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Rajasthan : होटलों में नहीं, अब राजस्थान के गांवों में आकर ठहरेंगे विदेशी टूरिस्ट

Rajasthan : पर्यटन विभाग भी योजना तैयार कर बेहतर प्रयास कर रहा हैं, जिसका नाम है ''राजस्थान ग्रामीण पर्यटन योजना''। मिली जानकारी के मुताबिक आपको बता दें कि अब राजस्थान में टूरिस्ट होटलों में नहीं बल्कि राजस्थान के गांवों में ठहरेंगे...
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Rajasthan Village tourism Haveli : ग्रामीण संस्कृति किसे नहीं भाती, चाहे फिर वह विदेश पावणा हो या फिर देशी, हर एक को अपनी ओर आकर्षित करती हैं. इसी कला संस्कृति को और अधिक सुदृढ़ बनाने के लिए अब पर्यटन विभाग भी योजना तैयार कर बेहतर प्रयास कर रहा हैं, जिसका नाम है ''राजस्थान ग्रामीण पर्यटन योजना''.  

गांवों में होम स्टे-

पर्यटन विभाग के सहायक निदेशक देवेंद्र सिंह चौधरी बताया की कि शहरी क्षेत्रों के साथ अब ग्रामीण इलाकों में भी लोग पर्यटकों को अपने घर पर ठहरा सकेंगे हैं.  

ग्रामीण खेलकूद प्रतियोगिताएं किए जाएंगे आयोजित-

लोग अपने घरों में एक से पांच कमरों को ''होम स्टे'' तथा इससे अधिक कमरों को ''गेस्ट हाउस'' के रूप में संचालित कर सकते हैं. तथा एक जनवरी 1950 से पहले की हवेली तथा विरासत का हेरिटेज सर्टिफिकेट प्राप्त कर सकते हैं.

पर्यटन विभाग के कार्यालय में करें आवेदन-

उन्होंने बताया कि इन सभी के लिए इच्छुक व्यक्ति पर्यटन विभाग के कार्यालय में आवेदन कर सकता है.

ग्रामीण क्षेत्रों में पर्यटक-

ग्रामीण क्षेत्रों में पर्यटकों को ग्रामीण संस्कृति व ग्रामीण खेलकूद, स्थानीय लोक कलाकारों एवं हस्तशिल्पियों की ओर आकर्षित करने व उनको जीवंत अनुभव प्रदान करने हेतु संबंधित पर्यटक स्वागत केंद्र द्वारा पंचायत व पंचायत समिति के समन्वय से समय-समय पर ग्रामीण खेलकूद प्रतियोगिताएं एवं कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.

ग्रामीण पर्यटन विकास की योजना-

राजस्थान ग्रामीण पर्यटन विकास योजना से ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित की जाने वाली पर्यटन इकाईयों जैसे ग्रामीण गेस्ट हाउस, कृषि पर्यटन ईकाई, कैंपिंग साईट, कैरावेन पार्क की स्थापना से गांवों में रोजगार सृजन के साथ-साथ लोक कलाओं को प्रोत्साहन, हस्तशिल्प का संरक्षण एवं ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा.