EPS Pension : कर्मचारियों को 30 साल की नौकरी पर 6,428 रुपये प्रति महीना मिलेगी पेंशन, समझ लें कैलकुलेशन
EPS Pension : रिटायरमेंट के बाद मिलने वाली पेंशन का सवाल हर किसी के मन में रहता है. इसी कड़ी में आज हम आपको बताएंगे कि अगर आपकी बेसिक सैलरी इतने रुपये मंथली है तो EPS के तहत 30 साल की नौकरी के बाद आपको कितनी पेंशन मिल सकती है... नीचे खबर में समझ लें कैलकुलेशन-

HR Breaking News, Digital Desk- (EPS Pension) पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर (private sector) में नौकरीपेशा व्यक्ति के लिए सैलरी के साथ पेंशन भी महत्वपूर्ण है. रिटायरमेंट के बाद मिलने वाली पेंशन का सवाल हर किसी के मन में रहता है. यदि आपकी बेसिक सैलरी 50,000 रुपये है, तो EPS के अंतर्गत 20, 25 और 30 साल की सेवा के बाद मिलने वाली पेंशन (pension) अलग-अलग होगी. यह पेंशन आपकी सेवा अवधि और योगदान पर निर्भर करती है.
क्या है EPS?
EPS यानी एम्प्लॉयी पेंशन स्कीम एक सरकारी योजना है, जो संगठित क्षेत्र के कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद नियमित आय प्रदान करती है. इसके लिए EPFO खाता आवश्यक है, जिसमें कर्मचारी (employee) और उसके नियोक्ता मिलकर बेसिक सैलरी का 12 प्रतिशत जमा करते हैं. इस में से कुछ पैसा EPS खाते में जाता है। इसी फंड (fund) से रिटायरमेंट के बाद कर्मचारी को पेंशन दी जाती है.
10 साल की नौकरी पूरी करने के बाद कोई भी कर्मचारी EPS के तहत पेंशन के पात्र हो जाते हैं. इसके अलावा 50 साल की उम्र में अर्ली रिटायरमेंट (early retirement) लेकर भी पेंशन ली जा सकती है, लेकिन कम अमाउंट (amount) के साथ. वहीं, रेगुलर पेंशन के लिए 58 वर्ष की आयु जरूरी है.
कैसे काम करता है EPS?
जब आप और आपके नियोक्ता (एम्प्लॉयर) दोनों 12-12 प्रतिशत EPFO फंड में जमा करते हैं तो एम्प्लॉयर द्वारा दिया गया 12 प्रतिशत दो हिस्सों में बंटता है. 8.33 प्रतिशत एम्प्लॉयी पेंशन स्कीम (EPS) में जाता है जबकि 3.67 प्रतिशत एम्प्लॉयी प्रोविडेंट फंड (EPF) में जाता है. इसी EPS फंड से रिटायरमेंट के बाद पेंशन दी जाती है.
हालांकि, EPS में पेंशन की कैलकुलेशन (calculation) एक खास फॉर्मूले से होती है और इसमें एक लिमिट भी है. इसके तहत भले ही आपकी बेसिक सैलरी ₹50,000 हो, लेकिन EPS में कैलकुलेशन अधिकतम ₹15,000 सैलरी पर ही होती है. यानी अगर आपकी बेसिक सैलरी ₹60,000 भी है, तब भी पेंशन कैलकुलेशन ₹15,000 पर ही होगी.
कैसे होती है EPS पेंशन की कैलकुलेशन-
EPS पेंशन की कैलकुलेशन (पेंशन योग्य सैलरी × सर्विस पीरियड) ÷ 70 के फॉर्मूले से की जाती है. यहां पेंशन योग्य सैलरी यानी पिछले 12 महीने की औसत बेसिक सैलरी + डीए ( अधिकतम ₹15,000 मानी जाती है) और सर्विस पीरियड से तात्पर्य यह है कि आपकी कितनी साल नौकरी की है.
50,000 की बेसिक सैलरी पर 20, 25 और 30 साल नौकरी के बाद कितनी मिलेगी EPS पेंशन?
- आपकी बेसिक सैलरी भले ही 50 हजार रुपये है लेकिन लिमिट की वजह से आपकी पेंशन कैलकुलेशन 15000 रुपये पर होगी. इसलिए
20 साल की नौकरी पर पेंशन:(15,000 x 20)/70 = 4,285 रुपये प्रति महीना
25 साल की नौकरी पर पेंशन:(15,000 x 25)/70 = 5,357 रुपये प्रति महीना
30 साल की नौकरी पर पेंशन:(15,000 x 30)/70 = 6,428 रुपये प्रति महीना
EPS के तहत अधिकतम पेंशन 7,500 रुपये और न्यूनतम 1,000 रुपये है. यदि कर्मचारी (employees) की मृत्यु हो जाती है, तो नॉमिनी को पेंशन मिलती है. नॉमिनी में पत्नी, बच्चे या माता-पिता शामिल हैं. यदि परिवार नहीं है, तो किसी भी विश्वस्त व्यक्ति को नॉमिनी बनाया जा सकता है.