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IAS लेवल का अधिकारी बनने के लिए जान लें ये जरूरी टिप्स, जरूर मिलेगी कामयाबी

Exam Tips : अगर आप भी यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा (upsc civil services exam) की तैयारी करने की सोच रहे हैं और Subject का चुनाव करने में हिचकिचा रहे हैं तो आपको टेंशन लेने की जरूत नहीं है हम आपको बताने जा रहें हैं की किस तरह से करें परीक्षा की तैयारी। खबर में हमारे साथ जानिए क्या है पूरी प्रोसेस। 

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HR Breaking News : नई दिल्ली :  यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा तीन चरण (Prelims, Mains, Interview) में आयोजित करता है। हर चरण का अपना एक उद्देश्य है। जो विभिन्न प्रकार से उम्मीदवार की बुद्धि को परखता है। प्रारंभिक परीक्षा आयोजित करने का प्राथमिक उद्देश्यhistory,Geography, Politics, Economy के वर्तमान मुद्दों आदि जैसे सामान्य रुचि के विषयों में उम्मीदवारों के बेसिक, मौलिक ज्ञान का परीक्षण करना है। इसके साथ ही प्रारंभिक परीक्षा में सीएसएटी पेपर द्वारा योग्यता का परीक्षण करने की भी मांग की जाती है।


जानिए कोन सी भाषा का चुनाव करें जिसमें अंग्रेजी और संविधान की 8वीं अनुसूची में शामिल कोई भी भारतीय भाषा शामिल है। ये भाषा के प्रश्नपत्र अर्हक प्रकृति के होते हैं और इन भाषा के प्रश्नपत्रों में योग्यता प्रतिशत प्राप्त करने की आवश्यकता होती है, अर्थात 35% अंक। यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि भाषा के प्रश्नपत्रों में प्राप्त अंकों की गणना अन्य पत्रों के साथ नहीं की जाती है। अंत में, एक वैकल्पिक पेपर होता है जिसे एक उम्मीदवार को यूपीएससी द्वारा दिए गए विकल्पों में से चुनना होता है। भारतीय विश्वविद्यालयों में पढ़ाए जाने वाले लगभग सभी लोकप्रिय विषय चुनने के लिए उपलब्ध हैं, कुछ पेपर जैसे कंप्यूटर विज्ञान आदि को छोड़कर।

इस प्रकार, मुख्य परीक्षा की योजना में चार जीएस पेपर, एक निबंध पेपर, दो भाषा टेस्ट पेपर और एक वैकल्पिक पेपर शामिल है। इन पेपरों के लिए कुल 1750 अंक आवंटित किए गए हैं। इसमें कोई संदेह नहीं है कि मुख्य परीक्षा सिविल सेवाओं में निर्णायक परीक्षा है क्योंकि इसमें अधिकतम अंक होते हैं।


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अंतिम चरण में, व्यक्तित्व परीक्षण यानी इंटरव्यू आयोजित किया जाता है। मुख्य परीक्षा में उत्तीर्ण होने वालों को यूपीएससी में एक साक्षात्कार बोर्ड के सामने उपस्थित होना होता है। IAS इंटरव्यू में 275 अंक होते हैं। अंतिम परिणाम मुख्य परीक्षा और व्यक्तित्व परीक्षण में प्राप्त अंकों के आधार पर घोषित किए जाते हैं। इस प्रकार कुल अंकों का योग 1750+275=2025 है। चयनित होने के लिए, एक उम्मीदवार को इस कुल के कम से कम 40-45 प्रतिशत अंक प्राप्त करने की आवश्यकता होती है और IAS, IPS, IFS के शीर्ष पदों के लिए आपको 45% और उससे अधिक अंक प्राप्त करने होंगे।

जानिए कब से शुरू कर देनी चाहिए IAS परीक्षा की तैयारी 


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हालांकि इस परीक्षा की तैयारी के लिए कोई सटीक समय नहीं है। उम्मीदवार अपनी तैयारी अपने सुविधाजनक समय पर शुरू करते हैं। वैसे अगर एक्सर्ट राय की माने तो एक उम्मीदवार को स्कूल स्तर पर ही इस परीक्षा में बैठने का दृढ़ निर्णय लेना चाहिए। क्योंकि इतिहास, भूगोल, अर्थशास्त्र और political Science जैसे विषयों के स्कूल स्तर के सिलेबस यूपीएससी द्वारा परीक्षण की गई सामग्री की रीढ़ हैं, इसलिए यह  तैयारी की एक ठोस नींव रखने में मदद करता है।इसके अलावा, करंट अफेयर्स civil services exam की रीढ़ है और करंट अफेयर्स को समझने में बहुत लंबा समय लगता है।

 ऐसे में शुरुआत से ही reading newspapers, reading a magazine,daily basis पर समसामयिक मुद्दों पर नोट्स बनाना ऐसी आदतें हैं जिन्हें कम उम्र से ही अपनी आदत में शामिल करन देना चाहिए।  इसी तरह इंटरव्यू के लिए भी आप रातों-रात अपना व्यक्तित्व नहीं बदल सकते। यह नेतृत्व गुणों, संचार कौशल, व्यक्तित्व आदि गुण लगातार और नियमित अभ्यास के माध्यम से ही विकसित किए जा सकते हैं। दूसरे शब्दों में कहें तो, सिविल सेवा की तैयारी जल्दी शुरू करने की आवश्यकता है और स्कूल इसके लिए सही समय है।