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Delhi Monsoon Weather : दिल्ली में मॉनसून की कब होगी एंट्री, IMD ने बता दी तारीख

Delhi Monsoon Weather : गर्मी का सितम देश भर के लोगों को काफी परेशान कर रहा है। गर्मी से परेशान लोग मानसून की बारिश का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। मौसम विभाग में भी आने वाले दिनों के मौसम को लेकर बड़ा अपडेट जारी किया है। चलिए खबर में जानते ही की देश की राजधानी दिल्ली में मानसून की एंट्री कब होगी।
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Delhi Monsoon Weather : दिल्ली में मॉनसून की कब होगी एंट्री, IMD ने बता दी तारीख

HR Breaking News : (Delhi Weather) देशभर में चिलचिलाती गर्मी लोगों को काफी परेशान कर रही है। गर्मी से परेशान लोग बारिश का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। खासकर दिल्ली एनसीआर के लोग बारिश का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं क्योंकि वहां तापमान लगातार बढ़ता ही जा रहा है। आईएमडी ने भी आने वाले दिनों के मौसम को लेकर बड़ा अपडेट जारी किया है।  चलिए आज आपको बताते हैं कि देश की राजधानी दिल्ली में मानसून कब देगा दस्तक।


17 जून को बिहार में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून पहुंच चुका था। विभाग की तरफ से खुशखबरी ये है कि जल्द ही मॉनसून देश की राजधानी दिल्ली भी पहुंच जाएगा मतलब अब लोगो को ज्यादा दिन गर्मी नही झेलनी पड़ेगी।

 


मौसम में हुई करवट से तापमान हुआ कम


वहीं, दिल्ली (Delhi weather) में प्री-मॉनसून सीजन की बारिश का दौर शुरू हो चुका है, जो कि मॉनसून (Monsoon Latest Updates) के आने का ही संकेत है। बीते दिनों हुई बारिश ने लोगों को तपती गर्मी से न सिर्फ राहत दिलाई बल्कि मौसम को भी खुशनुमा बना दिया। Delhi-NCR समेत उत्तर भारत का पूरा इलाका गर्मी से झुलस रहा था। लेकिन एकदम से बदले मौसम ने लोगों को बड़ी राहत दी।

 

 

इस तारिख को मानसून देगा दस्तक 


मानसून (Monsoon Rain) अबकी बार 30 जून से पहले यानि 22 जून तक दिल्ली पहुंच सकता है। मौसम विभाग के मुताबिक, 22 जून से 25 जून के बीच हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख सहित उत्तर-पश्चिमी भारत के बड़े हिस्सों में बारिश की संभावना है।


IMD की रिपोर्ट के मुताबिक, अगले हफ्ते देश के बाकी इलाकों में भी सामान्य तिथि से पहले ही मानसून की बारिश (monsoon rain) होने की संभावना है। जून के शुरू से बारिश की कमी के कारण तापमान में तेजी से बढ़ोतरी हुई, जिससे आठ-नौ जून से उत्तर-पश्चिमी और मध्य भारत के बड़े हिस्से में लोगों को गर्म हवाओं की स्थिति का सामना करना पड़ा।

 


क्या कहते हैं भारतीय मौसम विज्ञान विभाग


मौसम विज्ञानियों का कहना है कि मानसून (monsoon updates) के आने की तिथि का कुल मौसमी वर्षा से सीधा संबंध नहीं है। केरल या मुंबई में समय से पहले या देरी से आने का मतलब यह नहीं है कि देश के अन्य भागों में भी इसी तरह की प्रगति होगी। विज्ञानियों का कहना है कि मानसून जटिल वैश्विक, क्षेत्रीय और स्थानीय कारकों से प्रभावित होता है और इसमें काफी बदलाव होता है।


मानसून इस तरह बढ़ा आगे 


अरब सागर और बंगाल की खाड़ी पर मजबूत निम्न-दबाव प्रणालियों की सहायता से, मानसून (monsoon news) अगले कुछ दिनों में तेज़ी से आगे बढ़ा, और 29 मई तक मुंबई सहित मध्य महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों और पूरे पूर्वोत्तर को कवर कर लिया। हालांकि, इसके बाद 29 मई से 16 जून तक लगभग 18 दिनों तक लंबे समय तक ठहराव रहा। 


इस महीनें की शुरुआत से बारिश की कमी (lack of rain) के कारण तापमान में इजाफा हुआ, जिससे 8-9 जून से उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के बड़े हिस्से में लू की स्थिति पैदा हो गई।


17 जून को दो कम दबाव वाली प्रणाली बनने के कारण मानसून (monsoon latest updates) 16 जून से 18 जून तक तेजी से आगे बढ़ा - एक पश्चिम बंगाल पर और दूसरी गुजरात पर। यह बारिश प्रणाली आमतौर पर 1 जून तक केरल में दस्तक देती है, 11 जून तक मुंबई पहुँचती है और 8 जुलाई तक पूरे देश को कवर कर लेती है। 


यह 17 सितंबर के आसपास उत्तर-पश्चिम भारत से पीछे हटना शुरू करती है और 15 अक्टूबर तक पूरी तरह से वापस चली जाती है।

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