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Rajasthan ka mausam : राजस्थान में अगले हफ्ते कैसा रहेगा मौसम, जान लें IMD का लेटेस्ट अपडेट

राजस्थान में दिवाली के बाद सर्दी के के तेवर तीखे नजर आ रहे है। उत्तरी हवाएं चलने से न्यूनतम तापमान लुढ़क रहा है। राज्य के अधिकांश हिस्सों में पारा 15 डिग्री से नीचे है। बाद में कुछ भागों में कुहासा (Smog) और पश्चिमी विक्षोभ के सक्रीय होने की संभावना है। आइए जानते है इसके बारे में विस्तार से.

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Rajasthan ka mausam : राजस्थान में अगले हफ्ते कैसा रहेगा मौसम, जान लें IMD का लेटेस्ट अपडेट

 HR Breaking News (नई दिल्ली)। राजस्थान में मौसम (Rajasthan Weather News ) को लेकर नया अपडेट सामने आया है। प्रदेश में दिवाली बाद हुए मौसम परिवर्तन से सर्दी ने दस्तक दे दी है। एक तरफ जहां सुबह-शाम और रात को ठंडी हवाओं का दौर चलता है तो वहीं दोपहर में हल्की धूप से लोगों को राहत मिलती हुई नजर आती है। राज्य में उत्तरी हवा चलने से न्यूनतम तापमान लगातार लुढ़क रहा है।

राज्य के अधिकांश हिस्सों में पारा 15 डिग्री से नीचे पहुंच चुका है। वहीं कुछ जिलों में पारा 12 डिग्री से नीचे दर्ज किया गया। सबसे कम तापमान यानी सबसे ठंडा स्थान राजस्थान में माउंट आबू नजर आया। यहां न्यूनतम तापमान लगभग 6 डिग्री दर्ज किया गया। माउंट आबू के बाद दूसरे स्थान पर फतेहपुर और फिर सीकर बने हुए है। इसी के साथ राजधानी जयपुर में न्यूनतम तापमान लगभग 12 डिग्री दर्ज किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटे में रात के तापमान और अधिक गिरावट होने की आशंका है।


अगले एक हफ्ते मौसम रहेगा शुष्क


राजस्थान के मौसम में ठंडक को लेकर हर कोई जानना चाहता है कि प्रदेश में कड़ाके की ठंड आखिर कब दस्तक देगी। इसी को लेकर मौसम विभाग की ओर से ताजा अपडेट जारी किया गया। जयपुर मौसम केंद्र के अनुसार, राज्य में अगले एक सप्ताह मौसम शुष्क बना रहेगा। इसी के साथ आगामी 2-3 दिन कुछ भागों में कुहासा (Smog) की परिस्थितियां जारी रहने की संभावना है। इसके बाद नवंबर के आखिरी सप्ताह में एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव की संभावना है। जिसके बाद कड़ाके की ठंड देखने को मिल सकती है।

स्मॉग से दूर का दिखना हुआ बंद


राजस्थान में स्मॉग को लेकर चिंता जताई जा रही है। प्रदेश में सुबह के समय स्मॉग पड़ने से दृश्यता (visibility) का स्तर काफी हद तक गिर जाता है। बताया जा रहा है कि आने वाले दिनों में अगर ऐसी ही स्तिथि बनी रही तो अस्थमा और सांस में दिक्कत वाले मरीजों की परेशानियां बढ़ सकती है। दिवाली पर पटाखों के धुंए से आसमान में प्रदुषण का स्तर भी काफी हद तक बढ़ गया है, जिसके चलते सभी को सावधान रहने की जरुरत है। आगामी दिनों में इसके कम होने के आसार फिलहाल नजर नहीं आ रहे हैं।