Parenting Tips : अगर आपके बच्चे को भी आता हैं बहुत गुस्सा, तो ये 4 टिप्स करेंगी आपकी मदद
HR Breaking News, Digital Desk : 4 tips for angry child : हर माता-पिता अपने बच्चों को बेहतरीन परवरिश देना चाहते हैं। लाख कोशिशों के बावजूद बच्चों की कुछ हरकतें और आदतें माता-पिता को निराश (Some habits of children disappoint parents) कर सकती हैं। बच्चों को गुस्सा बहुत आता है. क्या आपके बच्चे भी बात-बात पर गुस्सा करते हैं तो सबसे पहले आपको यह समझने की जरूरत है कि सिर्फ आपका बच्चा ही गुस्सा नहीं करता बल्कि दुनिया में ऐसे कई बच्चे हैं जो बात-बात पर गुस्सा करते हैं। तो ऐसे में आप क्या कर सकते हैं, ये जानना आपके लिए जरूरी है।
आज हम आपको कुछ आसान टिप्स बताएंगे, जिनकी मदद से आप अपने गुस्से और बहस करने वाले बच्चे को शांत कर सकते हैं और स्थिति को संभाल सकते हैं।
1. शांत रहें:
जानकारी के लिए आपको बात दें कि ऐसे वक्त में आपको सबसे पहले खुद को शांत रखना है। गुस्से में जवाब (gusse mein javaab na de) देने से बहस और बढ़ेगी. बच्चे को शांत करने के लिए सबसे पहले आपको खुद शांत होना होगा। गहरी सांस लें और अपने आप को थोड़ा समय दें।
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2. सुनें और समझने की कोशिश करें:
गुस्से में अक्सर बच्चे अपनी बात ठीक से नहीं कह पाते. ऐसे में उनकी बात ध्यान से सुनें और उनके इमोशन को समझने (Understanding children's emotions) की कोशिश करें। उन्हें ये एहसास दिलाएं कि आप उनकी बात सुन रहे हैं। उनकी बात को बीच में काटने या उन्हें गलत ठहराने से बचें।
3. समस्या की जड़ तक पहुंचें:
सिर्फ बहस खत्म करना काफी नहीं है. ये जरूरी है कि आप असल समस्या की तह तक पहुंचें. बच्चा गुस्सा क्यों है? क्या कोई खास वजह है? उनकी बात सुनकर और सवाल पूछकर असल मुद्दे को समझने की कोशिश करें।
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4. बातचीत करें, आदेश न दें:
जब आपका बच्चा शांत हो जाए, तो उनके साथ शांत दिमाग से बातचीत करें। उन्हें समस्या का हल निकालने (solve the problem) में शामिल करें। अपनी बात उन पर थोपने की कोशिश न करें, बल्कि मिल-जुलकर समाधान खोजें।
बता दें कि इन टिप्स को अपनाकर आप अपने गुस्से वाले बच्चे को शांत कर सकते हैं और उनके साथ एक हेल्दी रिश्ता बना सकते हैं. हालांकि, इस बात का ख्याल रखें कि हर बच्चा और स्थिति अलग होती है। ये टिप्स हर परिस्थिति में कारगर नहीं हो सकते। अगर आपको लगे कि आप अपने बच्चे को संभाल नहीं पा रहे हैं, तो किसी चाइल्ड साइकोलॉजिस्ट से सलाह लेने में कोई बुराई नहीं है।