Gehu ka Bhav : उल्टे पांव दौड़े गेहूं के दाम, अब 1 क्विंटल गेहूं बिक रही इस रेट पर
Wheat Rate Down : तेज रफ्तार से चल रहे गेहूं के भाव पर अचानक ब्रेक लग गए हैं। अब अचानक गेहूं के रेट (gehu ka rate) मुंह के बल गिरे हैं और ये उल्टे पांव दौड़ रहे हैं। इस कारण गेहूं की बिक्री अब एमएसपी से भी नीचे के रेट पर हो रही है। आइये जानते हैं किस मंडी (mandi bhav today) में कितने हो गए गेहूं के दाम।
HR Breaking News - (wheat rate today)। कई दिनों से बेलगाम चल रहे गेहूं के दाम (wheat price today) अब धड़ाम से गिर गए हैं। किसान अब कम दाम पर गेहूं की बिक्री के लिए तैयार नहीं हैं। इस कारण उन्होंने गेहूं को फिर से स्टॉक करना शुरू कर दिया है। गेहूं के दाम (wheat rate 9 july 2025) अचानक गिरने के पीछे कई बड़े कारण गिनाए जा रहे हैं। आने वाले समय में इनमें और भी उतार चढ़ाव देखा जा सकता है। फिलहाल अधिकतर मंडियों में गेहूं के दाम (gehu ka aaj ka bhav) एमएसपी से नीचे ही चल रहे हैं।
इस रेट पर हो रही गेहूं की बिक्री-
गेहूं के रेट में उत्तर प्रदेश (UP wheat rate) के अलावा ज्यादातर राज्यों की मंडियों में गिरावट आई है। यूपी में गेहूं एमएसपी के पास ही बिक रहा है। मध्य प्रदेश (MP wheat price) में यह 3100 रुपये क्विंटल के करीब है तो राजस्थान में 3300 रुपये के आसपास एक क्विंटल गेहूं के दाम हो गए हैं। हालांकि पहले से इनमें कुछ गिरावट ही आई है। इससे पहले गेहूं के अधिकतम दाम (wheat maximum price) 3400 रुपये प्रति क्विंटल के ग्राफ को भी पार कर चुके हैं।
गेहूं के भाव में आई इतनी गिरावट-
गेहूं का अधिकतम भाव पहले एमएसपी (wheat MSP) 2425 रुपये से 1000 रुपये तक ऊपर चल रहा था। अब 600-700 रुपये ही ऊपर है यानी एक क्विंटल गेहूं के दाम (gehu ke daam) 300 से 400 रुपये तक गिर गए हैं। हरियाणा व पंजाब में तो रेट पहले से और भी डाउन हो गए हैं। ये 2400 रुपये क्विंटल के आसपास आकर ठहर गए हैं। हालांकि कुछ मंडियों में भाव (mandi bhav 9 july) इसे थोड़ा ऊपर भी बना हुआ है।
गेहूं का अधिकतम व न्यूनतम रेट-
गेहूं के न्यनूतम रेट (wheat minimum price) की बात करें तो यह 1900 रुपये चल रहा है। यानी यह एमएसपी से 525 रुपये नीचे आ गया है। अधिकतम रेट अलग अलग मंडियों (wheat mandi rate) में अलग अलग हिसाब से ट्रेंड कर रहे हैं। कहीं 2600 तो कहीं 3000 के आसपास गेहूं का अधिकतम रेट (wheat maximum price) चल रहा है।
यह कहना है एक्सपर्ट्स का-
एक्सपर्ट्स कह रहे हैं कि अब गेहूं का भाव (wheat price latest) आगामी कुछ समय तक स्थिर रहेगा। इसके बाद त्योहारी सीजन में यानी अक्टूबर में ही गेहूं के भाव बढ़ सकते हैं। जब तक गेहूं की मांग नहीं बढ़ेगी, तब तक इनमें बढ़ौतरी की संभावनाएं नहीं हैं। ऑफ सीजन में गेहूं के रेट (gehu ka taja bhav) फिर से बढ़ सकते हैं। गेहूं की बिक्री (wheat selling) पर अच्छा मुनाफा लेने के लिए तब तक किसानों को इंतजार ही करना होगा।
