‘रेल रोको’ आदोलन, इन ट्रेनों पर पड़ा असर

HR BREAKING NEWS, HISAR उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के सिलसिले में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी की बर्खास्तगी और गिरफ्तारी की मांग को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) सोमवार सुबह से देशभर में छह घंटे का ‘रेल रोको’ आंदोलन कर रहे हैं। हरियाणा और पंजाब में किसान सुबह से रेल पटरियों पर बैठ गए। किसान संगठनों ने आश्वासन दिया है कि उनका ‘रेल रोको’ आंदोलन पूरी तरह शांतिपूर्ण होगा। किसानों के इस आंदोलन को देखते हुए पुलिस ने सभी जगहों पर सुरक्षा बढ़ा दी है। किसानों के आंदोलन को देखते हुए रेलवे ने भी कई ट्रेनों को कैंसिल कर दिया है और कुछ ट्रेनों के रूट बदले गए हैं, जबकि कुछ को शॉर्ट टर्मिनेट कर दिया गया है।
इन ट्रेनों पर पड़ेगा असर
किसानों के अलवर-रेवाड़ी और दिल्ली-रेवाड़ी रेल रूट पर प्रदर्शन के कारण कई ट्रेनें प्रभावित हुईं। रेवाड़ी-अलवर ट्रैक पर सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक रेवाड़ी की तरफ से जाने वाली सराय रोहिल्ला-पोरबंदर स्पेशल, सराय रोहिल्ला-बांद्रा स्पेशल, जम्मूतवी-बाड़मेर, आला हजरत एक्सप्रेस, मुज्जफरपुर-पोरबंदर स्पेशल और किशनगंज-अजमेर स्पेशल ट्रेन तथा अलवर से आने वाली आला हजरत स्पेशल और बाड़मेर-जम्मूतवी स्पेशल ट्रेन का संचालन प्रभावित हुआ। वहीं रेवाड़ी-दिल्ली ट्रैक पर भी पैसेंजर और एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन बाधित रहा।
उत्तर-पश्चिमी रेलवे : इन ट्रेनों पर पड़ेगा असर
किसान आंदोलन के कारण उत्तर पश्चिम रेलवे पर भिवानी-रेवाड़ी, सिरसा-रेवाड़ी, लोहारू-हिसार, सूरतगढ़-बठिंडा, सिरसा-बठिंडा हनुमानगढ़-बठिंडा, रोहतक-भिवानी, रेवाड़ी-सादुलपुर, हिसार-बठिंडा, हनुमानगढ़-सादुलपुर तथा श्रीगंगानगर- रेवाड़ी रेलखंडों के बीच रेल यातायात प्रभावित हुआ।
जींद-सोनीपत में नहीं पहुंची कोई ट्रेन
जींद में किसान सुबह 10 बजे ही दिल्ली-फिरोजपुर सेक्शन पर बरसोला, जुलाना, उचाना और नरवाना में पुल के नीचे पहुंच गए। किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। किसान नेताओं सतबीर पहलवान, आजाद पालवां, डॉ सिक्कम नैन और छज्जू राम कंडेला ने रेल संपत्ति को नुकसान पहुंचाए बिना रेल रोको आंदोलन शांतिपूर्ण तरीके से करने का आह्वान किया। किसानों के प्रदर्शन के कारण जींद जिले में कोई ट्रेन नहीं पहुंची। जम्मू-तवी एक्सप्रेस, इंटरसिटी एक्सप्रेस, कुरुक्षेत्र-जींद पैसेंजर ट्रेन नहीं आई। वहीं सोनीपत में कालका-चंडीगढ़-दिल्ली शताब्दी एक्सप्रेस, जो यहां 10:30 तक पहुंचती थी नहीं आई। उसे अंबाला रेलवे स्टेशन पर ही रोक दिया गया। रेलवे ने शाम 4 बजे तक स्टेशन से गुजरने वाली सभी ट्रेनों को रद्द कर दिया।
हिसार-करनाल में भी ट्रैक पर बैठे किसान
उधर, हिसार के बरवाला और हांसी के रामायण में किसानों ने ट्रैक जाम किया। किसानों के प्रदर्शन के कारण हिसार-लुधियाना और हिसार-दिल्ली रेलमार्ग ठप है। वहीं करनाल रेलवे स्टेशन पर भी किसानों ने रेल ट्रैक के बीच बैठ अपना रोष जताया। किसानों का कहना है कि आगामी आदेशों तक प्रदर्शन जारी रहेगा।
बठिंडा से चलने वाली 15 ट्रेनें प्रभावित पंजाब के बठिंडा जिले में संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसानों ने 4 जगह रेल ट्रैक जाम किया। बठिंडा, गोनियाना, रामपुरा और संगत मंडी में किसान ट्रैक पर बैठे हैं। धरने के कारण बठिंडा से चलने वाली 15 ट्रेनें प्रभावित हैं। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि अंबाला से श्रीगंगानगर और बठिंडा से लालगढ़ जाने वाली ट्रेन को बठिंडा में रोक दिया गया। दूसरे शहरों से 10:00 बजे के बाद बठिंडा पहुंचने वाली ट्रेनों को पीछे ही रोक दिया गया।
रेवाड़ी में अजरका रेलवे स्टेशन बाधित
रेवाड़ी में किसान दिल्ली-जयपुर हाईवे के जयसिंहपुर खेड़ा बॉर्डर पर 10 महीने से धरना दे रहे हैं। आज किसान राजस्थान की सीमा में अजरका रेलवे स्टेशन पर रेवाड़ी-अलवर रेलवे ट्रैक पर बैठे हैं। किसान रेवाड़ी के रेलवे स्टेशन पर भी विरोध प्रदर्शन करते हुए पहुंचे। वहीं किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए रेवाड़ी स्टेशन पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। रेवाड़ी रेलवे स्टेशन के अलावा बावल समेत कई स्टेशन पर GRP, RPF और रेवाड़ी पुलिस के जवानों को तैनात है। संयुक्त किसान मोर्चा के रेवाड़ी अध्यक्ष कामरेड राजेंद्र सिंह ने बताया कि सभी कार्यकर्ता सुबह 10 बजे से पहले रेवाड़ी की नई अनाज मंडी में एकत्रित हुए। यहां से प्रदर्शन करते हुए रेवाड़ी रेलवे स्टेशन पर पहुंचे, जहां रेवाड़ी-दिल्ली ट्रैक को जाम किया गया।
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसानों ने रेलवे स्टेशन रोहतक, मकड़ौली-जसिया रेलवे फाटक, कलानौर में कॉलेज मोड़ फाटक, लाखनमाजरा स्टेशन और खरावड़ स्टेशन के पास धरना दिया और ट्रेन रोकी।