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Delhi NCR Weather : दिल्ली वाले जान लें इस बार कितनी पड़ने वाली है ठंड, मौसम विभाग ने दिया अपडेट

उत्तर भारत में मौसम बदल रहा है। यूपी के कुछ जिलों में बारिश हुई तो वेस्ट यूपी और दिल्ली के इलाकों में ठंडक का एहसास होने लगा है। मौसम के वैज्ञानिकों ने बताया कि इस बार मौसम का मिजाज जल्दी क्यों बदल गया। अक्टूबर के पहले हफ्ते में ही ठंड क्यों लग रही है? आइए जानते है मौसम के बारे में ताजा अपडेट।

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HR Breaking News (नई दिल्ली)। अक्टूबर का महीना शुरू होते ही इस बार दिल्ली-NCR के लोगों को ठंडक महसूस होने लगी है। पिछले 2-3 दिनों में अगर आप सुबह सूरज निकलने से पहले उठे होंगे या रात में खाना खाकर टहलने निकले होंगे तो समझ गए होंगे कि इस बार शायद सर्दी जल्दी आने वाली है। दिल्ली में 3 अक्टूबर, मंगलवार की रात तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे आ गया। इस सीजन में ऐसा पहली बार और पहले से काफी जल्दी हुआ है।

 

 

सफदरजंग में तापमान 18.3 डिग्री दर्ज किया गया। यह सोमवार के न्यूनतम तापमान से 1.8 डिग्री कम है। पिछले साल 9 अक्टूबर को पहली बार पारा 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे गया था। मौसम विभाग के अधिकारियों का कहना है कि उत्तर-पश्चिम से आने वाली हवाओं और आसमान साफ रहने से रातें ठंडी हो रही हैं। अगले 48 घंटों के दौरान न्यूनतम तापमान करीब 18 डिग्री के आसपास रह सकता है। लोग चर्चा करने लगे हैं कि ऐसा रहा तो कंबल और रजाई जल्दी सुखाना होगा। वैसे, यह खबर हीटर-गीजर जैसे सर्दी के मौसम वाले प्रोडक्ट्स बेचने वाली कंपनियों और दुकानदारों के लिए गुड न्यूज से कम नहीं है।


क्यों जल्दी गिरने लगा पारा


मंगलवार को सफदरजंग में सिटी के बेस स्टेशन पर सबसे कम रात का तापमान 18.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से चार डिग्री कम है। IMD ने भविष्यवाणी की है कि बुधवार और गुरुवार को न्यूनतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस रह सकता है। हालांकि शुक्रवार से धीरे-धीरे तापमान बढ़ना शुरू हो सकता है। हवा की दिशा में बदलाव के कारण 7 से 10 अक्टूबर तक न्यूनतम तापमान 21-22 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है। वैसे मंगलवार को कुछ स्टेशनों पर न्यूनतम तापमान सफदरजंग से भी कम था। नॉर्थ दिल्ली रिज में 16.5 डिग्री सेल्सियस पारा था, जो सामान्य से छह डिग्री कम था। लोधी रोड में 16.9 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। अयानगर में तापमान 17.4 डिग्री सेल्सियस और जफरपुर में 18.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।


मौसम विभाग के आंकड़ों से पता चलता है कि 2022 और 2021 में अक्टूबर के दूसरे हफ्ते में न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे गया था। आईएमडी के क्षेत्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख और वैज्ञानिक कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा, 'रात के तापमान में गिरावट बादल नहीं होने के कारण आई है। दिन में आसमान साफ रहने से गर्मी जल्दी खत्म हो जाती है और रातें सामान्य से अधिक ठंडी हो जाती हैं। उत्तर-पश्चिमी हवाएं और तेज हवाओं के न होने से भी रात के तापमान में गिरावट होती है।'

हिमालय कनेक्शन भी जानिए


श्रीवास्तव ने कहा कि हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड सहित पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में बर्फबारी और बारिश होने के बाद उत्तर-पश्चिमी ठंडी हवाएं तापमान में अचानक गिरावट का कारण बनेंगी। अक्टूबर के तीसरे या चौथे हफ्ते के अंत तक रात का तापमान 15 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंचने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि पिछले दो वर्षों के दौरान क्षेत्र से मॉनसून की वापसी में देरी हुई। चूंकि मॉनसून ने देर से इलाका छोड़ा इसलिए बादल छाए रहे और अक्टूबर के दूसरे हफ्ते में जाकर तापमान में गिरावट आई। इस बार मॉनसून शनिवार को दिल्ली सहित उत्तर-पश्चिम भारत के कई हिस्सों से निकल गया। मंगलवार को यहां का अधिकतम तापमान 34.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।