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Delhi-NCR में बसाया जाएगा नया शहर, 9 हजार एकड़ जमीन खरीदेगी सरकार

Delhi-NCR - हरियाणा सरकार दिल्ली-एनसीआर में एक आधुनिक औद्योगिक शहर बनाने की योजना बना रही है. बताया जा रहा है कि इसके लिए सरकार गांवों से करीब 9,000 एकड़ जमीन खरीदेगी. यह क्षेत्र न केवल हरियाणा के औद्योगिक नक्शे को नया आकार देगा, बल्कि लाखों रोजगार और निवेश के अवसर भी लाएगा-

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Delhi-NCR में बसाया जाएगा नया शहर, 9 हजार एकड़ जमीन खरीदेगी सरकार

HR Breaking News, Digital Desk- (Delhi-NCR) हरियाणा सरकार (Haryana Government) दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को जोड़ने वाले ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के पास एक आधुनिक औद्योगिक शहर बनाने की योजना बना रही है. इस परियोजना के लिए फरीदाबाद और पलवल के गांवों की जमीन खरीदी जाएगी, न कि अधिग्रहित. यह कदम रियल एस्टेट (real estate) बाजार को बढ़ावा देगा और किसानों के लिए समृद्धि के नए अवसर पैदा करेगा.

ई-भूमि पोर्टल (ebhoomi.jamabandi.nic.in) के माध्यम से किसान अपनी जमीन सरकार को बेच सकते हैं। इस पोर्टल पर 31 अगस्त, 2025 तक आवेदन करना ज़रूरी है। किसान अपनी जमीन (property) की मात्रा और कीमत की जानकारी यहां दे सकते हैं। सरकार केवल उन्हीं किसानों से जमीन खरीदेगी, जो इस समय सीमा के भीतर आवेदन करेंगे। इस प्रक्रिया को किसानों के लिए पारदर्शी और सुविधाजनक बनाया गया है।

हरियाणा सरकार दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi-Mumbai Expressway) और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को जोड़ने वाले ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के किनारे एक आधुनिक औद्योगिक शहर बसाने जा रही है. इस शहर के लिए फरीदाबाद (freedabad) और पलवल के गांवों की जमीन ली जाएगी. सरकार के इस कदम से न केवल रियल एस्टेट (real estate) बाजार को नई ऊंचाइयों मिलेगी, बल्कि किसानों के लिए भी समृद्धि के नए द्वार खुलेंगे. सरकार किसानों की जमीन का अधिग्रहण नहीं करेगी, बल्कि उनसे खरीदेगी.

फरीदाबाद के छांयसा और मोहना, पलवल के मोहियापुर, बागपुर कलां, बागपुर खुर्द, बहरौला, हंसापुर, सोलड़ा और थंथरी जैसे गांवों से करीब 9,000 एकड़ जमीन ली जाएगी. यहां एचएसआईआईडीसी (HSIIDC) औद्योगिक शहर बसाएगा. यह क्षेत्र न केवल हरियाणा के औद्योगिक नक्शे को नया आकार देगा, बल्कि लाखों रोजगार और निवेश के अवसर भी लाएगा.

हुडा भी खरीदेगा भूमि-

हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (HUDA) ग्रेटर फरीदाबाद के 18 गांवों में लगभग 4,500 एकड़ जमीन खरीदकर सेक्टर 94A से 142 तक विकसित करेगा. ये क्षेत्र होंगे: खेड़ी कलां, नचौली, ताजुपुर, ढहकौला, शाहबाद, भैंसरावली, जसाना, तिगांव आदि. इससे आवासीय ढांचे को मजबूती मिलेगी और नए शहरों का तेजी से विकास होगा.

रियल एस्टेट में बूम तय-

जैसे ही इन क्षेत्रों को रिहायशी जोन (R-Zone) में शामिल किया जाएगा, ज़मीन की कीमतें आसमान छूने लगेंगी. इसका कारण सर्कल रेट में वृद्धि है. 2005 में नहरपार क्षेत्र में भी ऐसा ही हुआ था, जब R-Zone की घोषणा के बाद किसान कुछ ही समय में करोड़पति बन गए थे. उस समय प्रति एकड़ ज़मीन की कीमत दो से तीन करोड़ तक पहुंच गई थी.

2031 मास्टर प्लान पर आधारित है विकास-

सरकार का यह विकास कार्य 2031 मास्टर प्लान के तहत किया जा रहा है, जो 42 लाख जनसंख्या को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है. आने वाले वर्षों में यह क्षेत्र दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) का नया हॉटस्पॉट बनकर उभरेगा.