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Wheat Rate Down : गेहूं के भाव पर ब्रेक, 1 ही दिन में धड़ाम से गिरे दाम

wheat rate update :गेहूं के बढ़ते दामों पर अचानक ब्रेक लग गए हैं। एक ही दिन में गेहूं के दाम (wheat price today) धड़ाम से जमीन पर मुंह के बल आ गिरे हैं। अब तक किसानों को गेहूं की बिक्री से अच्छा खासा मुनाफा हो रहा था, अब अचानक रेट गिरने से मायूसी छा गई है। कई मंडियों (mandi bhav today) में गेहूं के भाव में गिरावट दर्ज की गई है। इसके पीछे बड़ा कारण बताया जा रहा है, आइये जानते हैं इस बारे में क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स।

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Wheat Rate Down : गेहूं के भाव पर ब्रेक, 1 ही दिन में धड़ाम से गिरे दाम

HR Breaking News - (wheat price)। इस बार सरकार ने गेहूं के न्यूनतम समर्थन मूल्य में बढ़ौतरी की थी, कुछ राज्यों में गेहूं की बिक्री पर बोनस (bonus on wheat) भी दिया जा रहा है। इससे गेहूं के सीजन की शुरुआत से ही किसानों को अच्छे रेट पर गेहूं बेचने का मौका मिला। अब अचानक गेहूं के भाव (gehu ka bhav) पर ब्रेक लग गए हैं।

 

 

कल तक गेहूं के रेट में बढ़ौतरी देखने को मिल रही थी, लेकिन अब एक ही दिन में गेहूं का भाव (wheat rate 24 june) धड़ाम से गिर गया है। इसको लेकर एक्सपर्ट्स ने भी बड़ा खुलासा किया है। मंडियों (aaj ka mandi bhav)  में अब किसानों को गेहूं बेचने पर पहले से कम मुनाफा मिल रहा है।

इस कारण गिरे गेहूं के दाम


गेहूं के भाव (wheat rate latest) अचानक गिरने के पीछे एक्सपर्ट्स ने बड़ा खुलासा किया है। इसका कारण बताया है कि अब अधिकतर जगह गेहूं की सरकारी खरीद बंद हो गई है और किसान कम गेहूं लेकर मंडियों (mandi bhav ki khabar) में पहुंच रहे हैं। बारिश के मौसम के कारण भी गेहूं की कीमतें प्रभावित हुई हैं।

हालांकि अच्छी गुणवत्ता वाले गेहूं के दाम (gehu ka rate) तो उसी तरह से ट्रेड कर रहे हैं लेकिन खराब गुणवत्ता वाली गेहूं के दाम एमएसपी 2425 रुपये प्रति क्विंटल से भी नीचे आ गए हैं।

किसान करने लगे गेहूं को स्टॉक 


इस बार गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य (wheat MSP) 2425 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया था। इसके साथ ही यूपी, एमपी और राजस्थान में गेहूं की बिक्री (wheat selling) पर प्रति क्विंटल के हिसाब से बोनस दिया जा रहा था। इसका फायदा भी किसानों को मिला है।

अब गेहूं की सरकारी खरीद (wheat purchasing) बंद होने से किसानों को गेहूं को स्टॉक करने पर मजबूर होना पड़ रहा है। हालांकि निजी व्यापारियों की ओर से हालांकि गेहूं की खरीद की जा रही है, लेकिन वे गुणवत्ता के हिसाब से मनमर्जी के रेट तय किए हुए हैं। इससे किसानों को उनके अनुसार गेहूं का भाव (gehu ka bhav) नहीं मिल पा रहा है। 


अब इतना हुआ एक क्विंटल गेहूं का रेट


कई राज्यों की मंडियों में गेहूं के दाम (gehu ki kimat) एमएसपी 2425 रुपये प्रति क्विंटल ही चल रहा है। हालांकि कहीं पर रेट इससे थोड़े अधिक हैं तो कहीं पर कम भी दर्ज किए गए हैं। कई राज्यों में निजी व्यापारियों द्वारा बेहतर कीमत मिलने के कारण किसान सरकारी खरीद की बजाय खुले बाजार (gehu ka bajar bhav) में बिक्री को प्राथमिकता दे रहे हैं। किसानों को निजी व्यापारियों से 2900 रुपये प्रति क्विंटल तक गेहूं का भाव मिल रहा है।

किसानों को यह इंतजार 


उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश (MP wheat price), राजस्थान और महाराष्ट्र की मंडियों में जून माह के शुरू से ही गेहूं के भाव में बढ़ौतरी (wheat rate hike) देखने को मिल रही थी। अब यहां भी रेट कुछ कम हुए हैं। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि यह सिलसिला कुछ ही दिन रहेगा, बाद में बाजार की मांग, सरकारी नीतियों और स्टॉक की उपलब्धता के अनुसार गेहूं के दाम (wheat rate 24 june 2025) बढ़ भी सकते हैं। किसान भी इसी इंतजार में हैं कि गेहूं के भाव में कब तेजी आएगी।
 

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