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Success Story : गांव की बेटी ने पास की IAS की परीक्षा, जानिए IAS ममता यादव की स्टोरी

UPSC Exam : हर साल UPSC की तैयारी लाखों बच्चे करते हैं इसमें गांव व शहर दोनों के होते हैं हालांकि गांव में तैयारी के साधन बहुत कम होते हैं लेकिन कड़ी मेहनत रगं लाती है और बच्चों के सपने पूरे होते हैं ऐसी ही एक कहानी आपको बताने जा रहे हैं हरियाणा की रहने वाली  ममता यादव जिसने 24 साल की उमर में  (UPSC) की परीक्षा पास की खबर में जानिए क्या है सक्सेस स्टोरी।

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Success Story : गांव की बेटी ने पास की IAS की परीक्षा, जानिए IAS ममता यादव की स्टोरी 

HR Breaking News : ब्यूरो : ममता ने लगातार दूसरी बार UPSC exam पास की और IAS बनने के अपने सपने को पूरा किया।संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) के सिविल सेवा की परीक्षा के घोषित हुए परिणाम में हरियाणा (Haryana)की रहने वाली ममता यादव ने सफलता हासिल की थी। 24 साल की ममता यादव अपने पूरे गांव में आईएएस अधिकारी बनने वाली पहली महिला बनीं थीं।

लगातार 2 बार UPSC की परीक्षा को पास किया 


टॉपर का खिताब पाने के लिए ऊंची उड़ान भरने का सपना देखने वाली ममता यादव 4 साल से सिविल सेवा परीक्षा (civil services exam) की तैयारी कर रही थीं। Mamta Yadav ने देशभर में 556वीं रैंक हासिल की थी; लेकिन उनका सपना आईएएस बनने का था। माता-पिता ने हौसला बढ़ाया और ममता एक बार फिर कोशिश करने लगीं।साल 2019 में चयनित होने के बाद, उन्होंने भारतीय रेलवे कार्मिक सेवा के लिए ट्रेनिंग शुरू किया, लेकिन इससे ममता संतुष्ट नहीं थीं। इसलिए ममता ने फिर कोशिश की और इस बार वह ऑल इंडिया में 5वीं रैंक हासिल करके आईएएस अधिकारी बनने में सफल रहीं।

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इस तरह से अपनाई 


12वीं के बाद ममता यादव ने दिल्ली यूनिवर्सिटी (Delhi University) से ग्रेजुएशन किया और कॉलेज खत्म होते ही यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी। ममता ने कोचिंग के साथ सेल्फ स्टडी की और उनकी रणनीति काम कर गई। ममता ने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी के लिए एनसीईआरटी (NCERT) और अन्य मानक पुस्तकों की मदद ली।मीडिया को दिए इंटरव्यू में ममता कहती हैं कि पहले मैं दिन में 8 से 10 घंटे पढ़ाई करती थी, लेकिन कहीं कुछ न कुछ कमी थी। इसलिए इस बार अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए मैंने प्रतिदिन 10 से 12 घंटे स्वाध्याय किया और अंत में अपने लक्ष्य को प्राप्त कर लिया।


बता दें कि जब परीक्षा के नतीजे आए तो ममता यादव और उनके परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। ममता यादव ने इस कठिन परीक्षा में देश भर में 5वीं रैंक हासिल कर न केवल परिवार बल्कि क्षेत्र का भी नाम रौशन किया। ममता यादव इससे पहले एसएससी की परीक्षा भी पास कर चुकी हैं।

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ममता यादव के पित्ता प्राइवेट नौकरी करते हैं


Basai Village निवासी ममता यादव के पिता अशोक यादव एक निजी कंपनी में काम करते हैं, जबकि उनकी मां सरोज यादव गृहिणी हैं। ममता की पूरी पढ़ाई दिल्ली में ही हुई है। ममता यादव ने 12वीं तक बलवंत राय मेहता स्कूल, जीके (ग्रेटर कैलाश) दिल्ली से पढ़ाई की, फिर डीयू (दिल्ली विश्वविद्यालय) के हिंदू कॉलेज से स्नातक किया।माता-पिता को विश्वास नहीं हुआ


मीडिया से बातचीत में Mamta Yadav की मां सरोज ने कहा कि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि उनकी बेटी इतनी आगे जाएगी। बेटी की सफलता का श्रेय उनके पिता ने ममता की मां को दिया। पिता ने बताया कि ममता ने गर्व से सिर ऊंचा कर दिया है। खास बात यह है कि वह अपने गांव की पहली लड़की है, जिसने पढ़ाई की और UPSC में सफलता हासिल की।