home page

लोन की EMI को लेकर RBI ने सुना दिया बड़ा फैसला, आपके लिए जानना है जरूरी

आज के समय में बहुत सारे लोग अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए लोन लेते हैं, कुछ लोगों के लिए लोन की EMI भरना काफी मुश्किल हो जाता है , लोन की EMI बढ़ाना या घटाना Repo rate पर निर्भर करती है और RBI अक्सर इसमें बदलाव करता रहता है | अगर अपने भी कोई लोन ले रखा है तो जान लीजिये की हाल ही में Repo रेट को लेकर RBI ने बड़ा फैसला सुनाया है और आपके लिए ये जानना बहुत जरूरी है 
 | 

HR Breaking News, New Delhi : र‍िजर्व बैंक ऑफ इंड‍िया (reseve bank of india) के गर्वनर शक्‍त‍िकांत दास (governor Shaktikanta Das) ने मौद्रिक नीति समीक्षा को जारी कर द‍िया. प्रमुख नीत‍िगत दर रेपो रेट में इस बार भी क‍िसी तरह का बदलाव नहीं क‍िया और रेपो रेट को 6.5 प्रत‍िशत पर ही बरकरार रखा गया है. रेपो रेट के पुराने स्‍तर पर ही बने रहने का फायदा लोन लेने वाले ग्राहकों को म‍िलेगा. होम लोन, ऑटो लोन या पर्सनल लोन की ब्‍याज दर पहले जैसी ही रहेगी. यह लगातार छठा मौका है जब रेपो रेट में क‍िसी तरह का बदलाव (reseve bank of india) नहीं क‍िया गया. दास ने बताया क‍ि एमपीसी मीट‍िंग के दौरान सहम‍त‍ि से रेपो रेट में क‍िसी तरह का बदलाव नहीं करने का फैसला क‍िया गया. केंद्रीय बैंक ने आख‍िरी बार फरवरी, 2023 में रेपो रेट को बढ़ाकर 6.5 प्रत‍िशत क‍िया था.

 

2 हजार के नोट के बाद RBI ने 500 रुपये के नोट को लेकर जारी की गाइडलाइन

 

विश्लेषकों के अनुमान से आगे निकल रही ग्रोथ

मौद्रिक नीति समीक्षा की घोषणा करते हुए केंद्रीय बैंक के गवर्नर दास (governor Shaktikanta Das) ने कहा क‍ि वैश्‍व‍िक स्तर पर अन‍िश्‍चतता के बीच देश की इकोनॉमी मजबूती दिखा रही है. एक तरफ इकोनॉम‍िक ग्रोथ बढ़ रही है, दूसरी ओर महंगाई में कमी आई है. महंगाई को काबू में रखने और इकोनॉम‍िक ग्रोथ को रफ्तार देने के ल‍िए रेपो रेट को बरकरार रखा गया है. उन्‍होंने कहा, वृद्धि की गति तेज हो रही है और यह अधिकतर विश्लेषकों के अनुमान से भी आगे निकल रही है.

ग्‍लोबल ग्रोथ रेट के स्थिर रहने का अनुमान
इसके अलावा आरबीआई (reseve bank of india) ने एमएसएफ (सीमांत स्थायी सुविधा दर) और बैंक दर को 6.75 प्रतिशत पर बरकरार रखा है. आरबीआई गवर्नर (governor Shaktikanta Das) ने कहा 2024 में ग्‍लोबल ग्रोथ रेट के स्थिर रहने का अनुमान है. उन्‍होंने बताया क‍ि एमपीसी महंगाई दर को चार प्रत‍िशत पर लाने को लेकर प्रतिबद्ध है. इस पर लगातार काम क‍िया जा रहा है. दास ने इंस्‍ट्र‍ियल एक्‍ट‍िव‍िटी की रफ्तार 2024-25 में भी जारी रहने की उम्मीद जताई.

2 हजार के नोट के बाद RBI ने 500 रुपये के नोट को लेकर जारी की गाइडलाइन

आपको बता दें प‍िछले साल जुलाई 2023 में महंगाई दर बढ़कर र‍िकॉर्ड लेवल 7.44 परसेंट पर पहुंच गई थी. इसके बाद इसमें ग‍िरावट देखी गई और यह दिसंबर 2023 में 5.69 प्रतिशत पर आ गई. र‍िजर्व बैंक को महंगाई दर 4-6 प्रतिशत के दायरे के अंदर रखने का टारगेट म‍िला हुआ है.

क्‍या होता है रेपो रेट?
जिस रेट पर आरबीआई (reseve bank of india) की तरफ से बैंकों को लोन द‍िया जाता है, उसे रेपो रेट कहा जाता है. रेपो रेट बढ़ने का मतलब है क‍ि बैंकों को आरबीआई से महंगे रेट पर कर्ज मिलेगा. इससे होम लोन, कार लोन और पर्सनल लोन आद‍ि की ब्‍याज दर बढ़ जाएगी, ज‍िससे आपकी ईएमआई पर सीधा असर पड़ेगा.