black wheat : काले गेहूं के फायदे जानते हैं! जानें कौन सी बीमारी होती है दूर

HR Breaking News : इस गेहूं के सामान्य गहन के आगे कई फायदे हैं। इसमें जिंक, आयरन और एंटी ऑक्सीडेंट की अधिकता होने से यह ज्यादा पौष्टिक है।
यह मरीजों के लिए काफी लाभदायक है और उनके लिए भी जो स्वास्थ रहना चाहते हैं।
इस गेहूं ( black wheat ) के आटे की रोटी खाने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी। यह आटा बाजार के आटे की तरह मटमैला होता है लेकिन इसकी रोटी पौष्टिकता से भरपूर है। इसका सेवन करने से बीमारियां जल्द दूर हो जाती हैं।
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सामान्य गेहूं में 5 पीपीएम होती है इसमें 100 से 200
इस काले गेहूं ( black wheat ) में एंथोसायनिन की मात्रा सौ से दौ सौ पीपीएम तक होता है और वहीँ सामान्य गेहूं में पांच पीपीएम पाई जाती है। जिस वजह से ये काले रंग का हो जाता है। जबकि बोआई के बाद जब फसल में बाली निकलती है तो वह हरा हो जाता है। परिपक्वता की स्थिति में बाली का रंग भूरा होते ही गेहूं का रंग काला दिखाई देने लगता है। इसका सेवन वाकई लाभदायक है।
अगर काला गेहूं ( black wheat ) पर शोध का बेहतर परिणाम मिला तो राज्य में इसकी खेती को बढ़ावा दिया जाएगा। किसानों को इसका बीज उपलब्ध कराया जायेगा। औषधीय गुणों से भरपूर होने के कारण बाजार में इसकी मांग भी दिन प्रतिदिन बढ़ रही है। जिससे किसानों को भी काफी फायदा हो रहा है।
इस संबंध में डॉक्टर अयाज सिंह (कुलपति बीएयू सबौर) ने बताया कि यह काला गेहूं ( black wheat ) का बीज राजस्थान से लाया गया है। यहां की जलवायु में इसकी उपज क्षमता क्या होगी तथा इसमें कितनी मात्रा में जिंक, आयरन और एंथोसायनिन विद्यमान है, इस पर यहां के वैज्ञानिक शोध करेंगे। शोध का बेहतर परिणाम आने पर राज्य में काले गेहूं की खेती को बढ़ावा दिया जाएगा ताकि किसानों को भी इसका लाभ मिल सके।