wheat rate july 2025 : फिर औंधे मुंह गिरे गेहूं के दाम, इन राज्यों में बिक रही MSP से भी नीचे
Wheat Price Fall : गेहूं के भाव में गिरावट का दौर थमा नहीं है। हर दिन रेट गिरते ही जा रहे हैं। अधिकतर राज्यों में अब गेहूं के दाम (wheat price today) एमएसपी से भी नीचे आ गए हैं। गेहूं का भाव औंधे मुंह गिरने से मंडियों में भी अब पहले वाली हलचल दिखाई नहीं दे रही है। आइये जानते हैं किस राज्य में कितने रेट पर बिक रही है गेहूं।
HR Breaking News - (wheat rate today)। गेहूं के रेट अब अधिकतर मंडियों में गिरावट पर ही चल रहे हैं। एमएसपी (wheat MSP) से रेट नीचे होने के कारण किसानों ने भी गेहूं को स्टॉक करना शुरू कर दिया है। इससे मंडियों (mandi bhav today) में गेहूं की आवक और बिक्री पर भी ब्रेक लग गए हैं।
कुछ दिन पहले की बात करें तो किसानों को हाई रेट पर गेहूं बेचने से तगड़ा मुनाफा हो रहा था। अब गेहूं के रेट (wheat price latest) गिरने से किसानों में मायूसी दिखाई दे रही है। अब उम्मीद की जा रही है कि अगले कुछ माह में गेहूं के भाव (gehu ke daam) में बढ़ौतरी होने से फिर से पहले वाला मुनाफा किसानों को मिलेगा।
गिरकर इतने हो गए गेहूं के दाम-
गेहूं के भाव में गिरावट से अब यह एमएसपी से करीब 100 रुपये और नीचे आ गया है। ऐसे में गेहूं के रेट (wheat rate 10 july) 2325 रुपये प्रति क्विंटल हो गए हैं। हालांकि यह गेहूं का औसत रेट है, अधिकतम रेट अब भी एमएसपी से कुछ ऊपर ही चल रहा है। न्यूनतम रेट की बात करें तो यह 1950 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है। अधिकतर मंडियों में गेहूं का औसत भाव (wheat everage price) एमएसपी से नीचे चले जाने के कारण किसानों की चिंताएं बढ़ गई हैं।
प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्यों में भी गिरे दाम-
उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश (MP wheat price) प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्यों में शामिल हैं। यहां पर गेहूं के दाम एमएसपी से भी नीचे गिरना चिंताजनक है। इससे पहले इन राज्यों में गेहूं के दाम (gehu ka rate) एमएसपी 2425 रुपये से ऊपर ही चल रहे थे। अब सिर्फ अच्छी गुणवत्ता और अच्छी किस्म वाली गेहूं का भाव ही एमएसपी से ऊपर बना हुआ है।
राजस्थान सहित इन राज्यों में इतना है भाव-
हरियाणा, पंजाब और राजस्थान (rajasthan wheat price) में भी गेहूं का अच्छा उत्पादन होता है। अब तो इन राज्यों में भी गेहूं के दाम गिर गए हैं। गेहूं का मॉडल प्राइस, एवरेज प्राइस, अधिकतम व न्यूनतम रेट (wheat minimum price) में गिरावट आई है। ऐसे में इन राज्यों के किसान गेहूं को स्टॉक करने लगे हैं। निजी व्यापारी भी अब गेहूं की कम खरीद फरोख्त कर रहे हैं।
अगले दो माह में इतने होंगे गेहूं के दाम-
अगले दो माह में गेहूं के दामों (wheat price today 10 july) में तगड़ा उतार चढ़ाव देखने को मिल सकता है। एक्सपर्ट्स की मानें तो जैसे ही मानसून का मौसम बीत जाएगा, गेहूं के दाम (mandi wheat rate) बढ़ने शुरू हो जाएंगे। इसके पीछे का सबसे बड़ा कारण त्योहारी सीजन को बताया जा रहा है। इसके बाद ब्याह शादी का सीजन भी शुरू होगा, जो गेहूं के दामों (wheat rate latest) में फेरबदल का कारण बन सकता है।
