monsoon update : मॉनसून की बारिश ने तोड़ा पिछले 30 साल का रिकॉर्ड, जानिये आगे कैसा रहेगा हाल
monsoon 2025 : देशभर में मानसून का दौर चल रहा है कहीं तगड़ी बारिश देखने को मिल रही है तो वहीं कई क्षेत्र में धूल भरी आंधी ने लोगों का हाल-बेहाल कर रखा है। वही, इस बार प्री- मानसून की बारिश ने भी सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। अब मौसम विभाग ने आने वाले दिनों के मौसम को लेकर अपडेट जारी किया है। चलिए जानते हैं कहां कितनी होगी बारिश।
HR Breaking News - (monsoon update)। प्री- मानसून की बारिश की शुरुआत धीमी हुई रही। लेकिन, इसका अंत जबरदस्त बारिश के साथ हुआ है। साल 2025 में सामान्य 61.4 मिमी के मुकाबले 126.7 mm बारिश रिकार्ड की गई है यानी इस बार दोगुनी वर्षा हुई है। इस मूसलाधार बारिश के चलते पूरे फ्री मानसून सीजन मार्च से में तक का कुल आंकड़ा 185.5 mm तक पहुंच गया है। वहीं, सामान्य बारिश 130.6 mm मानी जाती है।
इसका मतलब यह हुआ इस बार प्री- मानसून (pre-monsoon Update) सीजन में 42% ज्यादा बारिश हुई है। इस वजह से मई महीने में भी इस बार ना गर्मी पड़ी है और न ही लू की स्थिति बनी है। पूरे महीने बीच-बीच में रुक-रुक कर बारिश हुई है, जिसकी वजह से मौसम सुहावना बना हुआ है। अब जून महीने की शुरुआत भी बारिश के साथ ही हुई है।
देश के 17 राज्यों को मानसून (monsoon update) ने कर कर लिया है और अब मानसून मध्य प्रदेश की सीमा पर है। लेकिन, मौसम विभाग ने हाल ही में जानकारी देते हुए बताया है कि मानसून अब कमजोर पड़ गया है। पंरतु चिंता करने की बात नहीं है जल्दी यह फिर से रफ्तार भी पकड़ेगा आईएमडी ने इसकी डेट भी जारी की है।
सबसे ज्यादा बारिश वाला दूसरा प्री मानसून -
मौसम विभाग (weather Update) की रिपोर्ट के अनुसार, 1990 के बाद सबसे अधिक प्री- मानसून की वर्षा 2005 में रिकॉर्ड की गई थी। सन् 1990 में सबसे ज्यादा 210.7 mm वर्षा दर्ज की गई। हालांकि, साल 2025 में प्री-मानसून में फिर एक नया रिकॉर्ड बनाया है। इसके साथ ही 1901 के बाद सबसे अधिक वर्षा वाला प्री मानसून रहा है। 2005 में 126.7 mm वर्षा रिकार्ड की गई है, जो की 1990 के बाद प्री- मानसून की सबसे अधिक वर्षा थी।
यदि देश के मौजूदा मौसम की बात की जाए तो एक पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) उत्तर पाकिस्तान और इससे सटे जम्मू और उत्तर पंजाब के ऊपर 3.1 किमी की ऊँचाई पर चक्रवाती परिसंचरण के रूप में बना हुआ है।
इसी तरह एक ट्रफ मध्य और ऊपरी क्षोभमंडल स्तरों पर भी एक्टिव है। एक और चक्रवाती परिसंचरण मध्य पाकिस्तान के ऊपर बना हुआ है, जबकि एक अन्य चक्रवाती परिसंचरण हरियाणा के ऊपर सक्रिय है। एक अन्य ट्रफ रेखा उत्तर प्रदेश के मध्य भागों से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक फैली हुई है, जो बिहार के मध्य हिस्सों, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और असम के मध्य भागों से होकर गुजरती है
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अगले 24 घंटों में बदलेगा मौसम -
मौसम विभाग (IMD Rain Alert) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, अगले 24 घंटे में कई राज्यों में मौसम करवट लेने वाला है। सिक्किम और पूर्वोत्तर भारत के कई हिस्सों में हल्की व मध्यम बारिश के साथ अत्यधिक भारी बारिश की संभावना जताई गई है।
दक्षिण कोंकण और गोवा तकिया कर्नाटक और उत्तर केरल में हल्की बारिश हो सकती है। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, केरल लक्ष्य द्वीप और पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में तेज हवाओं के साथ हल्की व मध्यम बारिश होगी।
वहीं, अगर उत्तर भारत के राज्यों की बात करें तो पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश राजस्थान और दिल्ली एनसीआर (Delhi NCR weather) में भी बारिश का लगातार दौर जारी है। पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव होने के चलते यहां कई दिनों से हल्की बारिश देखने को मिल रही है। मौसम विभाग ने इन राज्यों में एक बार फिर तेज हवाओं के साथ बारिश का अलर्ट जारी किया है।
पूर्वी गुजरात दक्षिणी, छत्तीसगढ़ तटीय, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के कुछ हिस्सों में तेज गरज और बिजली की कड़कड़हाट के साथ कहीं-कहीं बौछार गिर सकती हैं। मध्य प्रदेश पूर्व उत्तर प्रदेश, बिहार (Bihar Mausam) झारखंड और आंतरिक कर्नाटक में कहीं-कहीं हल्की में मध्यम बारिश देखने को मिल सकती है।
आज आएगी आंधी -
IMD के लेटेस्ट अपडेट के मुताबिक, दिल्ली एनसीआर (Delhi NCR Mausam) के मौसम में बड़ा बदलाव आने वाला है। अगले तीन दिनों तक तेज आंधी तूफान गरज चमक के साथ धूल भरी आंधी और हल्की व मध्यम बारिश भी हो सकती है। 3 जून को यह मौसमी गतिविधियां तेज हो सकती हैं, जबकि 5 जून को इसका असर थोड़ा काम होगा।
इस मौसमी प्रणाली के चलते मौसम विभाग ने दिल्ली (Delhi Ka Mausam) और आसपास के क्षेत्र में 2 से 4 जून तक गरज चमक, धूल भरी आंधी और तेज हवाओं के साथ बारिश का अलर्ट जारी किया है। इस दौरान मौसम विभाग ने लोगों को सावधान रहने की सलाह दी है और खराब मौसम होने पर घरों में ही रहने को कहा है।
