Success Story: छोटी फैक्टरी से की शुरूआत, साइकिल पर घर-घर बेचा डिटरजेंट, जानें 'घड़ी' की सफलता की कहानी
HR Breaking News,(डिजिटल डेस्क) : हर रोजमर्रा के जीवन मे कई उत्पाद इस्तेमाल करते हैं। इनमें से कई उत्पाद ऐसे होते हैं जो हमारे दिल को छू जाते हैं। इनकी सफलता की कहानी भी दिलचस्प होती है। आज हम जिस उत्पाद की बात कर रहे हैं उसका नाम है घड़ी डिटरजेंट(Ghadi Detergent)। आपको बता दें कि घड़ी डिटरजेंट(Ghadi Detergent) की शुरूआत कानपुर में एक छोटी सी फैक्टरी से शुरू हुआ था। आज देश की डिटरजेंट के टॉप ब्रांड में शुमार है।
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ऐसे हुई शुरूआत
कानपुर में रहने वाले दोनों भाइयों ने फजलगंज फायर स्टेशन के पास एक छोटी सी फैक्टरी से इसकी शुरुआत की। मगर उनके सामने दो बड़े ब्रांड थे निरमा(nirma) और व्हील(wheel) उनके सामने खुद के ब्रांड को सफल करना आसान नहीं था। उस वक्त अधिकतर डिटर्जेंटडिटरजेंट(Detergent)। नीले या पीले रंग के होते थे। पर मगर घड़ी ने सफेद रंग का वाशिंग पाउडर बनाया और साथ ही साथ क्वालिटी पर भी काफी फोकस किया।
साइकिल से भी बेचा घड़ी डिटरजेंट(Ghadi Detergent)
दोनों भाई शुरू में घड़ी साबुन घर घर जाकर साइकिल से बेचा करते थे और दुकानों में जाकर अपनी उत्पादों को बेचा करते थे। बाद में उन्होंने विक्रेताओं को कमीशन देना शुरू कर दिया बाद में उन्होंने अपनी कंपनी का नाम बदल कर रोहित सर्फेक्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड (RSPL) कर दिया। धीरे धीरे कानपुर के लगभग हर घर में उनका डिटर्जेंट का इस्तेमाल होने लगा।
दिलों को छू गई 'पहले इस्तेमाल करें फिर विश्वास करें'
बेहतर गुणवत्ता वाले प्रोडक्ट बना कर घड़ी डिटरजेंट(Ghadi Detergent) ने लोगों का दिल जीत लिया था। कंपनी ने निर्धारित किया कि ग्राहकों का विश्वास ही जितना उनके लिए जरूरी है। जिसके लिए उन्होंने अपने प्रोडक्ट में लगातार सुधार किए साथ ही मुरली बाबू ने प्रचार प्रसार के मद्देनजर एक पंचलाइन तैयार की, जो लोगों के दिलों में घर कर गई। 'पहले इस्तेमाल करें, फिर विश्वास करें'। इस टैगलाइन की अपील को लोगों ने खूब पसंद किया। उन्होंने घड़ी पर विश्वास जताया। फिर पूरे भारत में घड़ी ने लोगों का विश्वास जीत लिया।
