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Credit Card : क्रेडिट कार्ड का बिल भूगतान किए बगैर हो गई कोई घटना तो कोन भरेगा बिल, जानें अपडेट

Credit Card Updates : क्रेडिट कार्ड का यूज समय के साथ-साथ बढ़ता जा रहा है। भले ही इससे आप एक बार फिर पेमेंट कर देते हैं, लेकिन समय अनुसार इसके बिलों का भुगतान करना होता है। किंतू अक्सर लोगो के मन में सवाल बना रहता है कि अगर बिना क्रेडिट कार्ड के बिलों (credit card bills)को चूकता किए कोई घटना हो जाए तो ऐसे में बिलों को कौन भरेगा। आइए खबर में जानते हैं इस सवाल के जवाब के बारे में।

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Credit Card : क्रेडिट कार्ड का बिल भूगतान किए बगैर हो गई कोई घटना तो कोन भरेगा बिल, जानें अपडेट

HR Breaking News (Credit Card Updates) आज के समय में क्रेडिट कार्ड की सुविधा ने आम लोगों की जिंदगी को थोड़ा आसान बना दिया है। या यूं कहलें कि इमरजेंसी में जरूरत पड़ने पर एक शॉर्ट-टर्म लोन की तरह काम करता है।

 

 

लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि अगर किसी व्यक्ति के साथ कोई घटना क्रेडिट कार्ड  (Credit Card Updates )का भारी-भरकम बिल चुकाए बिना हो जाए तो ऐसे में उस बकाए रकम  को कौन चुकता करेगा। आइए खबर में जानते हैं इस मामले में क्या नियम है।

 

 

क्या होता है अनसिक्‍योर्ड क्रेडिट कार्ड 
 

सबसे पहले तो आप यह जान लें कि क्रेडिट कार्ड अनसिक्‍योर्ड लोन (Unsecured Loan) की कैटेगरी में आते हैं। अनसिक्‍योर्ड (Unsecured Credit Card) यानी की बैंक ये कार्ड आपको तभी देते हैं, जब आपकी इनकम, क्रेडिट स्कोर और रीपेमेंट हिस्ट्री को चेक कर लिया जाए। इतना ही नहीं ये कार्ड देकर इसके बदले में कुछ भी गिरवी नहीं रखवाते हैं।

क्‍या है क्रेडिट कार्ड से जुड़े नियम
 

क्रेडिट कार्ड से जुड़े कुछ नियम (Credit card rules)होते हैं और नियमों के हिसाब से अनसिक्‍योर्ड क्रेडिट कार्ड का बिल चुकाने की जिम्मेदारी पूरी तरह से कार्डधारक की होती है।

हालांकि अगर कार्डधारक की बिल चुकाए बिना मृत्यु हो जाती है, तो ऐसी स्थिती में बैंक मृतक के परिवार के किसी भी सदस्य पर बकाया चुकाने के लिए कानूनी रूप से दबाव की स्थिती नहीं बना सकता है, क्योंकि इसमे उनकी कोई व्यक्तिगत देनदारी नहीं बनती।


ऐसे मामलों में क्या करता है बैंक 
 

अगर ऐसा कोई मामला होता है तो बैंक सबसे पहले मृतक की संपत्ति (Estate) से अपना बकाया वसूलने का प्रयत्न करता है। लेकिन अगर मृतक के नाम पर कोई संपत्ति, बैंक बैलेंस, या निवेशित राशि है, तो बैंक कानूनी प्रक्रिया (bank loan legal process)को अपनाकर अपना पैसा क्लेम कर सकता है।

लेकिन अगरर मृतक के नाम पर कोई संपत्ति नहीं है और बकाए को चुकाने के लिए कोई पैसा नहीं बचा है, तो बैंक को सारे प्रयत्न करने के बाद आखिर में इस बकाए को बट्टे खाते (Write-off) में डालना पड़ता है। यानी की आमभाषा में कहें तो बैंक इस नुकसान की खूद ही भरपाई करता है।

क्या है सिक्‍योर्ड क्रेडिट कार्ड के नियम 


वहीं, जिन लोगों का क्रेडिट स्कोर खराब (poor credit score) हो या फिर उनकी कोई निश्चित आय नहीं होती है तो उन ग्राहकों को बैंक की ओर से सिक्‍योर्ड क्रेडिट कार्ड (Secured Credit Card) ऑफर किया जाता है। ये सिक्‍योर्ड क्रेडिट कार्ड फिक्स्ड डिपॉजिट (Fixed Deposit) के बदले में दिए जाते हैं। 


लेकिन हां, सिक्‍योर्ड कार्ड के मामले में बैंक के पास फिक्स्ड डिपॉजिट के रूप में एक सुरक्षा गारंटी होती है। अगर सिक्‍योर्ड क्रेडिट कार्ड धारक की बिना बिलों को चुकाए मृत्यु हो जाए और बिल बकाया है, तो बैंक को परिवार वालों के पीछे पड़ने की जरूरत नहीं होती है।

ऐसे मामले में बैंक के पास यह अधिकार है कि वो उस फिक्स्ड डिपॉजिट (Fixed Deposit) को भुनाकर (liquidate) क्रेडिट कार्ड की बकाया राशि को चुका लें और जो रकम बचती है, उसे कानूनी वारिस को दे दी जाती है।


पर्सनल लोन और अन्य लोन की जानकारी


पर्सनल लोन (Personal Loan) भी क्रेडिट कार्ड के जैसे ही एक अनसिक्‍योर्ड लोन होता है। इसलिए पर्सनल लोन पर ही वही नियम लागू होता है। ऐसे मामले में लोन लेने वाले की मृत्यु के बाद बैंक परिवार वालों से पैसा नहीं लेता है और आखिर में कर्ज को बट्टे खाते में डाल देता है।

लेकिन होम लोन और कार लोन सिक्योर्ड लोन (Secured Loan kya hai)होते हैं, क्योंकि इस लोन में  घर या गाड़ी बैंक के पास गिरवी होती है, तभी  लोन मिलता है। ऐसी कंडिशन में या फिर परिवार वालों को लोन की EMI चुकानी पड़ती है या फिर बैंक उस संपत्ति को बेचकर अपने पैसे वसूल लेता है।