉन्ड(Bonds) में निवेश कर सकते हैं. यह हम इसीलिए कह रहे हैं, क्योंकि एफडी की बजाय बॉन्ड में ज्यादा रिटर्न मिल रहा है. जानें पूरी जानकारी..
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सीनियर सिटीजन न करेें FD में निवेश

HR Breaking News, New Delhi: आजकल हर व्यक्ति बचत और निवेश करने के बारे में सोचने लग गया है. लोग निरंतर ज्यादा रिटर्न देने वाले निवेश की ओर आकर्षित हो रहे हैं. आजकल मार्केट कई प्रकार के निवेश आ चुके हैं, जैसे म्युच्यूल फंड, एसआईपी, बॉन्ड, स्टॉक इत्यादि. इनमें भी लोग अपने हिसाब से निवेश करते हैं. यदि हम वरिष्ठ नागरिक के निवेश करने की बात करें तो वह सबसे ज्यादा सावधि जमा योजना में निवेश करना चाहते हैं. यदि आप सीनियर सिटीजन हैं तो एफडी की बजाय बॉन्ड में निवेश कर सकते हैं. यह हम इसीलिए कह रहे हैं, क्योंकि एफडी की बजाय बॉन्ड में ज्यादा रिटर्न मिल रहा है.  

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जब कभी पैसे निवेश करने की बात आती है तो अधिकतर वरिष्ठ नागरिक एफडी (Bonds VS FD Return) का रुख करते हैं. ब्याज से लगातार इनकम पाने के लिए सीनियर सिटीजन एफडी के बजाय बॉन्ड में निवेश कर सकते हैं, जिससे उन्हें अधिक फायदा होगा. बैंकों में बहुत सारा पैसा आ चुका है, इसलिए एफडी रेट नहीं बढ़ा पा रहे हैं. वहीं बॉन्ड पर मिलने वाला रिटर्न बाजार पर आधारित है, इसलिए बेहतर रिटर्न देता है. जैसे 7 साल के टैक्स फ्री बॉन्ड ने 8 फीसदी रिटर्न दिया है, जबकि बड़े बैंकों में यह रिटर्न 6.5 फीसदी तक ही रहा है. आज का दौर पहले से बहुत अलग है, जब बैंक एफडी पर अधिक रिटर्न मिला करता था.

हाल ही में महंगाई को मात देने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक ने ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है. इसके बाद तमाम बैंकों ने अपने लेंडिंग रेट्स बढ़ाए हैं, लेकिन एफडी रेट्स के मामले में ऐसा कुछ नहीं देखने को मिल रहा है. ऐसे में एफडी की तुलना में कॉरपोरेट बॉन्ड(corporate bond) और सरकारी सिक्योरिटीज बेहतर रिटर्न देने वाले विकल्प हैं और सुरक्षित भी हैं. यहां तक कि जो सरकारी सिक्योरिटीज पैसों की पूरी सुरक्षा की गारंटी देती हैं, वह भी बेहतर रिटर्न दे रही हैं.


वरिष्ठ नागरिकों को उच्च लेवल की सुरक्षा और अच्छे रिटर्न की जरूरत होती है, जो सरकारी सिक्योरिटीज से मिल सकती है. सरकारी सिक्योरिटीज में तगड़ी लिक्विडिटी का फायदा भी मिलता है. भारतीय रिजर्व बैंक(RBI) अपने रिटेल डायरेक्ट प्लेटफॉर्म के जरिए और अधिक निवेशकों को सरकारी सिक्योरिटीज मार्केट में लाने की कोशिशें कर रहा है. यहां तक कि किसी आपात स्थिति में सरकारी सिक्योरिटीज(Government Securities) को लोन लेने के लिए गारंटी के तौर पर भी आसानी से इस्तेमाल किया जा सकता है.

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एक उदाहरण से समझते हैं. मान लीजिए 2051 और 2061 में मेच्योर होने वाली सरकारी सिक्योरिटीज 7.55 फीसदी की दर पर उपलब्ध है. इसका मतलब है कि जो लोग इनमें निवेश करेंगे उन्हें 29 साल और 39 साल के लिए 7.55 फीसदी का ब्याज मिलेगा. कोई भी बैंक इतनी लंबी अवधि के लिए एफडी ऑफर(FD Offer) नहीं करता है. इसके अलावा कुछ कॉरपोरेट बॉन्ड 9.5 फीसदी तक का ब्याज ऑफर कर रहे हैं, लेकिन उनकी अवधि काफी कम होती है.