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Career in History: हिस्ट्री में बनाना है करियर, तो जानें इन टिप्स के बारे में

हर इंसान अपना अच्छा करियर बनाना चाहता है, जिसके लिए शुरुआत एक अच्छे संस्थान से करनी पड़ती हैं. जिनमें दिल्ली यूनिवर्सिटी भी शामिल है. DU से इतिहास में कोई भी कोर्स करने वाले स्टूडेंट को करियर बनाने में मदद करेगा. आइये जानते हैं इतिहास में पढ़ाई कर करियर ऑप्शन के बारे में.
 
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हिस्ट्री में बनाना है करियर, तो जानें इन टिप्स के बारे में


HR Breaking News, Digital Desk- हर स्‍टूडेंट को अपनी पढ़ाई के दौरान किसी न किसी सब्जेक्ट में ख़ास दिलचस्पी होती है. 12वीं के बाद उनका यही प्लान होता है की उसी में आगे की पढ़ाई कर भविष्य बनाएं. इसी तरह अगर किसी को इतिहास में अपना करियर बनान है तो उसके लिए कई शानदार करियर ऑप्शन मौजूद हैं.

हर किसी को अच्छा करियर चाहिए, जिसके लिए शुरुआत एक अच्छे संस्थान से करनी होगी. जैसे दिल्ली यूनिवर्सिटी भी है. DU से इतिहास में कोई भी कोर्स करने वाले स्टूडेंट को करियर बनाने में मदद करेगा. आइये जानते हैं इतिहास में पढ़ाई कर करियर ऑप्शन के बारे में.


इतिहास में पढ़ाई करने वाले ज़्यादातर स्टूडेंट्स पुरातत्व में पढ़ाई करने का निर्णय लेते हैं. ज़्यादातर भारतीय विश्वविद्यालय प्राचीन भारतीय संस्कृति और पुरातत्व में मास्टर डिग्री भी प्रदान करवाते हैं. ग्रेजुएशन के बाद कोई भी इस कोर्स को चुन सकता है. इसके बाद इसमें रिसर्च डिग्री भी हासिल कर सकते हैं. आर्कोलॉजी का काम एक ऐतिहासिक और प्राचीन धरोहरों के बारे में जानकारी इकट्ठी करना है. इसमें सैलरी भी अच्छी मिलती है.

एंथ्रोपोलॉजिस्ट (Anthropology)-
हिस्ट्री में एंथ्रोपोलॉजिस्ट बनना काफी दिलचस्प करियर ऑप्‍शन है. भारत में कई ऐसी यूनिवर्सिटी हैं जो एंथ्रोपोलॉजी में पीएचडी तक के कोर्स करवाती हैं. इस सब्जेक्ट में अतीत और वर्तमान समाज के साथ मानव के तरह-तरह के पहलुओं को भी पढ़ा जाता है. एंथ्रोपोलॉजिस्ट कोर्स करने के लिए राजनीति, संस्कृति और भाषा आदि जैसे विभिन्न क्षेत्र भी हैं. इन विषयों का अध्ययन काफी दिलचस्प होता है, और इसकी अच्छी खासी डिमांड भी है.

सांस्कृतिक अध्ययन (Cultural Studies)-
अगर किसी को देश की संस्कृति में रुचि है, तो वो इस विषय में रिसर्च भी कर सकते हैं. भारत के कई विश्वविद्यालय हैं जहां सांस्कृतिक अध्ययन में मास्टर्स भी करवाया जाता है. इस कोर्स में स्वदेशी संस्कृति, मीडिया, लोकगीत, सांस्कृतिक अध्ययन और सिद्धांत शामिल होते हैं. सांस्कृतिक अध्ययन किसी को भी इस क्षेत्र में कई तरह की नौकरी के मौके देता है. कोर्स पूरा करने के बाद स्टूडेंट्स देश के किसी भी कोने में स्थित विरासत स्थलों, संग्रहालय, आर्ट गैलरी में अच्छी जॉब पा सकते हैं.

फ्रेस्को (FRESCO)-
इतिहास में रुचि रखने वाले फ्रेस्को या आर्ट रिस्टोरेशन में भी अपना करियर बना सकते हैं. इसमें खासतौर पर आर्ट रेस्‍टोरेशन करने का तरीका सिखाया जाता है. जिससे सांस्कृतिक विरासत को उसके असली में वापस ला सकें. बता दें, खुदाई के दौरान ज़्यादा तर ऐसी प्राचीन कृति और मूर्तियां मिलती हैं, जो अपना असली रूप खो चुकी होती है. ऐसे में इनका दोबारा से रेस्‍टोरेशन किया जाता है. इस काम को फ्रेस्को या आर्ट रिस्टोरेशन को जानने और उसमे रुचि रखने वाले लोग करते हैं.