home page

Monsoon 2024 Date : इस राज्य में सबसे आखिरी में पहुंचेगा मानसून, जानिये आपके राज्य में कब होगी एंट्री

aaj ka mausam - इस समय उत्तर भारत में गर्मी कहर बरपा रही है। आए दिन तापमान बढ़ता ही जा रहा है। गर्मी ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है। मौसम विभाग ने मॉनसून को लेकर ताजा अपडेट दिया है। मौसम विभाग के अनुसार इस राज्य में सबसे आखिरी में मॉनसून पहुंचेगा। चलिए नीचे खबर में जानते हैं- 

 | 

HR Breaking News (ब्यूरो)। इस समय भारत के कई राज्यों में लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ रहा है।लोग चिलचिलाती गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद लगा रहे हैं। ऐसे में आईएमडी (Mausam update) ने राहत वाली खबर दी है। 


आईएमडी के मुताबिक, केरल में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के आने की उम्मीद 31 मई के आसपास है, जो कि 22 राज्यों से होता हुआ आखिरी में राजस्थान पहुंचेगा। इसके अलावा 10 राज्यों में हीटवेव चलने की भी भविष्यवाणी की गई है।

इन राज्यों में चलेगी लू (हीटवेव)

Relationship Tips : 40 की उम्र में महिलाएं पुरुषों से चाहती हैं ये 6 चीजें

मौसम विभाग की माने तो 10 राज्यों में करीब 4 दिन तक लू चलने की आशंका जताई गई है। गुरुवार से 4 से 5 दिन पंजाब, हरियाणा (Haryana ka mausam), दिल्ली, राजस्थान , गुजरात, यूपी, एमपी, बिहार, झारखंड और बंगाल में हीटवेब की प्रबल आशंका है। मौसम विभाग के मुताबिक, दक्षिण-पश्चिम मॉनसून केरल से प्रवेश करेगा। इसके बाद यह उत्तर की ओर बढ़ता है। 15 जुलाई के आसपास मानसून पूरे देश को कवर कर लेता है, जिससे लोगों को तेज हवाएं, आंधी और बारिश आदि देखने को मिलती हैं।

क्या बताया मौसम विभाग ने?

इस बीच आईमएडी (weather update) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा, “यह जल्दी नहीं है; यह सामान्य तारीख के करीब है”।पिछले महीने ही मौसम विभाग ने जून से सितंबर तक चलने वाले दक्षिण-पश्चिम मानसून के चलने के दौरान औसत से ज्यादा बारिश होने की भविष्यवाणी की थी। जून और जुलाई को कृषि के लिए सबसे महत्वपूर्ण मानसून महीने माना जाता है क्योंकि इस दौरान खरीफ फसल की अधिकांश बुआई होती है। 


इसके अलावा मौसम विभाग ने इस साल में भी औसत से ज्यादा मानसूनी बारिश का अनुमान लगाया है।अगर ऐसा होता है तो यह देश के लिए कृषि क्षेत्र के लिए काफी अच्छी खबर है। पिछले साल यानि 2023 में मौसम के अनियमित होने की वजह से कृषि क्षेत्र प्रभावित हुआ था।

इन तारिखों को आएगा मानसून


इन तारिखों से 4 दिन पहले या 4 दिन बाद तक मानसून कभी भी आ सकता है।

केरल में 1 से 3 जून
तमिलनाडु में 1 से 5 जून
आंध्र में 4 से 11 जून
कर्नाटक में 3 से 8 जून
बिहार में 13 से 18 जून


झारखंड में 13 से 17 जून
पश्चिम बंगाल में 7 से 13 जून
छत्तीसगढ़ में 13 से 17 जून
गुजरात में 19 से 30 जून
मध्य प्रदेश में 16 से 21 जून
महाराष्ट्र में 9 से 16 जून
गोवा में 5 जून
ओडिशा में 11 से 16 जून
चंडीगढ़ में 28 जून
दिल्ली में 27 जून


हरियाणा में 27 जून से 3 जुलाई
हिमाचल प्रदेश में 22 जून
लद्दाख, जम्मू में 22 से 29 जून
उत्तराखंड में 20 से 28 जून
पंजाब में 26 जून से 1 जुलाई
राजस्थान में 25 जून से 6 जुलाई
उत्तर प्रदेश में 18 से 25 जूलाई के बीच मानसून आ सकता है।


कृषि के लिए अच्छा है मानसून

SBI ने 45 करोड़ ग्राहकों के लिए जारी की चेतावनी, इसके बाद बैंक की नहीं होगी कोई जिम्मेदारी

भारत के कृषि परिदृश्य के लिए मानसून बेहद जरूरी है, 52 प्रतिशत शुद्ध खेती योग्य क्षेत्र इस पर निर्भर है। यह देश भर में बिजली उत्पादन के अलावा, पीने के पानी के लिए महत्वपूर्ण जलाशयों को फिर से भरने के लिए भी जरूरी माना जाता है। इस दौरान पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव एम। रविचंद्रन ने कहा कि आम तौर पर मानसून केरल में 1 जून के आसपास आता है, जो कि सितंबर के बीच में वापस चला जाता है।

रविचंद्रन के मुताबिक, इस बार जून से सितंबर के बीच मानसून मौसमी बारिश लंबी अवधि के औसत का 106 फीसदी होने की आशंका है। वहीं, आईएमडी प्रमुख मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि अल नीनो, जो कि मानसून को बाधित करता है। वह कमजोर हो रहा है और मानसून आने तक इसके हटने की संभावना है। ला नीना भारत में ज्यादा बारिश का कारण बनती है।

यह अगस्त तक आएगा। भारतीय अर्थव्यवस्था में मानसून एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।लगभग 50 फीसदी कृषि भूमि के पास सिंचाई का कोई दूसरा साधन नहीं है। मानसून की बारिश देश के जलाशयों और जलभृतों को रिचार्ज करने में अहम भूमिका निभाता है। यहां के पानी का इस्तेमाल साल के अंत में फसलों की सिंचाई के लिए किया जा सकता है।