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Wheat Price Today : गेहूं के भाव पर ब्रेक, सरकार ने लिया बड़ा फैसला

gehu ka bhav 27 july 2025 : गेहूं के भाव कुछ दिन पहले तक हाई रेट पर चल रहे थे, लेकिन अब भाव पर अचानक ब्रेक लग गया है। इसका कारण है कि सरकार ने अब गेहूं के भाव (wheat rate down) को लेकर बड़ा फैसला लिया है। आइये जानते हैं इस फैसले से जुड़ा ताजा अपडेट।

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Wheat Price Today : गेहूं के भाव पर ब्रेक, सरकार ने लिया बड़ा फैसला 

HR Breaking News (gehu ka bhav)। अब किसानों को पहले की तरह गेहूं की बिक्री पर मुनाफा नहीं मिल रहा, क्योंकि गेहूं के दामों (wheat rate today) पर अचानक ब्रेक लग गए हैं। इस माह की शुरुआत में तो गेहूं का रेट तेजी पर होने के कारण उम्मीद की जा रही थी कि जुलाई के अंतिम सप्ताह तक गेहूं का भाव (wheat rate latest) अपने उच्चतम आंकड़े पर होगा, लेकिन उम्मीद के विपरीत दाम बढ़े नहीं बल्कि गिर गए हैं। ऐसा सरकार की ओर से अचानक एक बड़ा फैसला लिए जाने के कारण होना बताया जा रहा है। खबर में जानिये पूरी डिटेल-


गिरकर इतने हुए 1 क्विंटल गेहूं के दाम -


सरकार ने गेहूं की बिक्री अब ओपन मार्केट सेल स्कीम (open market sale scheme) के जरिये करने का प्लान बनाया है। कई रिपोर्ट्स में ऐसा दावा किया जा रहा है। इससे गेहूं के दामों (wheat everage price)  पर लगाम लगी है। इस कारण गेहूं का औसत भाव 3 हजार रुपये क्विंटल से गिरकर 2700 रुपये क्विंटल पर आ गया है।   

सरकार का यह है बड़ा फैसला-


गेहूं के न्यूनतम समर्थन मूल्य (wheat MSP) 2425 रुपये से अब गेहूं का रेट अधिक ऊपर नहीं रहा है। न्यूनतम रेट तो एमएसपी से भी कम है। सरकार ने कम रेट पर सरकारी गोदामों से गेहूं की बिक्री का फैसला लिया है।

इस कारण गेहूं के दाम (wheat rate 26 july) तीन हजार रुपये क्विंटल से नीचे आ गए हैं। इससे पहले गेहूं के अधिकतम दाम कई राज्यों में 3200 रुपये क्विंटल तक भी हो गए थे। अब ब्याह शादी के सीजन में ही गेहूं के दाम (gehu ka rate) बढ़ने की उम्मीद किसानों को रह गई है। 

निजी व्यापारियों ने भी कम किया खरीद कार्य-


यूपी-एमपी (UP MP wheat price) जैसे अधिकतर राज्यों में गेहूं के न्यनूतम दाम एमएसपी (gehu ka MSP) 2425 से करीब 500 रुपये तक नीचे हैं। यानी ये 1925 रुपये क्विंटल के आसपास हैं। अब गेहूं के दाम नियंत्रण में लग रहे हैं। किसानों को अधिक रेट पर गेहूं (gehu ka bhav) की बिक्री का अब मौका हाथ नहीं लग रहा है। निजी व्यापारियों ने भी गेहूं की खरीद फरोख्त अब कुछ कम कर दी है। वे वेट एंड वाच की स्थिति अपनाए हुए हैं।

ये भी किए जा रहे हैं दावे-


कुछ रिपोर्ट्स में यह भी दावे किए जा रहे हैं कि सरकार ने अभी तक केवल OMSS  (open market sale scheme) के तहत गेहूं बिक्री का प्लान बनाया है और प्लान बनाते ही गेहूं के दाम (wheat rate latest) नीचे गिर गए हैं। ऐसे में यह भी बड़ा सवाल है कि जब इस प्लान के तहत गेहूं की बिक्री की जाएगी तो गेहूं के भाव की क्या स्थिति होगी।

इस बात को लेकर व्यापार व किसान चिंतित हैं। विशेषज्ञों के अनुसार नवंबर तक गेहूं के भाव (gehu ka aaj ka bhav) स्थिर रहेंगे, इसके बाद ही इनमें उतार चढ़ाव देखने को मिल सकता है।