Wheat Rate Down : सातवें आसमान से गिरे गेहूं के दाम, इस राज्य में MSP से भी नीचे बिक रही गेहूं
Wheat Price Today : पिछले माह हाईलेवल पर ट्रेंड कर रहे गेहूं के भाव जुलाई माह के पहले दिन ही सातवें आसमान से औंधे मुंह जमीन पर आ गिरे हैं। अब एक राज्य में तो गेहूं के दाम (wheat rate today) एमएसपी से भी नीचे आ गए हैं। किसानों को कम रेट में गेहूं बेचने पर मजबूर होना पड़ रहा है। आइये जानते हैं अब कहां पर किस भाव में गेहूं को बेचा जा रहा है।

HR Breaking News - (wheat rate)। गेहूं के भाव में हर दिन हो रही उठापटक के बीच आज गेहूं के दाम अचानक गिर गए हैं। अधिकतर राज्यों में गेहूं के भाव (gehu ka bhav) में आई इस गिरावट से किसानों को पहले वाला मुनाफा नहीं मिल पा रहा है। मंडियों में भी अब पहले वाली हलचल नहीं रही है।
एक ओर जहां गेहूं की आवक घटी है, वहीं खरीद में भी कमी आ गई है। गेहूं के दाम गिरने के कई कारण बताए जा रहे हैं। एमएसपी (wheat MSP) से भी नीचे गेहूं के दामों का गिरना किसानों के लिए नुकसानदायक साबित हो रहा है।
निजी व्यापारियों से संपर्क साध रहे किसान-
जुलाई माह के पहले ही दिन गेहूं के भाव (wheat price Fall) गिरने से किसानों का मुनाफा भी घट गया है। अब उनकी फसल लागत भी पूरी नहीं हो रही है। पिछले माह तो ये रॉकेट की रफ्तार से दौड़ रहे थे।
अब गेहूं के भाव (wheat rate latest) गिरने के कारण किसान भी मंडियों में कम गेहूं लेकर पहुंच रहे हैं। वे निजी व्यापारियों से अधिक रेट मिलने की उम्मीद में सीधा संपर्क साध रहे हैं।
अब इस रेट पर बिक रही गेहूं -
अब गेहूं कई राज्यों में एमएसपी से भी नीचे बिक रही है। खासकर खराब गुणवत्ता वाली गेहूं तो नीचे रेट में बिक रही है। राजस्थान में खराब गेहूं 2020 रुपये (rajasthan wheat rate) प्रति क्विंटल के करीब बिक रही है।
हालांकि अच्छी गुणवत्ता वाली गेहूं के रेट फिर भी 2430 रुपये प्रति क्विंटल के आसपास हैं। उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश (MP wheat price) में भी भीगी हुई गेहूं 2000 रुपये प्रति क्विंटल से भी नीचे बिक रही है। कुछ किसानों से तो खराब गेहूं लिया ही नहीं जा रहा है।
आगे क्या रहेगी भाव की स्थिति -
अब अचानक गेहूं का रेट(wheat price today) गिरने से किसान और व्यापारी यही अनुमान लगा रहे हैं आने वाले समय में गेहूं के भाव की क्या स्थिति रहेगी। एक्सपर्ट्स की मानें तो अगले दो तीन माह में गेहूं के भाव (wheat price 1 july 2025) में बढ़ौतरी हो सकती है। इसका कारण बताया जा रहा है कि तब गेहूं का ऑफ सीजन शुरू हो जाएगा और गेहूं की मांग बढ़ सकती है, जिसका असर कीमतों की बढ़ौतरी के रूप में देखा जा सकता है।
आटे के भी बढ़ सकते हैं रेट -
जब से गेहूं की आवक और खरीद मंडियों (mandi bhav today) में घटी है, तब से ही गेहूं के भाव में उतार चढ़ाव नजर आ रहा है। बीच बीच में मंडियों में हलचल तेज हो जाती है, लेकिन निजी व्यापारी सीधे किसानों से गेहूं खरीदने लगते हैं तो फिर से मंडियों में सूनापन नजर आने लगता है। यह दौर अगले कुछ माह तक जारी रह सकता है। इसके बाद गेहूं व आटे (wheat flour price) के रेट बढ़ सकते हैं।