IMD Monsoon Update : इस दिन दस्तक देगा मानसून, इन चार महीनों में 895 मिमी बारिश, मौसम विभाग का लेटेस्ट अपडेट

HR Breaking News - (Monsoon Update latest news)। देश के करोड़ों किसानों और आम लोगों के लिए हाल ही में एक बड़ा अपडेट सामने आ रहा है। मौसम विभाग ने जानकारी देते हुए बताया कि 2025 का मानसून सामान्य रहने वाला है। इसका मतलब है कि देश में इस साल अच्छी बारिश हो सकती है। इसकी वजह से गर्मी (Summers in india) से भी काफी राहत मिल सकती है। 2025 का मानसून काफी अच्छा रहने वाला है। ये खेती-बाड़ी, जल आपूर्ति और बिजली के मोर्चे पर देश के लिए राहत भरी खबर हो सकती है। हालांकि जहां कम बारिश की उम्मीद है वहां पर लोगों को सावधानी बरतनी होगी।
इस मानसून में होगी इतनी बरसात-
जून से सितंबर के बीच देश में औसत से 3 प्रतिशत ज्यादा बारिश (rain alert) होने का पुर्वानुमान लगाया जा रहा है। भारत में औसत (LPA) बारिश 868.6 मिमी होती है। इस साल लगभग 895 मिमी बारिश (IMD Monsoon Update ) होने की उम्मीद है।
महीना अनुमानित बारिश सामान्य बारिश
जून 165.3 मिमी का 96 प्रतिशत 165.3 मिमी
जुलाई 280.5 मिमी का 102 प्रतिशत 280.5 मिमी
अगस्त 254.9 मिमी का 108 प्रतिशत 254.9 मिमी
सितंबर 167.9 मिमी का 104 प्रतिशत 167.9 मिमी
इन राज्यों में बारिश होने के आसार-
मौसम विभाग द्वारा जारी की गई जानकारी के मुताबिक केरल, (Southwest Monsoon) कर्नाटक, कोंकण और गोवा में जून महीने में अधिक बारिश होगी। इसके अलावा मध्य भारत (rain in Madhya pardesh) में अच्छी बारिश होने के आसार है। असम, अरुणाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में कम बारिश होने के आसार है। पश्चिमी घाट (Maharashtra rain alert) में जुलाई में ज्यादा बारिश होने के आसार है।
इस वजह से मानसून पर पड़ेगा प्रभाव-
अगस्त में मध्य और पूर्वी भारत (बिहार, झारखंड, ओडिशा) में अच्छी बारिश (Monsoon in Bihar) होने का पुर्वानुमान जताया गया है। सितंबर में पश्चिम और मध्य भारत (राजस्थान, गुजरात) में अधिक बारिश (Monsoon in Rajasthan) होने की उम्मीद है। लेकिन तमिलनाडु और तटीय आंध्र प्रदेश में बारिश थोड़ी कम रह सकती है। इस साल एल-नीनो (El Niño) कमजोर रहने वाला है। इसकी वजह से मानसून (IMD Monsoon Update ) पर काफी ज्यादा बुरा प्रभाव नहीं पड़ेगा। हिंद महासागर डाइपोल इस बार सामान्य रहने की उम्मीद है, जो अच्छी बारिश में मदद करेगा।
इस बार ऐसा रहेगा मानसून का सफर-
अगर मानसून के बारे में बात करें तो 1 जून को मानसून (IMD Monsoon Update) सबसे पहले केरल पहुंचता है। इसके बाद ये धीरे-धीरे यह दक्षिण भारत, फिर मध्य भारत, फिर उत्तर भारत और आखिर में पंजाब, हरियाणा और राजस्थान तक फैलता चला जाता है। जुलाई के मध्य तक मानसून पूरे भारत में फैल जाता है। मानसून की वापसी सितंबर के अंत से शुरू हो जाती है। इसके बाद अक्टूबर तक मानसून पूरी तरह वापिस लौट जाता है।
मानसून में बारिश की उम्मीद-
सामान्य बारिश की उम्मीद : 40 फिसदी
सामान्य से ज्यादा बारिश की उम्मीद : 30 फिसदी
सामान्य से कम बारिश की उम्मीद : 15 फिसदी
बहुत ज्यादा बारिश की उम्मीद : 10 फिसदी
सूखा (ड्रॉट) होने की उम्मीद : 5 फिसदी
अच्छी बारिश होने का प्रभाव-
अगर अच्छी बारिश होती है तो इसका मतलब है कि खेतों में भरपूर पानी मिलने वाला है। इसके अलावा खरीफ की फसल (जैसे धान, सोयाबीन) भी काफी अच्छी पैदावार दे सकती है। भूजल स्तर बेहतर बना रहेगा। वहीं बिजली उत्पादन के लिए भी मदद मिलने वाली है। हालांकि कुछ राज्यों में कम बारिश (barish ke asar) होने की वजह से जल प्रबंधन पर ध्यान देना काफी ज्यादा जरूरी रहने वाला है।