Wheat Rate Down : गेहूं के रेट धड़ाम, एक ही दिन में 1000 रुपये की तगड़ी गिरावट
Wheat Price 5 July : गेहूं के भाव एक बार फिर से औंधे मुंह जमीन पर आ गिरे हैं। एक ही दिन में गेहूं के भाव (wheat rate today) में 1000 रुपये तक की तगड़ी गिरावट के बाद किसानों में मायूसी का माहौल है। गेहूं के रेट गिरने के पीछे भी कई कारण बताए जा रहे हैं। आइये जानते हैं अब कितना हो गया है 1 क्विंटल गेहूं का रेट।

HR Breaking News - (wheat rate)। जुलाई माह शुरू होने के साथ ही गेहूं के भाव में तगड़ी उठापटक भी शुरू हो गई थी। इसी उठापटक के बीच आज गेहूं के भाव (wheat rate today) जमीन पर मुंह के बल आ गिरे हैं। प्रति क्विंटल गेहूं के भाव में 1000 रुपये तक की बड़ी गिरावट देखने को मिली है।
अब मंडियों (mandi bhav today) में पूरी स्थिति ही बदल गई है, उधर किसानों और व्यापारियों के बीच भी इतनी बड़ी गिरावट होने से खलबली मच गई है। किसानों का मुनाफा अब पहले से काफी ज्यादा घट गया है। अधिकतर किसानों का तो फसली खर्च भी पूरा नहीं हो रहा।
उम्मीद से उलट चल रहे भाव-
गेहूं का सीजन अब धीरे धीरे ऑफ होता जा रहा है। इस समय पर गेहूं के भाव ( wheat rate update) बढ़ने की उम्मीद की जा रही थी, लेकिन हुआ इसके उलट है। किसानों ने अपनी गेहूं स्टॉक (wheat stock) करनी शुरू कर दी थी, ताकि आगे दाम बढ़ने से वे अधिक रेट में इसे बेच सकें। किसानों को कम फायदा मिलने के कारण अब गेहूं की आवक घटी है।
इस कारण गिरा गेहूं का भाव-
सरकार की ओर से इस बार 2425 रुपये एमएसपी (wheat MSP) तय किया गया है। निजी व्यापारियों ने किसानों से गेहूं खरीदना शुरू किया तो अच्छी गुणवत्ता वाले गेहूं के रेट (gehu ka rate) 3200 रुपये प्रति क्विंटल तक जा पहुंचे थे। दूसरी ओर खराब गेहूं का रेट इससे 1000 रुपये कम हो गया है। यह 2200 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से ही खरीदा जा रहा है। गेहूं में नमी आने के कारण गेहूं का भाव (wheat rate 5 july) गिरने का कारण बताया जा रहा है।
इन राज्यों में इतने हैं गेहूं के दाम-
फिलहाल उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश (MP wheat price) की कई मंडियों में गेहूं का औसत भाव 2440 रुपये के आसपास ही है। हालांकि एक्सपर्ट्स मान रहे हैं कि आने वाले समय में गेहूं के भाव (wheat rate update) और बढ़ सकते हैं। अगस्त सितंबर में गेहूं की मांग बढ़ सकती है।
आटे के भाव बढ़ने का यह होगा असर-
अक्टूबर में त्योहारी सीजन शुरू हो जाएगा, ऐसे में आटे के रेट भी बढ़ सकते हैं। इसका असर गेहूं की कीमतों पर पड़ सकता है। सरकार भी गेहूं के भाव (gehu ka bhav) पर रोकथाम के उपाय करने के प्रयास कर रही है। आने वाले समय में गेहूं के रेट (mandi bhav today) में बदलाव देखने को मिल सकता है।