Gehu ka Bhav : गेहूं के भाव में डबल गिरावट, अब बिक रही इस रेट में
Gehu ka rate : गेहूं के दामों में एक बार फिर तगड़ी गिरावट आई है। इस बार गेहूं के भाव (wheat rate fall) में उतार चढ़ाव का असर यह हुआ है कि इसके दाम पहले से डबल गिरे हैं। इससे किसानों में मायूसी छा गई है। कुछ दिन पहले तक मुनाफा कमा रहे किसानों को अब गेहूं की बिक्री से फसल की लागत भी पूरी नहीं हो रही है। आइये जानते हैं क्या हो गए हैं गेहूं (gehu ka aaj ka bhav) के ताजा दाम।

HR Breaking News - (Wheat Price Down)। अब तक बढ़ौतरी का नया रिकॉर्ड बनाते आ रहे गेहूं के दाम आज अचानक मुंह के बल गिर गए हैं। गेहूं के शुरुआती सीजन में तेजी से बढ़े गेहूं के दामों (Wheat Price Today ) में आज तगड़ी गिरावट देखने को मिली है।
अब गेहूं की बिक्री पर किसानों को पहले वाला मुनाफा मिलना बंद हो गया है। इसी कारण अधिकतर किसान गेहूं को स्टॉक करने लगे हैं। अधिकतर मंडियों में अब गेहूं के रेट (wheat price 7 july) एमएसपी से भी नीचे आ गए हैं। खबर में जानिये किन राज्यों में कितने रुपये क्विंटल बिक रही है गेहूं।
यूपी और एमपी में गेहूं के दाम-
उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश (MP wheat price) की कई मंडियों में गेहूं के दाम अब एमएसपी (wheat MSP) से भी नीचे आ गए हैं। ये औसत रूप से 2310 रुपये प्रति क्विंटल हो गए हैं। हालांकि गेहूं की गुणवत्ता के हिसाब से कई मंडियों में रेट (mandi bhav today 7 july) में भिन्नता भी देखने को मिल रही है। कहीं कहीं पर रेट 2500 रुपये प्रति क्विंटल के करीब भी है। गेहूं का न्यनूतम भाव 1900 रुपये तो अधिकतम भाव (wheat maximum price) 2520 रुपये प्रति क्विंटल चल रहा है।
इस तरह से हुई गेहूं के भाव में गिरावट-
कुछ दिन पहले गेहूं के दामों (Wheat Rate Down) में 300 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट हुई थी, अब 600 रुपये की गिरावट इनमें देखी जा रही है। इस हिसाब से कुछ ही दिनों में गेहूं के भाव (wheat rate latest) में डबल गिरावट आई है। हालांकि, निजी व्यापारियों को सीधा गेहूं बेचकर कुछ मुनाफा जरूर मिल रहा है, लेकिन यह भी पहले की तुलना में अब घट गया है।
यह है दाम गिरने कारण-
गेहूं के रेट (gehu ka aaj ka bhav) गिरने के पीछे वैसे तो कई कारण हैं, लेकिन मुख्य कारण गेहूं की आवक व सरकारी खरीद कम होना बताया जा रहा है। एक्सपर्ट्स के अनुसार तो अभी गेहूं के दामों (wheat rate today) में गिरावट का सिलसिला लंबे समय तक जारी रहेगा। ऑफ सीजन में ही गेहूं के दामों में तेजी देखने को मिल सकती है।
आटे के रेट पर पड़ेगा प्रभाव -
गेहूं के दामों के घटने बढ़ने का असर आटे के रेट (flour price today) पर भी पड़ेगा। आने वाले समय में गेहूं के रेट बढ़े तो आटा भी महंगा हो जाएगा। गेहूं से बने पदार्थों की मांग अगले दो माह में और बढ़ सकती है। तब आटे का रेट (wheat flour price) 50 रुपये प्रति किलो तक पहुंच सकता है। सरकार भी अब गेहूं के दामों (gehu ke daam) पर नियंत्रण के प्रयास कर रही है। इसलिए भाव कम होते जा रहे हैं।