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Vehicle Insurance टूव्हीलर इंश्योरेंस करवाने से पहले जान ले ये बात, कमज हो जाएगा प्रीमियम

आज कल टूव्हीलर (Two Wheeler) ने घर-घर में अपनी जगह बना ली है। ये हमारे सफर और जीवन को सुविधाजनक, सस्ती और आसान बना देते हैं। हममें से कई लोगों के लिए हमारे दोपहिया वाहन (Motorcycle)नियमित कहीं आने-जाने का सबसे आसान साधन होते हैं। यह स्वाभाविक ही है कि हम अपने वाहन (Vehicle) के महत्व को देखते हुए उसकी सुरक्षा सुनिश्चित करना चाहते हैं। हमारे दोपहिया वाहन को सुरक्षित रखने के सर्वोत्तम तरीकों में से एक बीमा (Insurance) की मदद से है।
 
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HR Breaking News, नई दिल्ली,  यदि आपके पास दोपहिया वाहन (Scooter) है और आपके उसका बीमा (Motorcycle Insurance) है, तो कभी न कभी आपने उन फ़ैक्टर्स के बारे में सोचा होगा जो इसकी बीमा की प्रीमियम (Insurance Premium) को प्रभावित करते हैं। बजाज आलियांज जनरल इंश्योरेंस के हेड, रिटेल अंडरराइटिंग, गुरदीप सिंह बत्रा बता रहे हैं कि हमारे दोपहिया बीमा लागत (Insurance Cost) को प्रभावित करने वाले मुख्य फ़ैक्टर्स क्या हैं।



दुपहिया वाहन के प्रकार
टू-व्हीलर (Two Wheeler) की कीमत फीचर्स, स्पेसिफिकेशंस, मेक और मॉडल के अनुसार बदलती रहती है। चूंकि बीमा दोपहिया वाहन की लागत को कवर करता है, इसलिए इसकी बीमा का प्रीमियम (Insurance Premium) वाहन की लागत के सीधे अनुपात में होता है। तो दोपहिया वाहन का प्रीमियम जिसकी कीमत 75,000 रुपये है, उसका प्रीमियम 1 लाख रुपये वाले वाहन से कम होगा।

 

वाहन की ब्यूबिक कैपिसिटी
एक अन्य महत्वपूर्ण फैक्टर जो बीमा प्रीमियम की लागत को प्रभावित करता है वह है वाहन की क्यूबिक कैपिसिटी (सीसी) जो उस दुपहिया वाहन के इंजन के पावर आउटपुट को दर्शाता है। एक 75 सीसी वाली बाइक का प्रीमियम 350 सीसी बाइक की तुलना में कम होगा। बीमा रेगुलेटर ने थर्ड पार्टी के प्रीमियम की गणना करने के लिए वाहन की सीसी के आधार पर स्लैब दरों को परिभाषित किया है जो एक अनिवार्य बीमा आवश्यकता है। इलेक्ट्रिक दो पहिया वाहनों का थर्ड पार्टी प्रीमियम अब वाहन के सीसी की बजाय किलोवाट के आधार पर परिभाषित किया गया है।

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दोपहिया वाहन की आयु
आपने देखा होगा कि जब आप बीमाकर्ता के ऑनलाइन पोर्टल से प्रपोजल फोरम या विवरण भरते हैं तो आपका बीमाकर्ता वाहन की उम्र पूछता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि वाहन जितना पुराना होगा, उसका मूल्य उतना ही कम होगा और इस प्रकार प्रीमियम भी कम होगा। हर दूसरे एसेट की तरह आपके टू-व्हीलर की कीमत भी समय के साथ घटने लगती है। वाहन जितना पुराना होगा, मूल्यह्रास (depreciation) की दर उतनी ही अधिक होगी।दोपहिया वाहनों के लिए मूल्यह्रास की दर 6 महीने से कम पुराने वाहन के लिए 5% है, और 5 साल से पुराने वाहन के लिए 50% तक जाती है।


आईडीवी या बीमित घोषित मूल्य
आईडीवी (Insured Declared Value) वह अधिकतम मूल्य है जो आपकी बीमा कंपनी आपके वाहन के पूरे नुकसान या चोरी के लिए भुगतान करेगा। आईडीवी की गणना प्रत्येक वर्ष रिनीवल के दौरान की जाती है और इसमें मूल्यह्रास की गणना भी एडजस्ट की जाती है। जैसे-जैसे आपका वाहन पुराना होता है उसका आईडीवी भी कम होता है। चूंकि आईडीवी वाहन के मूल्य को दर्शाता है, इसलिए यह प्रीमियम गणना में निर्णायक भूमिका निभाता है।

कवरेज का प्रकार
मोटे तौर पर इसके लिए दो प्रकार के कवर उपलब्ध हैं। एक थर्ड पार्टी (टीपी) कवर और एक काम्प्रीहेन्सिव कवर। कानून के अनुसार, सड़क पर वाहन चलाने के लिए एक टीपी कवर होना अनिवार्य है। यह आपको तीसरे पक्ष के लायबिलिटी से बचाता है जो कि आपके वाहन के कारण किसी तीसरे पक्ष को वित्तीय नुकसान होने पर उत्पन्न हो सकता है। हालांकि, टीपी कवर आपके वाहन को सुरक्षा प्रदान नहीं करता है, इसके लिए आपको एक काम्प्रीहेन्सिव पॉलिसी की आवश्यकता होती है। एक काम्प्रीहेन्सिव पॉलिसी आपके वाहन को प्राकृतिक आपदाओं जैसे ओलावृष्टि, भूकंप, बाढ़, तूफान, भूस्खलन और रॉक स्लाइड से बचाती है। इसमें दंगों, दुर्घटनाओं और चोरी जैसी मानव निर्मित आपदाओं को भी शामिल किया गया है। एक काम्प्रीहेन्सिव पॉलिसी की लागत केवल टीपी कवर करने की तुलना में अधिक होती है क्योंकि यह काम्प्रीहेन्सिव अर्थात पूरी सुरक्षा प्रदान करता है। अपने वाहन की पूर्ण सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक काम्प्रीहेन्सिव कवर का चयन करना उचित है। बीमा की लागत अप्रत्याशित घटना के मामले में उत्पन्न होने वाली हानि से बहुत कम होती है।

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नो क्लेम बोनस (एनसीबी)
आपका बीमाकर्ता आपको प्रत्येक दावा-मुक्त वर्ष के लिए NCB प्रदान करता है। NCB वह रिवार्ड है जो आपको आपके अच्छे ड्राइविंग के लिए मिलता है। यह छूट पूर्व-निर्धारित स्लैब के अनुसार दी जाती है और यह पहले दावा-मुक्त वर्ष के लिए 20% से शुरू होती है और लगातार पांच दावा-मुक्त वर्षों के लिए अधिकतम 50% तक जाती है। एनसीबी आपके मोटर बीमा प्रीमियम को कम करने में काफी मदद करता है।

ऐड-ऑन कवर
ऐड-ऑन आपको अपने वाहन की सुरक्षा को मजबूत करने में मदद करता है और आपको अपने कवर को एडजस्ट या कस्टमाइज करने की सहूलियत देता है। प्रत्येक ऐड-ऑन में कुछ अनूठी विशेषताएं होती हैं और यह एक विशिष्ट उद्देश्य को पूरा करता है। इन्श्योरेन्स का मार्केट कुछ ऐड-ऑन प्रदान करते हैं, जिनमें सड़क के किनारे सहायता (roadside assistance), शून्य मूल्यह्रास (zero depreciation), मेडिकल कवर, इंजन सुरक्षा प्रमुख हैं। ये ऐड-ऑन कवर लागत के साथ आते हैं और इनसे आपका प्रीमियम बढ़ जाता है। इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि आप अपनी आवश्यकताओं के अनुरूप ऐड-ऑन चुनें और उसके अनुसार अपने कवर को अडजस्ट करें।