home page

Success Story: दो हादसों ने बदली जिंदगी, हिंदी मीडियम से पढ़ाई कर हिमांशु नागपाल बने IAS

उतार-चढ़ाव वाले दिन किसकी जिंदगी में नहीं आते लेकिन उस समय में कोई बिखर जाता है तो कोई निखर जाता है। कुछ ऐसी ही कहानी है हमारे हिमांशु नागपाल की। जो अपनी जिंदगी में हुए हादसों से निखरकर सामने आए है। अपनी मेहनत के दम से उन्होंने आज बड़ी मुकाम हासिल कर लिया है। 

 | 
दो हादसों ने बदली जिंदगी, हिंदी मीडियम से पढ़ाई कर हिमांशु नागपाल बने IAS

HR Breaking News, Digital Desk - संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सर्विस परीक्षा (Civil Services Exam) देश की सबसे कठिन परीक्षा है. इसमें सफल होने वाले उम्मीदवारों को उनकी रैंक और प्रिफरेंस के आधार पर IAS, IRS, IFS आदि सर्विस अलॉट की जाती हैं. यूपीएससी परीक्षा (UPSC Exam) की तैयारी कर रहे कुछ उम्मीदवारों को लगता है कि इसमें सफल होने के लिए उनका अंग्रेजी मीडियम से पढ़ाई करना जरूरी है. लेकिन असल में ऐसा है नहीं. आईएएस हिमांशु नागपाल की सक्सेस स्टोरी से काफी कुछ सीखा जा सकता है (IAS Himanshu Nagpal Success Story).

IAS Himanshu Nagpal Wikipedia-


आईएएस हिमांशु नागपाल हरियाणा राज्य के हिसार जिले में स्थित हांसी के रहने वाले हैं. उनका जन्म 12 अगस्त 1996 को हुआ था. वह साधारण पृष्ठभूमि वाले परिवार से ताल्लुक रखते हैं. अंग्रेजी भाषा पर मजबूत पकड़ न होने के बावजूद उन्होंने अपने पहले ही प्रयास में यूपीएससी परीक्षा क्लियर कर ली थी. जो उम्मीदवार हिंदी भाषा को अपनी सफलता का रोड़ा मानते हैं, उनके लिए हिमांशु की लाइफ स्टोरी किसी प्रेरणा से कम नहीं है.

IAS Himanshu Nagpal Education Qualification-


 हिमांशु नागपाल ने कक्षा 5वीं तक की पढ़ाई सरकारी स्कूल से की है. इसके बाद उनका एडमिशन प्राइवेट स्कूल में करवाया गया था. उन्होंने 12वीं तक हिंदी मीडियम (Hindi Medium) से पढ़ाई की है. हिमांशु ने 10वीं में 80% और 12वीं में 97% मार्क्स हासिल किए थे. उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के हंसराज कॉलेज (Hansraj College, DU) से बीकॉम ऑनर्स किया है.

IAS Himanshu Nagpal Biography- 


हंसराज कॉलेज में एडमिशन के वक्त हिमांशु नागपाल के पिता उन्हें छोड़ने आए थे. तब बुलेटिन बोर्ड पर टॉपर्स का नाम देखकर उन्होंने कभी हिमांशु का नाम वहां देखने की इच्छा जताई थी. इसके कुछ समय बाद ही हिमांशु ने अपने पिता को एक एक्सीडेंट में खो दिया था. पिता की मौत के कुछ महीनों बाद हिमांशु के बड़े भाई की भी अचानक मौत हो गई थी. इन दो हादसों के बाद वह टूट गए थे. लेकिन अपनी मां और चाचा के सपोर्ट से उन्होंने पढ़ाई जारी रखी.

IAS Himanshu Nagpal College Life-


 इन दो हादसों के अलावा भी हिमांशु नागपाल को कॉलेज में कई परेशानियों का सामना करना पड़ा. दरअसल, उन्होंने शुरू से हिंदी मीडियम (Hindi Medium) में पढ़ाई की थी, जबकि कॉलेज पूरी तरह से इंग्लिश मीडियम (English Medium) था. उन्हें कॉलेज में किसी से भी बातचीत करने में झिझक महसूस होती थी. कई बार क्लास के दौरान भी उनका मज़ाक उड़ाया गया. लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और यूपीएससी परीक्षा (UPSC Exam) के बारे में जानकारी जुटानी शुरू कर दी.

Himanshu Nagpal IAS Rank-


आईएएस परीक्षा (IAS Exam) पास करने के लिए हिमांशु नागपाल ने किसी कोचिंग का सहारा नहीं लिया था. उन्होंने अपने पहले ही प्रयास में सिर्फ सेल्फ स्टडी के बलबूते मात्र 22 वर्ष की उम्र में यूपीएससी परीक्षा (UPSC Exam) पास कर ली थी. उन्होंने 26वीं रैंक हासिल की थी. हिमांशु को फैमिली इश्यूज़, भाषा, बजट, सही गाइडेंस की कमी जैसी कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा था.

IAS Himanshu Nagpal Current Posting-


हिमांशु नागपाल ने सहारनपुर से अपनी सरकारी नौकरी की शुरुआत की थी. इसके बाद उन्हें जौनपुर और कानपुर में पोस्टिंग मिली थी. फिलहाल वह वाराणसी में सीडीओ (CDO Varanasi) के पद पर कार्यरत हैं. हिमांशु नागपाल का व्यवहार कितना शानदार है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जाता है कि हर शहर की लोकल जनता ने उन्हें सिर आंखों पर रखा और अपने सम्मान व प्रेम से अभिभूत कर दिया.