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wheat price : हाईलेवल पर पहुंचे गेहूं के अधिकत्तम दाम, रोटी हुई महंगी

Wheat price today : महंगाई के इस दौर में अब गेहूं के दाम भी दिन-प्रतिदिन लंबी छलांग लगा रहे हैं। गेहूं के महंगे दामों के चलते आमजन को रोटी भी महंगी पड़ रही है। हालांकि गेहूं व आटे (wheat and flour price) के बढ़ते दामों पर लगाम कसने के सरकार की ओर से कई प्रयास किए जा रहे हैं, लकिन फिर भी रेट एमएसपी से काफी ऊपर चल रहे हैं। आइये जानते हैं आज देशभर की प्रमुख मंडियों में गेहूं का भाव कहां तक पहुंच गया है।

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wheat price hike : हाईलेवल पर पहुंचे गेहूं के अधिकत्तम दाम, रोटी हुई महंगी

Hr Breaking News (latest wheat price) :  गेहूं के दाम बढ़ने से इससे बनने वाले खाद्य पदार्थ भी अब काफी महंगे हो गए हैं। इस समय गेहूं के दाम रिकॉर्ड लेवल को भी पार करने को हैं। 
नए साल में भी गेहूं के रेट (Wheat price today) कम होने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। नया गेहूं मार्च के आसपास मंडियों में पहुंचेगा, उसके बाद ही रेट कम हो सकते हैं, अनुमान है कि तब तक गेहूं के भाव में बढ़ोतरी जारी रहने की संभावना बनी रहेगी। इस समय कई मंडियों में गेहूं का भाव एमएसपी (wheat MSP) से 900 रुपये से लेकर 1000 रुपये ऊपर तक चल रहा है।

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एमएसपी से इतने ऊपर हुए गेहूं के रेट

 

उत्तर प्रदेश में गेहूं की कीमतों (gehu ka taja bhav) में तेज़ी से बढ़ोतरी हो रही है, जो 2910 रुपये क्व‍िंटल के भाव को पार कर चुका है। जो कि सरकारी न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 2275 रुपये प्रति क्विंटल(wheat stock new rules)  से लगभग 29 प्रतिशत ज्यादा है। जिससे उपभोक्ताओं को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।  

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यूपी (wheat price in UP) की टूंडला मंडी में  गेहूं की कीमतें सबसे ज्यादा बढ़ी हैं, जहां इसका अधिकतम दाम 2939 रुपये  ) प्रति क्विंटल तक पहुंच गया है। अन्य राज्यों में भी गेहूं के औसत भाव 3120 रुपये (wheat everage price) के आसपास हैं। इससे यह साफ है कि गेहूं के दाम बाजार में काफी ऊंचे स्तर पर हैं। गेहूं की बढ़ती कीमतों ने आम लोगों का बजट भी प्रभावित कर दिया है। वहीं गेहूं के आटे का औसत भाव भी 40 रुपये प्रति किलो पहुंच गया है। जिससे आम आदमी की रोटी महंगी हो गई है।

 

प्रमुख मंडियों में गेहूं का भाव (wheat rate)

 

अनाज मंडी        न्यूनतम मूल्य   अधिकतम मूल्य 
भरुआसुमेरपुर     2,970           2,980
मुस्करा  मंडी       3,100           3,100
लखीमपुर मंडी     2,940           2,950
तिकुनिया मंडी     2,600           2,600
बांगरमऊ मंडी     3,010           3,090
जालौन  मंडी        2,986           2,986
अतर्रा एपीएमसी   2,800           2,800
पवैया मंडी           2,900           2,900
टूंडला मंडी          3,120           2939 

 

नोट : गेहूं के रेट रुपये प्रति क्विंटल में हैं।

 

यह है सरकार का दावा

भारतीय खाद्य निगम (Food corporation of india) और राज्य एजेंसियों के पास अब गेहूं का काफी बड़ा स्टॉक है, जो पर्याप्त बताया जा रहा है। हालांकि अनेक व्यापारियों का मानना है कि सरकार के पास पर्याप्त स्टॉक नहीं है, इस कारण रेट बढ़ रहे हैं। 


उधर सरकार का दावा है कि  इन एजेंसियों के पास करीब 222 लाख टन गेहूं है, जबकि उन्हें लगभग 204 लाख मीट्रिक टन गेहूं का स्टॉक (gehu ki stock limit) रखना ही काफी है। इस गेहूं में से केंद्र सरकार ने 25 लाख टन अतिरिक्त गेहूं को ई-ऑक्शन के जरिए मार्केट में बिक्री के लिए उतारने का फैसला किया है। 
हालांकि, वर्तमान में गेहूं की कीमतें (gehu ka taja bhav) बढ़ी हुई हैं, जिससे इसका बाजार मूल्य ऊंचा बना हुआ है। यह निर्णय गेहूं के दामों पर रोकथाम लगाने में कितना कारगर होगा, यह समय ही बता पाएगा।

 

ऐसे कम हो सकते हैं दाम


गेहूं के दाम कम करने के लिए सरकार कई तरह के प्रयास कर रही है। केंद्र सरकार ने गेहूं के स्टॉक की सीमा को और सख्त कर दिया है। अब थोक विक्रेता और खुदरा दुकानदार पहले से कम गेहूं रख सकेंगे। थोक विक्रेताओं को 2,000 टन की बजाय अब सिर्फ 1,000 टन गेहूं स्टोर (gehu stock) करने की परमिशन होगी। 
वहीं, खुदरा विक्रेता सिर्फ 5 टन गेहूं ही रख सकेंगे, जो पहले 10 टन (kitna gehu stock kar skte hain) था। प्रोसेसर्स को भी अपनी क्षमता का केवल 50 प्रतिशत गेहूं स्टोर करने की इजाजत है, जबकि पहले यह सीमा 60 प्रतिशत थी। विशेषज्ञों का मानना है कि इन नए नियमों से गेहूं की आपूर्ति बढ़ेगी, क्योंकि सरकार ने इसे ई-ऑक्शन के जरिए बाजार में लाने और व्यापारियों के स्टॉक से गेहूं निकालने के निर्देश दिए हैं। इससे बाजार में गेहूं (gehu ka rate) की सही से आपूर्ति होने के बाद कीमतों में गिरावट आ सकती है। इस दिशा में ही सरकार को विशेष प्रयास करने चाहिए।