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SIP ने कर दिया मालामाल, 10 हजार के बना दिए 16.5 करोड़

आज मार्किट में इन्वेस्टमेंट के आपको लाखों ऑप्शन मिल जायेंगे, बहुत सारे लोग FD में तो बहुत सारे लोग share market में इन्वेस्ट करते हैं , ऐसे में कुछ लोग ऐसे भी है जो Mutual fund में इन्वेस्ट करती हैं , एक्सपर्ट की माने तो कम समय में तगड़ा रिटर्न लेने के लिए म्यूच्यूअल फण्ड सबसे बेस्ट है पर इनमे रिस्क थोड़ा सा होता है पर फिर भी लॉन्ग टर्म में ये फण्ड आपको करोड़ों का फायदा कर सकते हैं जैसे इस फण्ड ने किया है | आइये जानते हैं इनके बारे में

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SIP ने कर दिया मालामाल, 10 हजार के बना दिए 16.5 करोड़

HR Breaking News, New Delhi : शेयर बाजार में सीधे निवेश की तुलना में म्यूचुअल फंड में जोखिम कम होता है। इसलिए ऐसा माना जाता है कि यहां रिटर्न भी शेयर बाजार की तुलना में कम होता है। लेकिन पिछले कुछ वर्षों से म्यूचुअल फंड शानदार रिटर्न दे रहे हैं। 2023 में भी म्यूचुअल फंड्स ने बंपर रिटर्न दिया है। आज हम आपको एक ऐसे फंड के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसने इन्वेस्टर्स की रकम को कई गुना बढ़ा दिया है। एचडीएफसी फ्लेक्सी कैप फंड (HDFC Flexi Cap Fund) एक ओपन एंडेड डायनामिक इक्विटी स्कीम है। यह लार्ज, मिड और स्मॉल कैप स्टॉक्स में इन्वेस्ट करती है। इस फंड ने 2024 में अपने 29 साल पूरे कर लिये हैं।

 

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10 हजार के कर दिये 16.5 करोड़

पिछले 29 वर्षों में एचडीएफसी फ्लेक्सी कैप फंड ने 18.87% कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट (CAGR) से रिटर्न दिया है। अगर आप इस फंड की शुरुआत से इसमें 10,000 रुपये महीने की SIP करते, तो अब तक आपका कुल निवेश 34.8 लाख रुपये का होता। यानी आपके द्वारा एसआईपी में डाली गई कुल रकम 34.8 लाख रुपये हो जाती। इस निवेश से आपका कॉर्पस 31 दिसंबर, 2023 तक 16.5 करोड़ रुपये हो चुका होता।

यह निवेश रणनीति करता है फॉलो

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इस फंड की निवेश रणनीति बॉटम-अप एप्रोच पर आधारित है। जिसमें वाजिब दाम वाले क्वालिटी कंपनीज के शेयरों पर फोकस किया जाता है। इस रणनीति का उद्देश्य मीडियम से लॉन्ग टर्म में अच्छी ग्रोथ करने वाली मजबूत कंपनियों को चुनना है। एचडीएफसी म्यूचुअल फंड के अनुसार, एचडीएफसी फ्लेक्सी कैप फंड एक रिसर्च बेस्ड इन्वेस्टमेंट प्रोसेस को फॉलो करता है। म्यूचुअल फंड में पोर्टफोलियो की देखरेख फंड मैनेजर्स द्वारा की जाती है।

म्यूचुअल फंड कैसे चुनें

आपको पहले ये चुनना होगा की आप किस प्रकार के फण्ड में निवेश करना चाहते हैं। व्यापक रूप से, इक्विटी फंड तभी चुने जाने चाहिए जब आप ज़्यादा जोखिम उठाने को तैयार हों और इसकी समय सीमा 5 वर्ष से अधिक हो। अगर आप मध्यम जोखिम उठा सकते हैं, तो आप हाइब्रिड फंड में निवेश कर सकते हैं। यदि आप कम जोखिम लेना चाहते हैं, तो आपको डेट फंड में निवेश करना चाहिए। ध्यान दें, सभी म्यूचुअल फंड यहां तक ​​कि डेट फंड में भी कुछ जोखिम होता है।

आप किस प्रकार के फण्ड में निवेश करना चाहते हैं, इसके बाद आप एक फण्ड उसमें से चुन सकते हैं। ये फण्ड चुनने के लिए एक समयसीमा में उसका प्रदर्शन देख, उसकी तुलना कर फंड चुन सकते हैं। कुछ अन्य कारक, जिन पर आप भी विचार कर सकते हैं:

फंड मैनेज का अनुभव – फंड मैनेज करने वाली कंपनी कब से फण्ड मैनेज कर रही है और उसका ट्रैक रिकॉर्ड क्या है।

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पोर्टफोलियो – क्या वह म्यूचुअल फंड है, ज़्यादा जोखिम के साथ छोटी कंपनियों में निवेश कर ज़्यादा लाभ कमा रहा है? आपको ये भी देखना चाहिए कि वो म्यूचुअल फण्ड किसी एक क्षेत्र में अपना पैसा लगा रहा है या अलग-अलग में? ये भी देखें कि कितना पैसा इक्विटी में लगाया गया है और कितना डेट में?

एक्सपेंस रेश्यो – ज़्यादा एक्सपेंस रेश्यो से आप जितना लाभ कमाते हैं उसका एक बड़ा हिस्सा उसके लिए दे देते हैं और इस तरह आपका लाभ घट जाता है।

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